क्रिकेट –
दोस्तों भारत में क्रिकेट को करोड़ों लोग पसंद करते हैं और जो खिलाड़ी खेलते हैं उनके करोड़ों में चाहने वाले हैं दोस्तों आज हम क्रिकेट के बारे में संपूर्ण डिटेल के साथ बात करने वाले हैं किस तरह से क्रिकेट की हमारे देश में शुरुआत हुई? सर्वप्रथम क्रिकेट कहां खेला गया ?भारत में क्रिकेट कितना पॉपुलर कैसे हो गया? कौन-कौन से खिलाड़ी हैं ?उनका क्या महत्व है? कौन-कौन से खिलाड़ी किस राज्य से आते हैं ?क्रिकेट का क्या इतिहास रहा है ?और वर्तमान में क्रिकेट के बारे में बहुत सी ऐसी बातें हैं जिनके बारे में आज हम संपूर्ण विषय के साथ चर्चा करने वाले हैं आज हम आपको बताने की कोशिश करेंगे कि क्रिकेट से संबंधित आपको बेस्ट से बेस्ट है इंफॉर्मेशन आज तक पहुंच सके और क्रिकेट के बारे में कोई ऐसी जानकारी ना रहे जो आपके लिए रह जाए| आज हम क्रिकेट से संबंधित संपूर्ण जानकारी को आपके सामने उजागर करने वाले हैं दोस्तों हम बताएंगे कि आखिर क्रिकेट लोगों के दिलों पर इस तरह से इतना हावी हो गया है लोग उसे देखे बिना रहते ही नहीं हैं |
Table of Contents
कैसे हुई क्रिकेट की शुरुआत ?
दोस्तों क्रिकेट दुनिया का एक ऐसा महत्वपूर्ण और सबको पसंद आने वाला खेल है जिसे पूरी दुनिया पसंद करती है दोस्तों क्रिकेट एक बहुत शानदार खेल है सभी लोग इसे खेलने के बहुत इच्छुक होते हैं फिल्मों के साथ-साथ सभी लोग किसको देखना भी बहुत पसंद करते हैं दोस्तों यह खेल ग्राम अथवा स्टेडियम में यह खेल खेला जाता है | स्टेडियम में एक साथ कई लोगों के बैठने की व्यवस्था होती है जहां से इस खेल को बड़ी आसानी के साथ और रोमांचक तरीके से देखा जा सकता है इसका लोग बहुत अच्छे से स्टेडियम में देखकर आनंद उठाते हैं | वहीं दूसरी तरफ क्रिकेट को शुरुआती दौर में बच्चे भी बहुत पसंद करते हैं बच्चों के लिए गांव में अगर स्टेडियम उपलब्ध नहीं होता तब बच्चे खेत अथवा एक ऐसी जगह जहां पर खेती ना की जाती हो अथवा बंजर भूमि को क्रिकेट खेलने लायक बनाकर वहां पर क्रिकेट खेलते हैं और कई बार तो गांव में क्रिकेट टूर्नामेंट वाली प्रतियोगिताएं भी खेली जाती हैं इसका भी लोग बड़ी हर्ष पूर्वक आनंद उठाते हैं |
दोस्तों क्रिकेट का इतिहास बहुत पुराना रहा है अगर हम क्रिकेट के बारे में बात करें तो दुनिया में फुटबॉल के बाद क्रिकेट दूसरे नंबर पर खेले जाने वाला और पसंद किए जाने वाला खेल है | दोस्तों अगर हम क्रिकेट की शुरुआत के बारे में बात करें तो इसकी शुरुआत रोमन एंपायर के बाद से शुरू हुई थी दोस्तों को समय इंग्लैंड के किंग एडवर्ड टु ने उस समय इस खेल को खेला था लेकिन दोस्तों कहा जाता है कि किंग एडवर्ड अकेले जाने का कोई पुख्ता सबूत नहीं है कि इन्होंने ही क्रिकेट को समय खेला था | दोस्तों शुरुआत में क्रिकेट खेलने के लिए लकड़ी के द्वारा बने हुए डंडे को एक Bat और धागा के द्वारा बनी हुई गेंद का इस्तेमाल किया जाता था इन्हीं के द्वारा उस जमाने में खेल कर आनंद उठाया जाता था | दोस्तों उस समय विकेट के लिए पेड़ का इस्तेमाल किया जाता था जहां पर पेड़ होता था वहीं पर खिलाड़ी क्रिकेट को खेलने के लिए जाते थे | और अगर खिलाड़ियों को कोई पेड़ जब उपलब्ध नहीं होता था या फिर वहां पर खेलने लायक उपयुक्त नहीं होता था तो वे कई बार गेट का प्रयोग करते थे |
दोस्तों क्रिकेट कब शुरू होगा इसके बारे में कोई पुख्ता जानकारी बताना तो बिल्कुल भी सही नहीं है इसके बारे में कोई एग्जैक्ट सबूत नहीं है दोस्तों क्रिकेट की शुरुआत इस संबंध में केवल अनुमान ही लगाया जा सकता है कि यह 16 वी शताब्दी के समय की बात है| ऐसा कहा जाता है जब 16वीं शताब्दी में एक घटना में बताया जाता है कि 1598 के आसपास जमीनी विवाद के कारण वहां पर एक समस्या सामने आई जिसमें उस जमीन के जो मालिक हुआ करते थे “जॉन कॉर्नर ” तब उन्होंने बताया कि 50 साल पहले भी जहां पर स्कूल बनाया गया है यहां पर वे क्रिकेट खेला करते थे दोस्तों आपको बता दें इस घटना में यह सामने आया कि क्रिकेट किस तरीके से यहां पर खेला गया और इस घटना के अलावा कहीं पर ऐसा कोई दावा नहीं किया गया है जहां पर क्रिकेट खेलने जैसा कोई केस सामने आया हो शायद इसी कारण ऐसा अंदाजा लगाया जा सकता है कि क्रिकेट की शुरुआत सबसे पहले इंग्लैंड में हुई |
सबसे पहले क्रिकेट कब खेला गया ?
क्रिकेट का समय है वह किसी को सही तरीके से पता नहीं है क्रिकेट खेलने का जो समय है इसका केवल अंदाजा लगाया जा सकता है कहा जाता है कि 1550 ईस्वी में सबसे पहले क्रिकेट को इंग्लैंड में खेला गया था |
दोस्तों 17वीं शताब्दी के बारे में अगर हम बात करें तो सबसे पहले क्रिकेट को केवल बच्चों तक ही सीमित समझा जाता था इसके पहले बड़े-बड़े लोग क्रिकेट को नहीं खेला करते थे | दोस्तों इस समय बच्चे अपने शरीर की पूर्ति के लिए इस खेल को खेलने लायक समझा करते थे बच्चे अपने मनोरंजन के साथ-साथ इस खेल का आनंद उठाने के लिए फिर को रोमांचक तरीके से खेला करते थे |
बच्चों के बाद क्रिकेट बड़ों के संपर्क में कैसे आया ?
दोस्तों ऐसा कहा जाता है कि क्रिकेट को शुरुआत में केवल बच्चे ही खेला करते थे अपने शरीर की गतिविधियों को सुचारू रूप से चलाने के लिए और अपने मनोरंजन के लिए इस क्रिकेट को बच्चे खेला करते थे लेकिन इसके बाद धीरे-धीरे खेल बड़े-बड़े लोगों में फैलने लगा बड़ी -बड़ी उम्र के लोग भी इस खेल को पसंद करने लगे दोस्तों बड़ों में यह खेल कैसे पहुंचा इसके पीछे बहुत बड़ी वजह है | दोस्तों क्रिकेट के बारे में ऐसा कहा जाता है कि जब क्रिकेट बच्चों के बाद बड़ों में पहुंचा तब उस समय एक घटना हुई थी कि रविवार के दिन बच्चों ने एक चर्च स्कूल में जाकर इस क्रिकेट को खेला था और उस चर्च स्कूल में खेलने वाले जो बच्चे थे वह उम्र में थोड़ी बड़े थे क्रिकेट खेलने वाले इन बच्चों पर मुकदमा भी दर्ज किया गया और काफी बहस भी हुई| दोस्तों इसके पहले कोई भी बड़ा आदमी क्रिकेट को पसंद नहीं करता था और ना ही किसी ने कभी खेला था इस प्रकार का कोई भी चीज कभी किसी के संपर्क में आया ही नहीं ना ही इस खेल के बारे में कोई अच्छे तरीके से जानता था | दोस्तों इस खेल के बाद केवल अनुमान लगाया जा सकता है कि 1611 में यह खेल छोटे बच्चों के बाद बड़े लोगों में पहुंचा जिसको बहुत ही पसंद किया गया|
डिक्शनरी में क्रिकेट शब्द कब आया ?
दोस्तों क्रिकेट के बारे में लोग अलग-अलग तरह तरह की बातें करते हैं डिक्शनरी में शब्द कब आया है? इस प्रकार का यह प्रश्न लोगों के मन में सवाल पैदा कर देता है कि आखिर क्रिकेट शब्द का प्रयोग डिक्शनरी में सबसे पहले कब किया गया ?तो दोस्तों हम आपको बता दें कि 1611 में ही डिक्शनरी में क्रिकेट शब्द का प्रयोग सबसे पहले किया गया |1611 में ही बच्चों के बाद बड़े-बड़े लोग इस खेल को खेलने लगे थे और बड़े-बड़े लोगों ने इस खेल के बारे में जानने की कोशिश की कि आखिर यह खेल किस तरीके से खेला जाता है इसका क्या महत्व है हमारे जीवन में इसका क्या प्रभाव पड़ता है| दोस्तों अगर हम क्रिकेट के नियम की बात करें तो धीरे-धीरे यह खेल बच्चों के बाद बड़ों में धीरे-धीरे बहुत तेजी से खिला जाने लगा और बहुत से लोग इस खेल को पसंद करने लगे |
क्रिकेट के नियम कब बनाए गए ?
दोस्तों 18वीं शताब्दी के पहले जब छोटे बच्चों के बाद बड़े-बड़े लोगों में यह क्रिकेट संपर्क में आया तब इसके पहले क्रिकेट खेलने कोई नियम नहीं खेलना ही क्रिकेट को किसी भी तरीके से खेला जाता था ना ही इसका कोई नियम नहीं था कि किस तरीके से क्रिकेट खेलना है कितने लोग होंगे लेकिन इसके बाद 18 वीं शताब्दी में क्रिकेट के नियम बनाए गए | 18 वीं शताब्दी के नियम में कुछ इस प्रकार बताया गया था कि दो खिलाड़ी क्रिकेट की फील्ड में आएंगे दोनों ही खिलाड़ी अपना BAT लेकर आएंगे 18 वीं शताब्दी में अगर हम bat की बात करें तो वर्तमान समय जैसे क्रिकेट खेलने के लिए bat नहीं हुआ करते थे | 18 वीं शताब्दी के bat बहुत ही अलग हुआ करते थे |
क्रिकेट की शुरुआत में बॉलिंग कैसे हो होती थी ?
दोस्तों आपको बता देंगे क्रिकेट शुरुआती दौर में उस तरीके से नहीं खेला जाता था जिस तरीके से आज के वर्तमान समय में खेला जाता है सन 18 वीं शताब्दी के समय में जो गेंद फेंकी जाती थी वह ऊपर से नहीं फेकी जाती थी गेंद को नीचे से फेंका जाता था | 18 वीं शताब्दी के समय कोई ऐसी टेक्नोलॉजी विकसित नहीं हुई थी जिससे सारी चीजें जल्दबाजी से की जा सके उस जमाने में रन को एक स्थान पर लिखा जाता था | दोस्तों क्रिकेट के नियम में ऐसा बताया जाता है कि शुरुआत में 4 बॉल पर ही 1 ओवर को गिना जाता था इसके बाद धीरे-धीरे 5 बॉल पर 1 ओवर को गिना जाने लगा जबकि वर्तमान समय में 6 बॉल पर 1 ओवर को गिना जाता है |
दोस्तों धीरे- धीरे क्रिकेट का जैसे-जैसे समय बीतता गया ठीक उसी प्रकार क्रिकेट के नियम के साथ-साथ क्रिकेट का जो खेलने का तरीका है वह थोड़ा डिफरेंट /अलग तरीके से खेला जाने लगा 1922 के समय में 8 बॉल पर 1 ओवर को गिना जाने लगा लेकिन द्वितीय विश्व युद्ध के बाद फिर से क्रिकेट के नियम में कुछ बदलाव किया गया ऐसा कहा जाता है कि 1947 के समय क्रिकेट के नियम में बदलाव करके 1 ओवर पर 6बॉल को रखा गया | दोस्तों पुराने समय में सबसे अधिकतम स्कोर ऐसा कहा जाता है कि 40 रन हुआ करता था इतने कम रन का स्कोर होने की कोई सबसे बड़ी बजह अगर आप कह सकते हैं तो नीचे से बोल जमीन पर फेंकी जाती जो थोड़ी बहुत ही अलग थी |
दोस्तों 1970 की पहली क्रिकेट खेलने के लिए कोई विशेष सामान विकसित नहीं हुआ था जो खिलाड़ियों को सुरक्षा प्रदान कर सके इसकी वजह से खिलाड़ियों को बहुत अधिक मात्रा में चोट भी लग जाती थी जिससे क्रिकेट में सबसे बड़ी समस्या चोट लगने वाली सामने आती थी | खिलाड़ियों को चोट लगने के कारण कई बार तो कई खिलाड़ी दूसरी बार खेलने लायक ही नहीं रहते थे लेकिन क्रिकेट इतना पसंदीदा खेल बन गया था कि खिलाड़ियों को कुछ भी हो जाए लेकिन उनको क्रिकेट खेलना बहुत पसंद और उनका उद्देश्य बन गया था | दोस्तों ऐसा कहा जाता है कि 1970 में सबसे बड़ा बदलाव होगा और क्रिकेट खेलने के लिए बोल को नीचे से फेंकने के लिए प्रयोग में लाया जाता था लेकिन 1970 में क्रिकेट में बदलाव किया गया और बोल को क्रिकेट की पिच के ऊपर से फेंकना शुरू किया गया किस तरीके से खेलना लोगों को और भी थोड़ा आसान लगने लगा और रोचक भी लगने लगा | दोस्तों इस तरीके से खेल खेलने के बाद खिलाड़ियों को खेल खेलना बहुत आसान लगा क्योंकि खिलाड़ी चोट के कारण जो घायल हो जाते थे उनको चोट लगना भी बहुत कम हो गया और गेंद फेंकने के लिए गेंदबाज को भी बहुत आसानी हुई |
क्रिकेट पॉपुलर कब हुआ ?
दोस्तों 1880 के बाद जब गेंदबाज गेंद को राउंडर तरीके से फेंकने लगे तब क्रिकेट खेलने में खिलाड़ियों को और भी ज्यादा मजा आने लगा इसके बाद धीरे-धीरे खिलाड़ियों को यह खेल बहुत ही लोकप्रिय होने लगा |लोग इस खेल के दीवाने होने लगे खेलने वाले तो इस खेल को पसंद करते ही थे साथ में देखने वाले लोग भी इस खेल को बहुत पसंद करते थे | इसी प्रकार धीरे-धीरे क्रिकेट आगे बढ़ता गया और सब का लोकप्रिय बनने के साथ-साथ पूरी दुनिया में अपना परचम लहराने लगा और 19वीं शताब्दी में क्रिकेट सबसे ज्यादा पॉपुलर होने लगा 19वीं शताब्दी में लाखों लोग क्रिकेट को खेलने के साथ-साथ देखने में रुचि रखने लगे | 19वीं शताब्दी में क्रिकेट के नियम को सही तरीके से प्रयोग में लाकर क्रिकेट की प्रतियोगिताएं होने लगी जिनको देखने के लिए लोग जहां पर प्रतियोगिता होती थी वहां पर जाते थे और प्रतियोगिता होने के कारण खिलाड़ियों को पुरस्कार मिलने की वजह से यह खेल और भी आनंदित करने लगा इसी प्रकार धीरे-धीरे क्रिकेट सबका लोकप्रिय बन गया |
LPW आउट कब से शुरू हुआ ? सबसे बड़ा नियम
दोस्तों क्रिकेट जैसे – जैसे धीरे-धीरे आगे पूरी दुनिया में पॉपुलर होने लगा वैसे -वैसे क्रिकेट में समय-समय पर नियम में बदलाव होते गए 1774 में LPW आउट को शुरू किया गया | इसी के साथ साथ क्रिकेट के कई नियमों में बदलाव किया गया जिसमें तीसरे स्टंप का नियम और क्रिकेट खेलने के लिए हाथों को कोई हानि ना हो इसके लिए दस्ताने प्रयोग में लाने के लिए नियम बनाया गया और पैरों में कभी कोई मोच ना आए, गेंद का किसी भी प्रकार से कोई दुष्प्रभाव ना हो, पैरों के लिए भी नियम बनाया गया और इसी के साथ कई नियमों में बदलाव किया गया |
दोस्तों 1770 के पहले क्रिकेट खेलने में कई खिलाड़ी ज्यादा तेज गेंद को घुमा देते थे गेंद बहुत दूर जाने के कारण खिलाड़ी बहुत देर तक रन दौड़ते रहते थे इस नियम को ध्यान में रखते हुए 1770 में सबसे पहले एक नियम बनाया गया जिसमें क्रिकेट खेलने के लिए एक बाउंड्री प्रयोग में लाई गई और यह निश्चित किया गया कि अब से बाउंड्री के अंदर ही क्रिकेट को खेला जाएगा |
दुनिया का सबसे पहला क्रिकेट क्लब –
दोस्तों जैसे -जैसे क्रिकेट धीरे-धीरे सबको पसंद आता गया ठीक उसी प्रकार क्रिकेट के नियम में भी कई बदलाव किए गए और क्रिकेट को कंट्रोल करने के लिए उसके नियम के साथ-साथ क्रिकेट को कई प्रकार से संभालने के लिए दुनिया का सबसे पहला क्रिकेट क्लब 1760 में बनाया गया | धीरे -धीरे क्रिकेट के नियम में बदलाव किए गए और एक संस्था और बनाई गई जिसे “बॉलीवुड क्रिकेट क्लब” कहा गया दोस्तों आपको बता दें कि बॉलीवुड क्रिकेट क्लब क्रिकेट के नियम को बनाता था क्रिकेट के नियम में किस प्रकार से बदलाव किया जाएगा इन सभी की जिम्मेदारी बॉलीवुड क्रिकेट क्लब की हुआ करती थी | क्रिकेट गेम प्रत्येक नियम को संभालने के लिए बॉलीवुड क्रिकेट क्लब की जिम्मेदारी होती थी |
दोस्तों 1787 के समय की बात है लंदन के जॉब सार्क थॉमस लॉर्ड सबसे पहले क्रिकेट के लिए क्रिकेट मैदान खोला धीरे -धीरे जब मैदान की व्यवस्था हो गई तब वहां पर क्रिकेट और अधिक मात्रा में लोगों को पसंद किया जाने लगा | 1787 के बाद धीरे-धीरे क्रिकेट की कई संस्थाएं निर्मित की गई और ऐसा कहा जाता है कि मेलबर्न क्रिकेट क्लब को भी 1787 के बाद बनाया गया जिसकी भूमिका क्रिकेट में बहुत ही शानदार रही | वह तो आपको बता दें कि धीरे-धीरे जैसे ही क्रिकेट आगे बढ़ता गया तो इसका जो प्रचार -प्रसार है देश के कोने -कोने में धीरे-धीरे छाने लगा उत्तर अमेरिका, अफ्रीका ,यूरोप कई स्थानों पर धीरे-धीरे कई देशों में क्रिकेट का बहुत ही तेजी से विकास हुआ और इसको बहुत ज्यादा मात्रा में लोगों ने पसंद किया और धीरे-धीरे क्रिकेट सभी जगह खेला जाने लगा |
ऐसा कहा जाता है कि जहां से क्रिकेट की शुरुआत हुई उसी स्थान से सबसे पहले इंग्लैंड की टीम ने सबसे पहले कनाडा का दौरा किया ऐसा कहा जाता है कि अट्ठारह सौ इकहत्तर में ऑस्ट्रेलिया ने अपनी जीत हासिल की इसी प्रकार धीरे-धीरे दुनिया के कई देशों में यह खेल बहुत ही अधिक मात्रा में खेला जाने लगा | प्रतियोगिताओं के साथ-साथ कई स्थानों पर दौरे किए जाने लगे एक देश से दूसरे देश पर टीमों को बुलाया जाने लगा और क्रिकेट को अधिक मात्रा में खेला जाने लगा |
history or cricket –
दोस्त ऐसा कहा जाता है कि क्रिकेट की शुरुआत अथवा क्रिकेट का जन्म आज से 500 साल पहले हुआ था सबसे पहले क्रिकेट को लोग बताते हैं कि यह खेल सबसे पहले इंग्लैंड में खेला गया था |
दोस्तों इस खेल की शुरुआत इंग्लैंड के बाद जैसे ही यह खेल दुनिया में पॉपुलर होने लगा तो धीरे-धीरे दुनिया के अन्य देशों में भी यही खेल सभी के दिलों पर राज करने लगाओ और दुनिया में जो अमीर लोग होते थे वह क्रिकेट को शौक के लिए खेला कर करते थे और जो लोग मध्यमवर्गीय परिवार से होते थे आपका गरीब होते थे पैसों के लिए क्रिकेट खेलते थे |
धीरे-धीरे 19वी शताब्दी में क्रिकेट पूरी दुनिया में पॉपुलर हो गया और क्रिकेट से संबंधित कई संस्थाओं को बनाया गया जो क्रिकेट से संबंधित सभी चीजों को अपने कंट्रोल में रखती हैं और क्रिकेट को किस प्रकार से खेला जाएगा उसके क्या नियम होंगे सभी प्रकार की चीजों को अपने कंट्रोल में रखते हैं | विश्व क्रिकेट से संबंधित कई प्रकार के कंट्रोल बोर्ड जो क्रिकेट को किस प्रकार खेला जाएगा किस टीम को कब कहां खेलना है किस देश में कब टीम को जाना है सारी महत्वपूर्ण चीजों की व्यवस्था और उसका जो शेड्यूल है उसको क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के अंतर्गत है रखा जाता है |
बीसीसीआई /BCCI
बीसीसीआई क्या है ?
दोस्तों बीसीसीआई जिसे आप आसान भाषा में भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड भी कह सकते हैं दोस्तों यह एक ऐसी संस्था है जो भारत में होने वाले क्रिकेट अथवा भारत के बाहर भी भारतीय टीम के द्वारा खेले जाने वाले क्रिकेट को अपने कंट्रोल में रखती है उसका क्या शेड्यूलर रहेगा किस प्रकार टीम को कहां पर खेलना है टीम की सारी जानकारी और टीम को किस तरह से आगे ले जाना है भारतीय टीम को किस तरीके से क्रिकेट के लिए क्या-क्या करना है किन बातों का ध्यान रखना है बहुत सी ऐसी बातें हैं जिनको बीसीसीआई अपने कंट्रोल में रखती है |
दुनिया का सबसे अमीर क्रिकेट बोर्ड –
दोस्तों बीसीसीआई क्रिकेट बोर्ड को दुनिया का सबसे अमीर क्रिकेट बोर्ड माना जाता है इस क्रिकेट बोर्ड के दुनिया के अन्य सभी क्रिकेट बोर्ड से अमीर होने के पीछे बहुत बड़ी वजह है इसके अमीर होने के बारे में बहुत से तत्व ऐसे हैं जो हम आपको आज बताएंगे | दोस्तों बीसीसीआई क्रिकेट बोर्ड एक ऐसा क्रिकेट बोर्ड है जिसके नियम कानून यह खुद तय करता है की क्रिकेट टीम किस तरीके से इस बोर्ड के नियम को अनुसरण करेगी |
बीसीसीआई क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड खुद निर्देशत करता है कि खिलाड़ियों को किस प्रकार से क्रिकेट की नियम का पालन करना है वह खिलाड़ियों के हर नियम को निर्देशित करता है |

बीसीसीआई (BCCI)का फुल फॉर्म-
The board of control for cricket in india
दोस्तों परीक्षाओं में अक्सर यह प्रश्न सबसे ज्यादा बार पूछा जाता है और इसके शब्दों पर विशेष ध्यान देना होता है इसमें डबल C होता है जिनके शब्दों का विशेष ध्यान देना होता है C अक्षर का ही विद्यार्थी बीसीसीआई के फुल फॉर्म को गलत कर देते हैं |
बीसीसीआई का अर्थ –
दोस्तों कई बार बीसीसीआई का अर्थ की परीक्षा में पूछा जाता है तो दोस्तों आपको बता दें बीसीसीआई का अर्थ -भारतीय क्रिकेट नियंत्रण बोर्ड होता है |
sponsor क्या होता है?
दोस्तों बीसीसीआई कई बार मैच के दौरान कई कंपनियों को स्पॉन्सर अर्थात प्रायोजक के रूप में चयन करती है | बीसीसीआई जिस कंपनी को प्रायोजक के रूप में चयन करती है उसके बहुत से नियम ऐसे होते हैं जो बीसीसीआई के द्वारा दिए जाते हैं उन्हीं नियमों के आधार पर स्पॉन्सर कंपनियों को फॉलो करना होता है |
दोस्तों अब हम बात करने वाले हैं बीसीसीआई की स्थापना कब हुई तो दोस्तों आपको बता दें बीसीसीआई दिसंबर सन 1928 में तमिल नाडु सोसायटी पंजीयन अधिनियम के आधार पर इसकी स्थापना हो जाती है | बीसीसीआई की स्थापना होने के बाद बीसीसीआई ने अपने अनुसार सभी नियमों को मानकर क्रिकेट बोर्ड के लिए कार्य करना प्रारंभ कर दिया |
बीसीसीआई का मुख्यालय –
दोस्तों बीसीसीआई के मुख्यालय की बात करें तो इस क्रिकेट बोर्ड का मुख्यालय महाराष्ट्र राज्य की मुंबई शहर में वानखेड़े चर्चगेट है |
दोस्तों वर्तमान में बीसीसीआई क्रिकेट बोर्ड दुनिया पर राज करता है यहां तक की ICC टोटल रेवेन्यू का 80% कंट्रीब्यूट बीसीसीआई के पास ही जाता है | जब ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट बोर्ड और इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड पर फाइनेंसियल प्रॉब्लम जैसी समस्याएं आती हैं तब वे बीसीसीआई क्रिकेट बोर्ड के साथ मैच खेलना के बारे में सोचते हैं | दोस्तों बीसीसीआई के इतना ज्यादा अमीर होने के पीछे सबसे बड़ी वजह है भारतीय क्रिकेट फैंस दोस्तों भारत में लोग इतनी ज्यादा संख्या में क्रिकेट को पसंद करते हैं कि कहीं ना कहीं से बीसीसीआई को क्रिकेट फैंस की बदौलत मनचाही कमाई हो जाती है |
बीसीसीआई पर विश्वास –
दोस्तों आईसीसी क्रिकेट बोर्ड अथवा अन्य टीमों के साथ या अन्य किसी बोर्ड के साथ जब भी कोई सेमिनार होती है और उस पर बीसीसीआई के द्वारा यदि किसी फैसले को लिया गया है तब कोई भी टीम बीसीसीआई के फैसले को ठुकरा नहीं सकती | बीसीसीआई के द्वारा दिए गए फैसले पर सभी लोग अटल रहते हैं और बीसीसीआई के फैसले पर अटूट विश्वास करते हैं | दोस्तों बीसीसीआई क्रिकेट बोर्ड के फैसले पर यदि कोई टीम को किसी भी प्रकार की कोई समस्या होती और बीसीसीआई पर किसी भी प्रकार का दोष लगाने से पहले टीम को बीसीसीआई के बारे में कई फैसला लेना होते है कि बीसीसीआई क्रिकेट बोर्ड के ऊपर यदि हम किसी भी प्रकार का दोष लगाते हैं तो हमारे ऊपर ही कोई ना कोई समस्या आ सकती है | बीसीसीआई क्रिकेट बोर्ड पर अन्य क्रिकेट बोर्ड के साथ साथ सभी क्रिकेट टीम और जनता भी बहुत विश्वास करते हैं और बीसीसीआई के द्वारा लिए गए फैसले को मानती है लोगों को भरोसा होता है कि बीसीसीआई के द्वारा लिया गया फैसला कभी गलत नहीं हो सकता उनके द्वारा फैसला कर लिया गया है तो हमेशा सही होगा और जो फैसला उनके द्वारा लिया गया है वह टीम के हित में ही होगा |
Trust in BCCI
दोस्तों एक समय था जब बीसीसीआई कोई भी फैसला लेने में सक्षम नहीं था और ना ही इतना पावरफुल था लेकिन आज के समय में बीसीसीआई द्वारा लिया गया कोई भी फैसला कोई भी क्रिकेट बोर्ड रिजेक्ट नहीं कर सकता है| ऐसा कहा जाता है इंग्लैंड ने एक बार ठुकरा दिया था वहीं दूसरी तरफ बीसीसीआई के द्वारा लिया गया फैसला इंग्लैंड के अलावा कोई भी ऐसा कंट्रोल बोर्ड नहीं है जो बीसीसीआई के फैसले को ठुकरा दे | लेकिन वर्तमान समय में बीसीसीआई क्रिकेट बोर्ड अबे इतना सक्षम हो गया है कि बीसीसीआई के द्वारा लिया गया फैसला से इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड सहमत होता है|
बीसीसीआई(BCCI) के विकास की कहानी-
दोस्तों अगर बीसीसीआई के इतिहास की बात करें तो लगभग 90 साल पुराना है 90 साल के पहले बीसीसीआई इतना चर्चित और इतना कार्यरत नहीं था जितना वर्तमान समय में है | बीसीसीआई के विकास की बात करें तो सन 1983 के बाद बीसीसीआई बहुत तेजी से कार्यरत हुआ और एक बेस्ट क्रिकेट बोर्ड के रूप में उभर कर आया | 1983 के बाद बीसीसीआई ने क्रिकेट बोर्ड से संबंधित सभी नियमों का पालन किया और कार्य करना प्रारंभ कर दिया | दोस्तो 1983 के पहले अगर हम क्रिकेट बोर्ड की बात करें तो इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड सबसे ज्यादा चर्चित और खुद को दुनिया का सबसे शानदार क्रिकेट बोर्ड समझने वाला इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड 1983 के बाद पीछे हो गया | दोस्तों बीसीसीआई क्रिकेट बोर्ड के उड़ान की शुरुआत 1983 के द्वारा जीते गए भारत के द्वारा वर्ल्ड कप जो कि इंग्लैंड की धरती पर जीता गया था इस वर्ल्ड कप जीतने के बाद बीसीसीआई क्रिकेट बोर्ड कि जैसे किस्मत ही बदल गई |
Growth story of BCCI
दोस्तों ने 1987 के पहले ऐसा कहा जाता है कि वर्ल्ड कप केवल इंग्लैंड में होता था लेकिन 1987 के बाद बीसीसीआई ने होस्ट करके इंग्लैंड के अलावा भी वर्ल्ड कप भारत में भी होने लगा | दोस्तों भारत में वर्ल्ड कप कराने के लिए बीसीसीआई क्रिकेट बोर्ड के पास इतने पैसे नहीं थे कि वह क्रिकेट का पूरा खर्चा उठा सके क्योंकि क्रिकेट में करोड़ों खर्च हो जाते थे और रही बात वर्ल्ड कप की तो वर्ल्ड कप में बहुत ज्यादा मात्रा में पैसे खर्च होते थे लेकिन बीसीसीआई की किस्मत बदलने में उस समय के प्रधानमंत्री राजीव गांधी थे जिन्होंने बीसीसीआई की मदद की और साथ ही धीरूभाई अंबानी ने क्रिकेट की टीमों का खर्चा अपने सर पर ले लिया | धीरूभाई अंबानी ने क्रिकेट टीम के आने जाने का खर्चा और होटल अथवा खाने पीने का खर्चा है सब अपने सर पर ले लिया |
BCCI को नुकसान और फायदा –
1962 बीसीसीआई को नुकसान होता रहा क्योंकि 1962 तक बीसीसीआई को ब्रॉडकास्ट नहीं मिला करती थी 1993 के समय से बीसीसीआई को ब्रॉडकास्टिंग मिलने लगी इसके बाद बीसीसीआई को फायदा होने लगा और करोड़ों की कमाई होने लगी | दूरदर्शन ने ब्रॉडकास्टिंग के 1994 के बाद बीसीसीआई को करोड़ों की कमाई होने लगी इसके बाद अगर वर्तमान की बात करें तो वर्तमान में बीसीसीआई क्रिकेट बोर्ड को ₹650000000 एक ब्रॉडकास्टिंग उपलब्ध हो जाते हैं जो कि वर्तमान समय में यदि एक ब्रॉडकास्टिंग से ₹650000000 बीसीसीआई को उपलब्ध होते हैं तो बीसीसीआई वर्तमान समय बहुत ही अमीर क्रिकेट बोर्ड है |
बीसीसीआई कैसे बना दुनिया का सबसे अमीर क्रिकेट बोर्ड –
दोस्तों अगर bcci क्रिकेट बोर्ड की बात करें तो वर्तमान में बीसीसीआई क्रिकेट बोर्ड दुनिया का सबसे अमीर क्रिकेट बोर्ड है और इस क्रिकेट बोर्ड की अमीरी का सबसे बड़ा राज है क्रिकेट को पसंद करने वाले लोग | वहीं दूसरी तरफ अगर हम क्रिकेट की बात करें तो आईपीएल जो कि 2008 के बाद शुरू हुआ है वर्तमान समय में आईपीएल के 1 मैच से एक ब्रॉडकास्टिंग के बीसीसीआई को 55 करोड रुपए मिल जाते हैं | दोस्तों यदि बीसीसीआई को ब्रॉडकास्टिंग के मात्र ₹550000000 और इसके अलावा अन्य ब्रॉडकास्टिंग होती है उसके द्वारा भी Bcci को करोड़ों रुपए की उपलब्धि होती है तब इस प्रकार धीरे-धीरे बीसीसीआई आज दुनिया का सबसे अमीर क्रिकेट बोर्ड बन गया |
How BCCI became the richest cricket board in the world
दोस्तों बीसीसीआई क्रिकेट बोर्ड को आईपीएल का सबसे बड़ा कॉन्ट्रिब्यूशन मिलता है आईपीएल के द्वारा बीसीसीआई क्रिकेट बोर्ड बहुत अधिक मात्रा में पैसे कमा लेता है अर्थात आप कह सकते हैं कि करोड़ों रुपए केवल आईपीएल से बीसीसीआई क्रिकेट बोर्ड को प्राप्त हो जाते हैं | आईपीएल में कई बार तो 1 दिन में दो-दो मैच फिक्स हो जाते हैं तब आप सोच सकते हैं कि ब्रॉडकास्टिंग में BCCI को कितनी ज्यादा कमाई होती होगी | दोस्तों आपने जरूर सोचा होगा कि जब भी आईपीएल शुरू होता है तब पूरी दुनिया में कोई भी मैच फिक्स नहीं होता जिससे कि भारतीय क्रिकेट पर किसी भी प्रकार की आंच या कोई समस्या न आ जाए | दोस्तों जब 2008 में Bcci क्रिकेट बोर्ड का फैसला आईसीसी के फैसले से अलग फैसला था तब बीसीसीआई ने आईसीसी क्रिकेट बोर्ड के फैसले को ठुकरा दिया और आईसीसी क्रिकेट बोर्ड के फैसले को कैंसिल कर दिया | दोस्तों क्रिकेट मैच के दौरान ऐसा बिल्कुल भी नहीं है कि आईसीसी क्रिकेट बोर्ड को कोई भी प्रकार की कमाई नहीं होती लेकिन आईसीसी क्रिकेट बोर्ड बीसीसीआई के फैसले पर किसी भी प्रकार से कोई दोष नहीं लगा सकता बीसीसीआई के द्वारा लिया गया फैसला मानना ही होता है |
आईसीसी क्रिकेट बोर्ड के ऊपर bcci क्रिकेट बोर्ड यदि अपना कंट्रोल बनाए रखा है तो उसका सबसे बड़ा राज है बीसीसीआई का फाइनेंसियल राज बीसीसीआई क्रिकेट बोर्ड वर्तमान समय में दुनिया का सबसे बड़ा क्रिकेट बोर्ड बन गया है |
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