अनूपपुर जिले के पर्यटन Anuppur District Tourism GK History

अनूपपुर जिले के प्रमुख पर्यटक स्थल-

दोस्तों आज हम बात करने वाले हैं मध्य प्रदेश के अनूपपुर जिले के बारे में जो कि यह जिला शहडोल संभाग के अंतर्गत आता है | आज हम अनूपपुर के बारे में संपूर्ण विस्तार से चर्चा करेंगे कि यहां पर कौन-कौन से मंदिर पाए जाते हैं जो प्रमुख रूप से धार्मिक मंदिर हैं और यहां पर कौन-कौन सी ऐतिहासिक इमारतें मौजूद हैं उनके बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे | दोस्तों अगर अनूपपुर के इतिहास की बात की जाए तो इस जिले का इतिहास ज्यादा पुराना नहीं है क्योंकि यह जिला शहडोल के अंतर्गत ही आता था बाद में इस जिले का अस्तित्व आया | जिले का कुछ क्षेत्र ऐतिहासिक क्षेत्र है जिसके बारे में कहा जाता है कि इस क्षेत्र पर कभी यहां शासन करने वाले’ विराट राजा’ ने अपनी राजधानी बनाई थी | दोस्तों आज हम आपको बताएंगे राजा विराट नगर से संबंधित महत्वपूर्ण बातें और उनसे जुड़े हुए ऐतिहासिक तथ्य | अनूपपुर जिले की महत्वपूर्ण बातों को आज विस्तृत रूप से चर्चा करेंगे |

अनूपपुर जिले के कुछ प्रमुख पर्यटक स्थल-

दोस्तों अनूपपुर जिले के अंतर्गत नर्मदा और उसकी सहायक नदियां बहती हैं किस जिले में प्राकृतिक सुंदरता को बहुत बारीकी से देखा जा सकता है | इस जिले का ऐसा कोई भी पर्यटक स्थल नहीं है जहां पर सुंदरता की किसी भी प्रकार की कमी हो सभी जगह पर बहुत सुंदर लगता है |

श्री सर्वोदय जैन मंदिर52 टन की अष्टधातु से निर्मित भगवान श्री आदिनाथ की मूर्ति
माई की बगियामां नर्मदा का क्रीडा स्थल
झरनाबेटा झरना, जोहिला जलप्रपात, सीतामढ़ी
नर्मदा नदी का उद्गम स्थलअमरकंटक
सिद्धिविनायक मंदिरभगवान श्री गणेश की महान प्रतिमा
अनूपपुर जिले का निर्माण15 अगस्त 2003
तहसीलों की संख्या3
विधानसभा क्षेत्र3
अमरकंटकनर्मदा सोन और जोहिला का उद्गम स्थल
नर्मदा का परिक्रमा स्थलबघेल राजा गुलाब सिंह के द्वारा निर्मित जो रीवा रियासत के राजा थे
नर्मदा मंदिरनागपुर के भोंसले राजा द्वारा निर्मित
विश्वविद्यालयराष्ट्रीय जनजाति विश्वविद्यालय

❂ श्री सर्वोदय जैन मंदिर अमरकंटक-

दोस्तों इस मंदिर के बारे में आपको बहुत सी कहानियां सुनने को मिलेंगी जिनमें मुख्य रुप से कहा जाता है कि इस मंदिर में 50 टन से भी अधिक अष्ट धातु से निर्मित की गई मूर्तियों को यहां पर स्थापित किया गया है | दोस्तों इस मंदिर में जैन संप्रदाय के प्रथम तीर्थंकर भगवान श्री आदिनाथ की 52 टन की अष्टधातु की प्रतिमा को स्थापित किया गया है |

दोस्तों जैन संप्रदाय का यह मंदिर पूरी दुनिया में प्रसिद्ध है यह मंदिर की कलाकृति और डिजाइन बहुत ही सुंदर और खूबसूरत है | इस मंदिर को देखने के लिए जैन संप्रदाय के अलावा यहां पर अन्य धर्मों से जुड़े हुए लोग भी इस मंदिर में दर्शन करने के लिए आते हैं |

दोस्तों अगर भगवान श्री 1008 श्री आदिनाथ मुकुल मुकुट मंदिर की स्थापना की बात की जाए तो इस मंदिर की स्थापना ज्ञानवाणी आचार्य श्री 108 श्री विद्यासागर जी महाराज जिनको मुनि भी कहा जाता है इन्होंने 6 नवंबर 2006 को स्थापना की | मंदिर की स्थापना के समय यहां पर कहा जाता है कि शुभ मुहूर्त के साथ यहां पर 44 मुनियों को एकत्रित किया गया था |

इस मंदिर के निर्माण में सीमेंट का बिल्कुल भी प्रयोग नहीं किया गया है चुना और कलाकृति पत्थर के साथ इस मंदिर की नक्काशी की गई है | इस मंदिर को देखने के लिए दूर-दूर से लोग आते हैं क्योंकि यह मंदिर बहुत खूबसूरत है जो कोई भी इस मंदिर के बारे में सुनता है वह एक बार दर्शन करने के लिए जरूर आता है |

❂ श्री यंत्र मंदिर अनूपपुर-

दोस्तों यह मंदिर भगवान शक्ति की खंडपीठ मां त्रिपुरी सुंदरी के रूप में पूरी जाने वाली चार सिर वाली मूर्ति मौजूद है माता शक्ति की एक मूर्ति में भुवनेश्वरी, काली ,सरस्वती और देवी लक्ष्मी को प्रमुख रूप से देखा जा सकता है |

दोस्तों यहां पर चौसठ योगिनी की सुंदर-सुंदर प्रतिमाएं मौजूद हैं साथ ही प्रथम पूजनीय भगवान श्री गणेश और उनके प्रिय भाई कार्तिकेय की मूर्ति को स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है | यह मंदिर हिंदू धर्म का प्रमुख मंदिर है जहां पर नवरात्रि के समय पर लोग इस मंदिर में माता के दर्शन करने के लिए आते हैं जिसमें माता के कई भक्तों देश की उन हिस्सों से आते हैं जहां से उनको आने में कम से कम तीन-चार दिन तक का समय लग जाता है |

माता शक्ति कि यहां पर अद्भुत प्रतिमा को देखा जा सकता है जो बहुत ही सुंदर और खूबसूरत है | दोस्तों यह एक ऐसा धार्मिक स्थल है जहां पर लोगों की आस्था से जुड़े हैं माता के दर्शन करने के लिए लोग दूर-दूर से तो आते ही हैं लेकिन उनकी हर मनोकामना भी माता के द्वारा पूरी की जाती है | यहां पर सबसे ज्यादा लोग पुत्र रत्न की प्राप्ति के लिए आते हैं और माता के दरबार में अर्जी लगाते हैं इसके बाद माता की कृपा होती है और उनको संतान प्राप्ति होती है |

दोस्तों कहा जाता है माता जीवन देती है जीवन लेती नहीं है आखिर में माता तो माता ही होती है ठीक उसी प्रकार माता के दरबार में आने वाला हर एक शख्स मुस्कुराता हुआ जाता है | माता भुवनेश्वरी अपने किसी भी भक्तों को निराश नहीं करती हर भक्त की हर इच्छा को पूरा करते हैं | अपने भक्तों के कष्टों को हरने वाली इस माता के दर्शन करने के लिए सबसे ज्यादा लोग नवरात्रि के समय पर आते हैं और एक शौक लोग यहां पर माता के दरबार में कन्या भोज भी करवाते हैं|

❂ माई की बगिया-

दोस्तों “माई की बगिया “अनूपपुर जिले का एक ऐसा पर्यटक स्थल है जिसके बारे में कई कहानियां सुनने को मिलती हैं | दोस्तों यह सुंदर स्थान अनूपपुर जिले से लगभग 1 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है यहां पर सर्दियों के दिनों में सबसे ज्यादा लोग घूमने के लिए आते है | दोस्तों माई की बगिया इतनी सुंदर है कि यहां की सुंदरता के बारे में जितना कहा जाए उतना ही कम है हरे-भरे बाघ और बंदर पेड़ पौधों के साथ चह चहाते पक्षियों की महकती आवाज और यहां पर सुंदर जलकुंड देखने को मिलता है माई की बगिया को “चरणोंत्दक कुंड” भी कहा जाता है |

दोस्तों मां नर्मदा का इतिहास कई पुराना और धार्मिक ग्रंथों में मिलता है जिसमें कहा जाता है कि मां नर्मदा अपनी छोटी उम्र में अपनी सहेली के साथ यहां पर खेलने के लिए आते हैं वह तो सहेली की उम्र मात्र 12 वर्ष की थी जोकि बहुत सुंदर थी | मां नर्मदा की एक सहेली का नाम ‘गुलाब कावली’ था | गुलाब कावली के बारे में कहा जाता है कि यही एक पौधे का प्रतिरूपण है | माई की बगिया के बारे में कहा जाता है यहां पर मां नर्मदा का क्रीड़ा स्थल रहा है |

❂ सोनमुधा-

दोस्तों अनूपपुर जिले के प्रसिद्ध नर्मदा मंदिर से लगभग 2 किलोमीटर की दूरी पर सोनमुधा नाम का यह स्थल एक छोटे से जल कुंड के रूप में है जोकि’ सोन नदी के उद्गम’ के रूप में जाना जाता है| एक प्रसिद्ध स्थल पर आपको 2 कुंड देखने को मिलते हैं जिसमें एक कुंड को सोना कहा जाता है जिसका अर्थ होता है भगवान ब्रह्मा का पुत्र और एक कुंड का नाम भद्रा देखने को मिलता है यह दोनों नाम एक साथ मिलकर सोनभद्र का निर्माण करते हैं | दोस्तों यहां पर बहुत सुंदर और आनंदमय लगता है आप यहां पर किसी भी समय पर्यटन का आनंद लेने के लिए आ सकते हैं हालांकि आपको ज्यादा बरसात का केवल ध्यान देना है| जब ज्यादा बरसात हो रही हो तब आप यहां पर ना आना ही उचित समझें उतरती बरसात में घूमने में यहां पर बहुत सुंदर लगता है |

❂ बेटा झरना-

अनूपपुर जिले का यह झरना बहुत ही सुंदर और खूबसूरत झरना है यहां पर प्राकृतिक सुंदरता को बहुत ही बारीकी से देखा जा सकता है यहां पर प्रतिवर्ष हजारों लोग इस झरना को देखने के लिए आते हैं | दोस्तों इस झरने का गिरता हुआ पानी बहुत सुंदर लगता है यहां पर आप अपने पूरे परिवार के साथ भी पर्यटन का आनंद लेने के लिए आ सकते हैं |

❂ नर्मदा उद्गम मंदिर-

अनूपपुर जिले के अंतर्गत आने वाला एक छोटा सा पर्यटक स्थल जिसे अमरकंटक के नाम से जाना जाता है वास्तव में यह 1 साल बहुत ही सुंदर और आकर्षक है जिसके बारे में आप किसी से भी सुन सकते हैं क्योंकि इसकी ख्याति देश-विदेश में फैली हुई है | सतपुड़ा और विंध्याचल पर्वत की श्रेणी में यह अमरकंटक मौजूद है यहां से गाय के मुख्य के रूप में गिरता हुआ जल मां नर्मदा का उद्गम स्थल कहलाता है | दोस्तों कहा जाता है कि इस पहाड़ी पर मैकाल और व्यास जैसे महान संतों का यह तीर्थ स्थल रहा है यहां पर संतों ने घोर तपस्या की है और अपना निवास भी बनाया है |

दोस्तो नर्मदा मंदिर के निर्माण के बारे में ज्यादा प्रमाण नहीं मिलते हैं क्योंकि इसके निर्माण के बारे में कोई ठोस जानकारी अभी तक प्राप्त नहीं हुई है कहा जाता है कि कलचुरी शासकों ने इस मंदिर का निर्माण 12वीं शताब्दी के समय करवाया था | दोस्तों एक मंदिर के बारे में प्रसाद और महान संत भ्रुगु ऋषि के बारे में कई तत्व सामने आते हैं परंतु किसी भी प्रकार का ठोस प्रमाण अभी तक नहीं आया है | नर्मदा मंदिर के बारे में कहा जाता है कि कुछ वर्षों के बाद नागपुर के राजा भोंसले के द्वारा इस मंदिर को आकार दिया गया और इसके बाद धीरे-धीरे रानी अहिल्याबाई के द्वारा इस मंदिर का जीर्णोद्धार करवाया गया |

दोस्तों नर्मदा मंदिर के चारों तरफ अन्य मंदिरों का निर्माण किया गया है जिसमें हिंदू धर्म से जुड़े हुए देवी-देवताओं को स्थापित किया गया है नर्मदा मंदिर के चारों तरफ एक परिसर का निर्माण किया गया है | दोस्तों इस परिसर में एक हाथी और एक घोड़े की प्रतिमा को स्पष्ट रूप से अंकित किया गया है जो कि यहां की प्रसिद्ध मूर्तियां में से एक है |

❂ कलचुरी कालीन मंदिर-

दोस्तों यह मंदिर नर्मदा मंदिर से थोड़ी ही दूर स्थित है यह मंदिर काफी पुराना और ऐतिहासिक मंदिर है यदि कोई नर्मदा मंदिर के दर्शन करने के लिए जाता है तो साथ में कलचुरी कालीन मंदिर के दर्शन भी कर लेता है | यह मंदिर बहुत ही सुंदर और आकर्षक मंदिर हैं यहां पर आप टू व्हीलर अथवा फोर व्हीलर के माध्यम से बड़ी आसानी के साथ जा सकते हैं | आज से कई साल पहले यहां पर केवल एक मंदिर मौजूद था लेकिन फिर धीरे-धीरे मंदिरों का एक पूरा परिसर यहां पर खड़ा हो गया | वर्तमान में इस परिसर में हिंदू धर्म से जुड़े हुए देवी देवताओं के मंदिर देखे जा सकते हैं यहां पर वास्तव में बहुत अच्छा लगता है | मंदिर के चारों तरफ सुंदर गार्डन भी देखे जा सकते हैं और इन गार्डन के कारण यहां पर लोग कई घंटों तक अपना समय व्यतीत करते रहते हैं और आनंद लेते हैं | गार्डन में लगे हुए हरे भरे फूल और सुंदर पेड़ हमारे मन को मोह लेते हैं क्योंकि यहां पर लगे हुए फूलों के पेड़ों में सुंदर फूलों की खुशबू हमारे मन को भा जाती है |

❂ सिद्धिविनायक मंदिर-

दोस्तों भगवान श्री गणेश का यह मंदिर यहां का प्रमुख धार्मिक मंदिर है जहां पर गणेश चतुर्थी के दिन भगवान श्रीगणेश के मंदिर में हजारों की संख्या में लोग दर्शन करने के लिए आते हैं | गणेश चतुर्थी के समय यहां पर भगवान गणेश की प्रसिद्ध रैली का आयोजन किया जाता है जिसमें हजारों लोग पार्टिसिपेट करते हैं और आनंद लेते हैं| दोस्तों यह मंदिर बहुत ही खूबसूरत और सुंदर मंदिर है जहां पर प्रतिदिन सैकड़ों लोग इस मंदिर के दर्शन करने के लिए आते हैं |

दोस्तों इस मंदिर में जाने के लिए किसी भी प्रकार की समस्या का सामना नहीं करना पड़ता है क्योंकि यह मंदिर अनूपपुर के नेशनल हाईवे पर स्थित है | नेशनल हाईवे पर होने के कारण यहां पर मिनटों में आपको कोई भी वाहन मिल सकता है और आप मंदिर जा भी सकते हैं और मंदिर से अनूपपुर जिले केंद्र तक आ भी सकते हैं |

दोस्तों इस मंदिर में भगवान श्री गणेश की बहुत ही सुंदर प्रतिमा आपको देखने को मिलती है यह मंदिर जंगलों के बीचो बीच स्थित है जिस कारण से इसकी सुंदरता और अधिक बढ़ जाती है क्योंकि मंदिर के पास में ही पानी की उपयुक्त व्यवस्था है | हरे भरे पेड़ पौधे और पहाड़ियों के बीच यह सुंदर मंदिर लोगों के आकर्षण का केंद्र बन चुका है |

❂ जोहिला जलप्रपात-

दोस्तों जलप्रपात कोई भी हो नदी का गिरता हुआ पानी बहुत सुंदर लगता है पानी कितनी ऊंचाई से गिरता है जलप्रपात की सुंदरता को इतनी अधिक बढ़ जाती है | जलप्रपात ऐसे ही स्थल को कहा जाता है जहां पर किसी नदी का जल तेज रफ्तार में चट्टानों से टकराता हुआ अधिक ऊंचाई से नीचे गिरता है | दोस्तों जलप्रपात के आसपास पत्थरों की बहुत बड़ी-बड़ी चट्टानें मौजूद होती हैं और इन्हीं चट्टानों से होकर नदी का पानी बहता हुआ नजर आता है | जलप्रपात में अक्सर गहराई कभी कबार ही देखने को मिलती है इस कारण से जलप्रपात में नहाने की उपयुक्त व्यवस्था होती है | दोस्तों यह जलप्रपात अनूपपुर जिले में बहने वाली जोहिला नदी के ऊपर स्थित है जिसे देखने के लिए प्रतिदिन प्रदेश के बाहर से लोग आते रहते हैं |

दोस्तों कई कई बार हम अपने ही नजदीक किसी पर्यटक स्थल के बारे में जानते हुए भी उसे देखने के लिए नहीं जा पाते |कई लोग ऐसे भी होंगे जो अनूपपुर के होते हुए भी इस सुंदर जलप्रपात को देखने के लिए नहीं जा पा रहे होंगे परंतु प्रदेश के बाहर के लोग ऐसे जलप्रपात को देखने के लिए किसी भी समय आ जाते हैं |

❂ मखरी माता मंदिर अनूपपुर-

अनूपपुर जिले के अंतर्गत आने वाली केशवाही तहसील के पास ही मखरी माता का मंदिर स्थित है | दोस्तों माता का यह मंदिर अनूपपुर जिले का प्रसिद्ध धार्मिक मंदिर है जहां पर माता के भक्तों के हरे के कष्टों को दूर किया जाता है | ऐसा कहा जाता है कि इस मंदिर में मन्नत मांगने वाले हरेक भक्तों की हर मनोकामना पूरी होती है|

❂ सीतामढ़ी जलप्रपात अनूपपुर-

दोस्तों अनूपपुर जिले में एक छोटी सी नदी बहती है जिसे केवई नदी के नाम से जाना जाता है किसी नदी पर यह सीतामढ़ी जलप्रपात स्थित है | यह जलप्रपात बहुत ही सुंदर और आकर्षक जलप्रपात है यहां पर पर्यटक दूर-दूर से इस जलप्रपात को देखने के लिए आते हैं| दोस्तों एक जलप्रपात के पास आपको बहुत ही कांति देखने को मिलेगी क्योंकि जंगल के बहुत दूर और सुंदर और विशाल चट्टानों से होकर यह पानी बड़ी सरलता के साथ ऊंचाई से नीचे गिरता है | यहां पर आपको हल्की-फुल्की पक्षियों की चहचाहती आवाज सुनाई देती है |

❂ द्वारकाधीश मंदिर धनपुरी-

दोस्तों भगवान श्री कृष्ण के लिए समर्पित यह मंदिर अनूपपुर जिले का एक धार्मिक मंदिर है | जन्माष्टमी के समय यहां पर भगवान श्री कृष्ण की पूजा करने के लिए जिले के समस्त श्रद्धालु लोग भगवान के दर्शन करने के लिए आते हैं और पूजा करते हैं | यहां पर आपको भगवान श्री कृष्ण की अथवा द्वारकाधीश की बहुत सुंदर प्रतिमा देखने को मिलती है यह प्रतिमा बहुत ही आकर्षक लगती है |

अनूपपुर जिले के प्रमुख पर्यटक स्थल FAQ’s

➤ अनूपपुर जिला को कब बनाया गया?

दोस्तों शहडोल संभाग के अंतर्गत आने वाले अनूपपुर जिले को 15 अगस्त 2003 को बनाया गया है

➤ अनूपपुर जिले में कुल कितनी तहसील आते हैं?

अनूपपुर जिले में कुल 3 तहसीलें आते हैं और इस जिले के अंतर्गत 3 विधानसभा क्षेत्र भी आते हैं |

➤ मध्यप्रदेश का अमरकंटक किस जिले में आता है?

मध्यप्रदेश का अमरकंटक अनूपपुर जिले के अंतर्गत आता है जो कि एक प्रसिद्ध नगर है |

➤ मध्य प्रदेश के अमरकंटक से कौन-कौन नदियां निकलती हैं?

मध्य प्रदेश का अमरकंटक नर्मदा, सोन और जोहिला जैसी नदियों का उद्गम स्थल है |

➤ मध्यप्रदेश का अमरकंटक किस चोटी का भाग है ?

अमरकंटक, मध्य प्रदेश के सतपुड़ा पर्वत के अंतर्गत आने वाली में मैकाल चोटी का भाग है |

➤ नर्मदा का परिक्रमा स्थल कहां पर स्थित है?

नर्मदा का परिक्रमा स्थल अनूपपुर जिले में स्थित है और इस परिक्रमा स्थल की स्थापना बघेल राजा गुलाब सिंह ने करवाई थी और यह राजा रीवा रियासत के राजा थे |

➤ नर्मदा मंदिर कहां पर स्थित है?

मध्य प्रदेश के अनूपपुर जिले में मां नर्मदा के नाम से नर्मदा मंदिर स्थित है और इस मंदिर का निर्माण नागपुर के भोंसले राजाओं के द्वारा करवाया गया था |

➤ अनूपपुर जिले में नर्मदा मंदिर के नाम से कुल कितने मंदिर है?

दोस्तों अनूपपुर जिले में नर्मदा मंदिर के नाम से कुल 20 मंदिर हैं और यह मंदिर छोटे छोटे मंदिरों की एक श्रंखला है |

➤ मध्यप्रदेश में पवित्र नगर किसे कहा जाता है?

मध्यप्रदेश में अमरकंटक को पवित्र नगर के नाम से जाना जाता है अभी हाल ही में मध्य प्रदेश सरकार के द्वारा इसे पवित्र नगर के रूप में घोषित किया गया है |

अमरकंटक को पवित्र नगर घोषित करने के पीछे मध्यप्रदेश सरकार का यह फैसला इस शहर के अंतर्गत बहने वाली नर्मदा नदी के कारण और यहां पर मां नर्मदा की बहुत बड़ी ख्याति फैली हुई है |

➤ मध्यप्रदेश में चचाई थर्मल पावर प्लांट कहां पर स्थित है ?

मध्य प्रदेश का प्रसिद्ध है चटाई थर्मल पावर प्लांट अनूपपुर जिले के अंतर्गत आता है इस पावर प्लांट की जल आवश्यकता को पूर्ति करने के लिए सोन नदी को प्रयोग में लाया जाता है |

➤ मध्यप्रदेश में बॉक्साइट कहां पर प्राप्त होता है?

मध्य प्रदेश के अनूपपुर जिले में पूरे मध्यप्रदेश का उच्च गुणवत्ता वाला बॉक्साइट प्राप्त होता है और यह खनिज अनूपपुर जिले के अमरकंटक से ही प्राप्त होता है|

➤ मध्य प्रदेश में इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय कहां पर स्थापित है?

मध्य प्रदेश के अनूपपुर जिले में इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय स्थित है और यह विश्वविद्यालय अनूपपुर जिले के अमरकंटक नगर के अंतर्गत आता है |

➤ इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजाति विश्वविद्यालय की स्थापना कब हुई?

इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजाति विश्वविद्यालय की स्थापना सन 2008 में हुई |

➤ मध्यप्रदेश में जैन धर्म का महाकुंभ कहां से शुरू होता है?

मध्यप्रदेश में जैन धर्म का महाकुंभ अनूपपुर जिले के अमरकंटक नामक स्थान से आयोजित होता है | जैन धर्म के प्रसिद्ध तीर्थंकर भगवान आदिनाथ की अष्ट धातु की एक बहुत विशाल प्रतिमा अमरकंटक में स्थापित है |

भगवान आदिनाथ के दर्शन करने के लिए जैन संप्रदाय के लोगों के अलावा यहां पर अन्य धर्म के लोग भी आते हैं |

➤ अनूपपुर जिले का बीड़ी उद्योग कौन सा है?

अनूपपुर जिले का वेंकटनगर बीड़ी उद्योग के लिए प्रसिद्ध है यहां पर भारी मात्रा में बीड़ी का उत्पादन किया जाता है |

➤ अनूपपुर जिले में कौन-कौन से जलप्रपात आते हैं?

अनूपपुर जिले के अंतर्गत कपिलधारा, दुग्ध धारा ,और शंभू धारा जैसे प्रसिद्ध जलप्रपात नर्मदा नदी पर स्थित है |

➤ मध्य प्रदेश का सबसे कम जनसंख्या वृद्धि दर वाला जिला कौन सा है?

मध्य प्रदेश का अनूपपुर जिला सबसे कम जनसंख्या वृद्धि दर वाला जिला है |

➤ अनूपपुर जिले के अंतर्गत कौन-कौन से पर्यटक स्थल आते हैं?

अनूपपुर जिले के अंतर्गत माई की बगिया, माई का हाथी, रघु ऋषि की गुफा ,नवग्रह मंदिर ,कबीर चौरा और जलेश्वर महादेव का मंदिर यहां के प्रमुख पर्यटक स्थल हैं |

➤ मध्यप्रदेश में नर्मदा कुंड कहां पर है?

मध्यप्रदेश में बहने वाली नर्मदा नदी का उद्गम अनूपपुर जिले से होता है जिसे नर्मदा कुंड के नाम से जाना जाता है | यह कौन 1051 फिट की ऊंचाई पर स्थित है |

➤ धनी पानी जलप्रपात कहां पर है?

मध्य प्रदेश के अमरकंटक में धनी पानी के नाम से एक जलप्रपात मौजूद है और इस जलप्रपात की विशेषता है कि इसमें गर्म जल गिरता है |

➤ मध्यप्रदेश में बहने वाली सोन नदी का उद्गम कहां से होता है?

सोने नदी का उदगम मध्य प्रदेश के अनूपपुर जिले के एक छोटे से स्थल सोनमुड़ा से होता है |

➤ अनूपपुर जिले की नदियां कौन-कौन सी हैं?

अनूपपुर जिले में नर्मदा, सोन, जोहिला , टीपन, बकन, केवई आदि नदियां मौजूद हैं |

➤ ज्वालामुखी मंदिर कहां पर है?

ज्वालामुखी मंदिर मध्य प्रदेश के अनूपपुर जिले में स्थित है |

➤ समतपुर तालाब मध्य प्रदेश के किस जिले में है?

समतपुर तालाब मध्य प्रदेश के अनूपपुर जिले में स्थित है |

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