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हरदा जिले के पर्यटन स्थल Harda GK History & Tourist Places in hindi

हेलो दोस्तों! आज हम बात करने वाले हैं मध्य प्रदेश के हरदा जिले के बारे में जो कि निवाड़ी से पहले मध्य प्रदेश का सबसे छोटा जिला हुआ करता था लेकिन वर्तमान में सबसे छोटा जिला निवाड़ी है | दोस्तों आज हम आपको बताएंगे दोस्तों यहां पर आज हम बात करने वाले हैं हरदा जिले के अंतर्गत कौन-कौन से ऐतिहासिक स्थल है जो देखने योग्य है अथवा घूमने लायक हैं | आज हम आपको बताएंगे हरदा जिले में कौन-कौन से पर्यटक स्थल पाए जाते हैं? जहां पर आप घूम सकते हैं | हरदा जिले में कौन-कौन सी तहसील है? और विधानसभा क्षेत्र आते हैं? इसके बारे में भी चर्चा करेंगे | हरदा जिले के अंतर्गत सभी प्रकार की जानकारी को जिसमें मध्य प्रदेश की जनरल नॉलेज की बातें होंगी पूरे विस्तार से चर्चा करेंगे |

हरदा जिले के पर्यटन
राम जानकी मंदिरभादू गांव में स्थित है भगवान राम और सीता के लिए समर्पित
मकड़ाई नदीहरदा जिले प्रमुख नदी
रिद्धनाथ नाथ मंदिरइस मंदिर का निर्माण कुबेर ने स्वयं करवाया था
गुप्तेश्वर मंदिर10वीं और 11वीं शताब्दी में निर्मित यह मंदिर भगवान शिव के लिए समर्पित
चक्रव्यू चारुआ मंदिरचारुआ गांव में स्थित है
villages527
मकड़ाई मंदिरराजगढ़ परिवार से संबंध
हंडिया नर्मदा नदी के मध्य बिंदु पर स्थित प्रमुख पर्यटक स्थल
Nagar Parishad4
जनजातिगौड़ और कोरकू
मध्य प्रदेश की ह्रदय नगरीजिला हरदा
ग्राम पंचायत210
संभागनर्मदापुरम
हरदा नगर पालिका की स्थापना18 मई 1867
नेशनल हाईवेNh47

हरदा जिले के कुछ पर्यटक स्थल —

  • ▶️हंडिया
  • ▶️तेली की सराय
  • ▶️हंडिया का रिद्धनाथ मंदिर
  • ▶️हरदा जिले का गुप्तेश्वर मंदिर
  • ▶️हरदा का राम जानकी मंदिर
  • ▶️हरदा का मकड़ाई मंदिर
  • ▶️मकड़ाई का किला
  • ▶️मकड़ाई नदी
  • ▶️गोराखाल झरना
  • ▶️जोगा का किला

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➊ हंडिया-

दोस्तों हरदा जिले के अंतर्गत आने वाली हंडिया तहसील यहां का प्रमुख पर्यटक स्थल है जहां पर लोगों की भीड़ हमेशा लगी रहती है|
दोस्तों हरदा जिले के अंतर्गत आने वाला यह पर्यटक स्थल लगभग 20 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है |

दोस्तों हंडिया के बिल्कुल समीप नर्मदा नदी बहती है जिसमें “नाभि का कुंड” शामिल है | नाभि के कुंड से तात्पर्य नदी का केंद्र होता है |

दोस्तों हंडिया के अंतर्गत भगवान शिव के कई मंदिरों को देखा जा सकता है जिनमें एक मंदिर भगवान शिव के लिए महत्वपूर्ण मंदिर माना जाता है क्योंकि इस मंदिर का निर्माण कहा जाता है कि महाभारत काल के दौरान पांडवों ने करवाया था | पुराणों के अनुसार इस मंदिर के निर्माण के बारे में कई बातें सामने निकल कर आती हैं जिनमें कई लोग मानते हैं कि इस मंदिर का निर्माण एक ही रात में करवाया गया था जब महाभारत का समय चल रहा था | दोस्तों महाभारत काल के समय में एक ही रात को लगभग 6 महीने के बराबर माना जाता था तो इस प्रकार इस मंदिर का निर्माण 6 महीने के अंतर्गत किया गया है |

हंडिया Harda Near Narmada River
हंडिया Harda Near Narmada River

दोस्तों महाभारत की कथाओं से जुड़ा हुआ यह मंदिर यहां का प्रमुख पर्यटक स्थल है जहां पर हिंदू धर्म से जुड़े हुए कई लोग इस मंदिर के दर्शन करने के लिए आते हैं और भगवान शिव की पूजा करते हैं | दोस्तों महाशिवरात्रि के समय यहां पर बड़ी मात्रा में भगवान शिव के भक्तों की भीड़ उमड़ आती है भगवान शिव की और माता पार्वती की विवाह संबंधी रैली का भी आयोजन किया जाता है | यहां पर भगवान शिव और पार्वती के विवाह का भव्य रूप में आयोजन होता है जिसमें सैकड़ों लोग इस विवाह में सम्मिलित होते हैं |

Handia Picnic Spot

दोस्तों पास में ही नर्मदा नदी होने के कारण यहां पर पानी की संपूर्ण व्यवस्था होती है और नदी के मैदान के कारण तथा बहता हुआ पानी यहां की सुंदरता को और खूबसूरती को कई गुना बढ़ा देता है | नर्मदा नदी की सुंदरता को देखने के लिए ज्यादातर लोग इसे देखने के लिए आते हैं | हरदा जिले के अंतर्गत आने वाले सभी पर्यटक स्थलों में यह पर्यटक स्थल सबसे खूबसूरत और आकर्षक पर्यटक स्थल माना जाता है | दोस्तों यहां पर जाना कोई कठिन बात नहीं है क्योंकि वर्तमान में जाने के रास्ते बहुत ही सरल और यातायात सुविधा बहुत अच्छी है |

➋ तेली की सराय–

दोस्तों हरदा जिले के अंतर्गत आने वाली तेली की सराय हंडिया के अंतर्गत ही आती है जो लगभग हंडिया से मात्र 16 किलोमीटर की दूरी पर स्थित | दोस्तों इस पर्यटक स्थल का इतिहास बड़ा ही सुंदर और रोचक है ऐसा कहा जाता है कि एक बैंकर के द्वारा इस तेली की सराय को बनवाया गया था जहां पर उसके कस्टमर को ठहरने की व्यवस्था की गई थी और यह व्यवस्था केवल एक रात के लिए की गई थी | एक रात के रात की आराम के लिए बनाया गया यह तेली की सराय यहां का बहुत ही चर्चित और खूबसूरत पर्यटक स्थल है|

कई ऐतिहासिक रिपोर्ट के अनुसार बताया गया है कि यहां पर सैनिकों के रुकने की व्यवस्था की जाती थी | इतिहास काल के दौरान रियासतों के युद्ध के समय सेना की टुकड़ी को जिसे छावनी कहा जाता था यहां पर ठहरा दिया जाता था |

➌ हंडिया का रिद्धनाथ मंदिर-

हरदा जिले की हंडिया तहसील के अंतर्गत आने वाला रिद्धनाथ मंदिर यहां का प्रमुख पर्यटक स्थल है यह मंदिर बहुत ही खूबसूरत और सुंदर लगता है | इस मंदिर को देखने के लिए प्रतिदिन दर्जनों लोग आते रहते हैं | हरिया के अंतर्गत आने वाला रिद्धनाथ मंदिर और पास ही मै नेमावर का सिद्धनाथ मंदिर यहां का प्रसिद्ध और पर्यटक महत्व का मंदिर है जहां पर बहुत सुंदर लगता है | यह मंदिर हरदा जिले से लगभग 21 किलोमीटर की दूरी पर इंदौर नेशनल हाईवे की बाजू में स्थित है |इस मंदिर के पास जाना बिल्कुल ही आसान है और साथ ही में आने जाने के साधन पर्याप्त हैं | ऐसा कहा जाता है कि इस मंदिर का निर्माण स्वयं कुबेर के द्वारा करवाया गया था |

हंडिया का रिद्धनाथ मंदिर Harda
हंडिया का रिद्धनाथ मंदिर Harda

यह मंदिर नर्मदा नदी के तट पर होने के कारण बहुत सुंदर और खूबसूरत लगता है क्योंकि नर्मदा नदी के चारों तरफ हरे भरे पेड़ -पौधे और बहता हुआ पानी की सुंदरता को बढ़ा देता है | यहां पर आने वाले प्रत्येक पर्यटक मंदिर के साथ-साथ नदी का भी आनंद लेते हैं| यह जगह बहुत ही सुंदर और आकर्षक है आप यहां पर अपने पूरे परिवार के साथ भी पर्यटन का आनंद लेते हैं|

सिद्धनाथ मंदिर के बारे में कई कहावतें सुनने को मिलती है, कहा जाता है कि यह मंदिर वास्तु शास्त्र के लिए जाना जाता है वास्तु शास्त्र में इस मंदिर के बारे में बड़ी ही रोचक कहानियां सुनने को मिलती हैं |

➍ हरदा जिले का गुप्तेश्वर मंदिर-

दोस्तों यह मंदिर दिल्ली और बुरहानपुर के पुराने रास्ते के बाजू में स्थित है यह मंदिर बहुत सुंदर और घूमने योग्य मंदिर है | दोस्तों इतिहासकारों का गुप्तेश्वर मंदिर के बारे में अलग-अलग मत है क्योंकि कई लोग इसके बारे में यह मंदिर बहुत ही प्राचीन और यहां पर भगवान शिव की अनोखी शिवलिंग है यह शिवलिंग बहुत ही चमत्कारी है |

भगवान शिव के दर्शन के लिए गुप्तेश्वर गुफा के अंदर आने वाले दर्शक भगवान शिव की आराधना करते हैं और उनकी पूजा करते हैं | प्रतिवर्ष श्रावण मास के अवसर पर पूरे वर्ष भर से ज्यादा लोग इस महीने में यहां पर जमा होते हैं और भगवान शिव की आराधना करते हैं ऐसा कहा जाता है कि भगवान शिव की श्रावण महीने की आराधना करने के बाद प्रत्येक व्यक्ति की हर मनोकामना पूरी होती है | दोस्तों दुनिया में भगवान शिव के भक्तों की कमी बिल्कुल भी नहीं है ऐसा कहा जाता है कि भगवान भोलेनाथ अपने भक्तों के ऊपर हमेशा कृपा बनाए रखते हैं | पुराणों में आज भी कहा जाता है भगवान शिव इतने भूले थे कि उन्होंने भस्मासुर जैसे राक्षस को किसी के भी ऊपर हाथ रख देने से भस्म होने का वरदान दिया था |

Gupteshwar Temple of Harda District

दोस्तों भगवान भोलेनाथ के इसी भोलेपन के कारण ब्रह्मांड के अन्य देवता भी हमेशा परेशान रहते थे क्योंकि भगवान भोलेनाथ की एक बार तपस्या करने के बाद वह अपने भक्तों को बिना सोचे समझे ही वरदान दे दिया करते थे हालांकि किसी भी समस्या का तोड़ भगवान शिव के पास ही होता था | भगवान भोलेनाथ आपने भक्तों से इस प्रकार जुड़े होते हैं कि उनको किसी भी प्रकार की समस्या होने ही नहीं देते |

दोस्तों इस मंदिर के पास भगवान शिव के कई शिवलिंग भी देखी जा सकती हैं और भगवान शिव के अलावा यहां पर अन्य देवी-देवताओं की भी पूजा होती है और उनकी प्रतिमा को भी आप स्पष्ट रुप से देख सकते हैं | दोस्तों गुप्तेश्वर मंदिर यहां का प्रमुख पर्यटक स्थल है आप यहां पर भगवान शिव के दर्शन करने के लिए आ सकते हैं और आप भी भगवान शिव की कृपा पात्र बन सकते हैं |

दोस्तों इस मंदिर तक जाने के लिए आप नेशनल हाईवे का भी प्रयोग कर सकते हैं और यदि आप ज्यादा दूर से आते हैं तो आप भोपाल वाली ट्रेन से भी यहां पर पहुंच सकते हैं क्योंकि रेलवे लाइन की भी पूरी व्यवस्था है | दोस्तों वर्तमान में भारत के चलते विकास के साथ किसी भी प्रकार की समस्या आपको नहीं जा सकती क्योंकि वाहनों के साथ साथ आप एरोप्लेन के माध्यम से भी अदर कंट्री से भी यहां पर पहुंच सकते |

➎ हरदा का राम जानकी मंदिर-

दोस्तों हरदा जिले का राम जानकी मंदिर यहां का प्रमुख धार्मिक मंदिर है इस मंदिर में भगवान श्रीराम माता जानकी की प्रतिमा को प्रमुख रूप से देखा जा सकता है | दोस्तों को रामनवमी की समय यहां पर भारी मात्रा में भीड़ एकत्रित होती है और भगवान श्री राम की जयंती बड़ी धूमधाम से मनाई जाती है | यहां पर भगवान राम की जयंती से संबंधित कई बड़े-बड़े कार्यक्रम आयोजित किए जाती हैं जिनमें हजारों की संख्या में लोग इकट्ठे होते हैं |

माता जानकी के मंदिर के अलावा यहां पर आप भगवान श्री गणेश और भगवान भोलेनाथ की शिवलिंग को भी देख सकते हैं जो हिंदू धर्म के प्रमुख दर्शनीय स्थल हैं | यहां पर कई श्रद्धालु लोग प्रतिदिन राम जानकी मंदिर में दर्शन करने के लिए आते हैं |

➏ हरदा का मकड़ाई मंदिर-

दोस्तों यह मंदिर हरदा जिले का प्रमुख मंदिर है यहां पर अक्सर लोग इसे देखने के लिए आते रहते हैं | यह मंदिर हरदा जिले से करीब 37 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है और यहां पर पास ही में एक रेलवे स्टेशन है जिसे भिरंगी रेलवे स्टेशन के नाम से जाना जाता है | मकड़ाई मंदिर भिरंगी रेलवे स्टेशन से लगभग 24 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है | यहां पर आने जाने के लिए संपूर्ण साधन वर्तमान में उपलब्ध है दूर-दूर से आने वाले लोग यहां पर रेलवे के माध्यम से पहुंच जाते हैं और लोकल के आने वाले लोग नेशनल हाईवे के द्वारा पहुंच जाते हैं |

दोस्तों ज्यादातर ऐसा का भाग सतपुड़ा के अंतर्गत आता है और नर्मदा नदी के तट पर स्थित यह मंदिर बहुत सुंदर और आकर्षक लगता है |

➐ मकड़ाई का किला-

दोस्तों यह किला यहां पर मौजूद पहाड़ी पर स्थित है और दूर से यह किला बड़ा ही सुंदर दिखाई देता है | यह किला बहुत ही प्राचीन और देखने योग्य किला है जहां पर पर्यटक अफसर इसका भ्रमण करने के लिए आते रहते हैं | दोस्तों यह किला के बारे में लोग बताते हैं कि यहां पर राज गोंड़ परिवार के वंशज रहा करते थे | मकड़ाई के किले के अंदर एक बहुत ही सुंदर राजघराना बना हुआ है जहां पर राजाओं का निवास होगा करता था | राज गोंड़ के बारे में कई लोग बताते हैं कि यह एक जनजाति थी जिनका यहां पर शासन हुआ करता था | दोस्तों यह अकेला बहुत ही पुराना और ऐतिहासिक किला है यहां पर कई ऐसी पुरानी चीजें मिलती हैं जिनके माध्यम से राज गोंड़ परिवार की शासन और इतिहास का पता चलता है | इसे देखने के लिए कई लोग प्रतिदिन आते हैं परंतु यहां पर सर्दियों के मौसम में लोग सबसे ज्यादा आते हैं क्योंकि सर्दियों के समय यहां का मौसम बड़ा ही सुहाना लगता है |

मकड़ाई का किला Harda

इस किले के अंदर बहुत प्राचीन पत्थर की शिला लेख मिलते हैं जिन पर इस किले की पूरी जानकारी अंकित की गई है आप इस शिलालेख के माध्यम से इस किले की इतिहास के बारे में जान सकते हैं | किला बहुत प्राचीन और ऐतिहासिक होने के कारण यहां पर पर्यटक अक्सर आते रहते हैं |

➑ मकड़ाई नदी-

दोस्तों के हर जिले में बहने वाली नर्मदा नदी के अलावा मकड़ाई नदी यहां की प्रमुख नदी है इस नदी के माध्यम से यहां के कई लोग खेती के लिए इसका पानी प्रयोग में लाते हैं और अपनी जलापूर्ति को पूरा करते हैं |

दोस्तों मकड़ा नदी की सुंदरता इसलिए बढ़ जाती है क्योंकि इस नदी के पास में ही देवझिरी और नागझिरी दो यहां के प्रमुख पर्यटक स्थल है जहां पर पर्यटकों की हमेशा भीड़ लगी रहती है और यहां पर घूमने के लिए आते हैं | दोस्तों देवझिरी और नागझिरी के पास में ही एक कुआं देखने को मिलता है और इसकी विशेषता है कि यहां पर हमेशा पानी उपलब्ध रहता है यह कुआं कितने भी गर्मी हो कभी इसका पानी खत्म नहीं होता है |

दोस्तों सर्दियों की समय है नदी बड़ी ही सुहानी और सुंदर लगती है और यहां का वातावरण भी बहुत खूबसूरत लगता है क्योंकि यह नदी जंगल के बीचो-बीच है | नदी के चारों तरफ हरे भरे पेड़ पौधे और बहरी नदी यहां की प्राकृतिक सुंदरता को बिखेरती है |

➒ गोराखाल झरना-

हरदा जिले के अंतर्गत आने वाला गोराखाल झरना यहां का प्रमुख पर्यटक स्थल है जहां पर प्रतिवर्ष लोग यहां से आनंद को प्राप्त करने के लिए आते रहते हैं | यह धरना हरदा जिले के गोराखाल गांव से लगभग 200 मीटर की दूरी पर स्थित है यहां से आप पैदल भी इस झरने तक जा सकते हैं | दोस्तों वैसे तो इस झरने को देखने के लिए आप वर्ष के किसी भी समय को चुन सकते हैं परंतु आपको यदि सही आनंद लेना है तो आप जुलाई से अक्टूबर के बीच एक झरने को देखने के लिए जाइएगा | झरने की सबसे ज्यादा प्राकृतिक सुंदरता आपको सितंबर अक्टूबर के समय देखने को मिलती है क्योंकि इस समय यहां का पानी पूरी तरीके से स्वच्छ और निर्मल होता है | आप इस झरने के पानी को पिकनिक के प्रयोग में मिला सकते हैं और आप इस झरने में छलांग भी लगा सकते हैं अथवा तैर सकते हैं |

यह झरना प्राकृतिक रूप से बहुत सुंदर है यहां पर आप जोड़े के रूप में भी आ सकते हैं और पर्यटन का आनंद ले सकते हैं | यदि आप चाहें तो अपने परिवार के साथ भी यहां पर आ सकते हैं और घूम फिर सकते हैं |

➓ जोगा का किला-

दोस्तों यह किला एक ऐतिहासिक किला है और यह किला बहुत सुंदर तो इसलिए लगता है क्योंकि नर्मदा नदी के बने टापू के बीच यह किला निर्मित किया गया है | यह किला हरदा जिले की हंडिया तहसील से लगभग 22 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है | यह किला टापू में होने के कारण ज्यादा सुरक्षित नहीं है आप यहां पर केवल खंडहर देख सकते हैं जो कि बहुत पुराने हो चुके हैं | इसके लिए तक जाने के लिए आपको सबसे पहले नर्मदा नदी से होकर गुजरना पड़ेगा और इसके लिए आप नाव का सहारा भी ले सकते हैं |

इसके लिए तक जाने के लिए आप जब नर्मदा नदी से होकर गुजरेगी तो आप नाव की सवारी को भी प्राप्त कर पाएंगे और सवारी कभी आनंद ले पाएंगे | चलती हुई नाव और बहता हुआ पानी और नर्मदा नदी जैसी नदी का भ्रमण करना अपने आप में एक बहुत बड़ी बात है बहुत ही आनंद की बात है | यह किला टापू पर एक ऊंची पहाड़ी पर बना हुआ है वहां से नदी का नजारा और बाहर का दृश्य बड़ा ही सुंदर प्रतीत होता है | इस किले का ज्यादा हंसते तो नहीं रहा कि वह यहां पर खंडहर के साथ-साथ आप इसकी केवल मीनारें देख सकते हैं | यह किला बहुत ही प्राचीन नदी के बीच होने के कारण इसको देखने के लिए पर्यटक दूर-दूर से आते हैं और आनंद लेते हैं |

दोस्तों किसके लिए को देखने के लिए आप नदी तक पहुंचने के लिए वाहन का भी प्रयोग कर सकते हैं वर्तमान में यहां तक जाने के लिए रास्ता एकदम साफ और क्लियर है हालांकि कुछ समय पहले यहां पर रास्ता सही नहीं था |

दोस्तों यह कला ज्यादा बड़ा नहीं है परंतु यहां पर बहुत अच्छा लगता है क्योंकि इस किले के अंदर जाने के बाद आप इसके लिए के इतिहास के बारे में भी जान पाते हैं क्योंकि आज से हजारों वर्ष इस किले का निर्माण किया गया था |

हरदा जिले के प्रमुख पर्यटन स्थल संबंधित FAQ’S

↔️ प्रसिद्ध व्यंग्यकार हरिशंकर परसाई का जन्म मध्य प्रदेश में कहां पर हुआ था?

प्रसिद्ध कवि और व्यंग्यकार हरिशंकर परसाई जी का जन्म मध्य प्रदेश के हरदा जिले के छोटे से गांव में हुआ था |

↔️ हरदा जिले में कुल कितनी तहसीलें हैं?

वर्तमान समय में हरदा जिले के अंतर्गत 6 तहसीलें आते हैं और यहां पर केवल 2 विधानसभा क्षेत्र पाए जाते हैं |

↔️ मध्यप्रदेश में मकड़ाई का किला किस जिले में है?

मध्य प्रदेश के हरदा जिले में पाया जाने वाला मकड़ाई का किला यहां का प्रमुख पर्यटक स्थल है जहां पर प्रतिवर्ष सैकड़ों की संख्या में लोग घूमने के लिए आते हैं |

↔️ तेली की सराय मध्य प्रदेश में कहां पर स्थित है?

तेली की सराय मध्य प्रदेश का प्रमुख पर्यटक स्थल है और यह पर्यटक स्थल मध्यप्रदेश के हरदा जिले के अंतर्गत आता है यहां पर बहुत खूबसूरत और सुंदर लगता है |

↔️ जोगा का किला मध्य प्रदेश में कहां पर स्थित है?

जोगा का किला मध्य प्रदेश के हरदा जिले में स्थित है प्राचीन काल का यह किला बहुत ही सुंदर और आकर्षक किला है|

↔️ मध्यप्रदेश में महाभारत का चक्रव्यूह कहां पर पाया जाता है?

महाभारत का चक्रव्यूह एक प्रसिद्ध दर्शनीय स्थल है और यह प्रसिद्ध दर्शनीय स्थल मध्यप्रदेश के हरदा जिले में स्थित है |

↔️ प्रसिद्ध दर्शनीय स्थल तेली की सराय बैतूल जिले में कहां पर स्थित है ?

प्रसिद्ध दर्शनीय स्थल तेली की सराय बैतूल जिले के हंडिया नामक स्थान पर स्थित है | दोस्तों हरदा जिले का हंडिया एक ऐसा स्थान है जहां पर एक से अधिक प्रमुख पर्यटक स्थल पाए जाते हैं |

↔️ हरदा जिले की स्थापना कब हुई थी?

हरदा जिले की स्थापना सन् 1948 में हुई थी | लेकिन मध्यप्रदेश के पुनर्गठन के समय यह जिला होशंगाबाद में शामिल कर दिया गया था|

↔️ हरदा जिला वास्तविक रूप से कब बना ?

सन 1998 के समय होशंगाबाद से हरदा जिले को अलग कर दिया गया इसके बाद यह जिला अपने अस्तित्व में पूर्ण रूप से आया |

↔️ हरदा जिले के किस स्थान पर ब्रिटिश काल की प्रशासनिक इकाई स्थापित थी ?

हरदा जिले के हंडिया नामक स्थान पर ब्रिटिश काल की प्रशासनिक इकाई स्थापित की गई थी |

↔️ महात्मा गांधी ने हरदा जिले की यात्रा कितनी बार की थी?

लोकमान्य तिलक और महात्मा गांधी ने हरदा जिले की यात्रा लगभग 4 बार की थी यह जिला ऐतिहासिक जिला रहा है जहां पर प्रसिद्ध लोगों का आना जाना बना रहता था |

↔️ हरदा पुलिस चौकी के ऊपर तिरंगा कब फहराया गया था?

15 अगस्त 1947 को हरदा पुलिस चौकी पर श्री वैराठा जी ने तिरंगा फहराया था |

↔️ मध्य प्रदेश में सबसे ज्यादा कृषि जोत का इलाका कौन सा है?

मध्य प्रदेश के हरदा क्षेत्र के अंतर्गत सबसे ज्यादा कृषि जोत पाया जाता है|

↔️ हरदा जिले में कौन-कौन सी जनजाति निवास करती है?

मध्य प्रदेश के हरदा जिले में प्रमुख रूप से कोरकू और गोंड जनजाति का निवास स्थल है यह जनजाति प्रमुख रूप से यहां पर सर्वाधिक रूप से पाई जाती है |

↔️ मध्यप्रदेश में कान्हा बाबा के मेले का आयोजन कहां पर किया जाता है?

मध्यप्रदेश में हरदा जिले के सोडलपुर नामक स्थान पर प्रतिवर्ष कान्हा बाबा के मेले का भी आयोजन किया जाता है जिसमें हजारों की संख्या में लोग पार्टिसिपेट करते हैं और मेले का हिस्सा बनते हैं |

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