✅ सिवनी जिला
सिवनी जिला मध्य प्रदेश का एक खूबसूरत जिला है। सिवनी जिला दक्षिण में स्थित है। इस जिले की संपूर्ण जानकारी आपको आज इस पोस्ट में मिलने वाली है इसे आप एक बार अवश्य पढ़े। ताकि भविष्य में आपको सिवनी जिले से संबंधित कोई भी परेशानी ना हो।
☛ आज मैं आपको सिवनी जिले के बारे में बताऊंगा। सिवनी मध्य प्रदेश राज्य का एक जिला है।सिवनी जिले में घूमने के लिए कई पर्यटन स्थल है।
सिवनी जिला | |
संभाग | जबलपुर |
मेला | मठघोघरा |
सर्वाधिक सिंचाई | तालाब से |
बांध | संजय सरोवर बांध |
धार्मिक स्थल | महाकालेश्वर मंदिर, शनि देव मंदिर |
राष्ट्रीय उद्यान | पेंच राष्ट्रीय उद्यान |
नदी | वेनगंगा |
उपनाम | मप्र का लखनऊ |
नेशनल हाईवे | NH 07 |
क्षेत्र | जनजातीय क्षेत्र |
भाषा | गोंडी |
दरगाह | मुहम्मद शाह वली की दरगाह |
जैन मंदिर | दिगंबर जैन मंदिर |
रेस्ट हाऊस | पायली रेस्ट हाउस |
Table of Contents
सिवनी जिले के प्रमुख पर्यटन स्थल
- ✔️महाकालेश्वर मंदिर
- ✔️भीमगढ़ संजय सरोवर बांध
- ✔️शिव मंदिर
- ✔️अमोदगढ़ पिकनिक स्थल
- ✔️पेंच टाइगर रिजर्व
- ✔️श्री गुरु रत्नेश्वर धाम
- ✔️श्री शिवधाम मठघोघरा
- ✔️वेन गंगा नदी का उद्गम स्थल
- ✔️मां बंजारी देवीजी का मंदिर
- ✔️मां वैष्णो देवी जी का मंदिर
- ✔️श्री सिद्ध शनिधाम मंदिर
- ✔️ललितांबा देवी जी का मंदिर
- ✔️मां अंबामाई देवी जी का मंदिर
- ✔️शहीद स्मारक स्थल टुरीया
- ✔️पायली रेस्ट हाऊस
- ✔️रिछारिया बाबाजी का मंदिर
- ✔️दलसागर तालाब
- ✔️दिगंबर जैन मंदिर
- ✔️शासकीय सुधरालय
- ✔️सिवनी जिले के चर्च
- ✔️मुहम्मद शाह वली की दरगाह
- ✔️मिशन हाई स्कूल
▶️ महाकालेश्वर मंदिर
महाकालेश्वर एक प्रसिद्ध मंदिर है। जो ढिगोरी गांव में स्थित है। यह गांव सिवनी से लगभग 20 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। महाकालेश्वर मंदिर काफी प्राचीन है। जिसे आठवीं सदी में बनाया गया था।यह प्राचीन मंदिर भगवान शिव को समर्पित है। यह मंदिर एक पहाड़ी पर बना हुआ है। जहां से आप सूर्योदय और सूर्यास्त का नजारा देख सकते हैं।
▶️ भीमगढ़ संजय सरोवर बांध
सिवनी जिले से लगभग 35 किलोमीटर की दूरी पर जबलपुर मार्ग पर विकासखंड छपरा से लगभग 20 किलोमीटर की दूरी पर पूर्वी दिशा में स्थित है।एशिया का सबसे बड़ा मिट्टी का बांध वेंगगंगा नदी पर स्थित है। यहां पर आकर पर्यटक नोका विहार का आनंद ले सकते हैं।
▶️ शिव मंदिर
सिवनी जिले से 17 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।यह प्रसिद्ध शिव मंदिर एक गांव काटल बॉडी में स्थित है। यहां पर एक शिवलिंग विराजमान है। जो शिव भगवान को समर्पित है। यहां पर श्रद्धालु वर्ष भर आते रहते हैं।
▶️अमोदगढ़ पिकनिक स्थल
यह जगह सिवनी और मंडला रोड पर लगभग 35 किलोमीटर की दूरी छुई ग्राम की ओर पूर्वी दिशा से 10 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।यहां पर हरी नदी का बहाव बहुत गहरा है। शीतल जल पहाड़ों और वृक्षों से घिरा यह चित्र बहुत ही सुंदर है। यहां शाम 4:00 बजे से अंधेरा होने लगता है।यहां पर ऊंचे ऊंचे पहाड़ एवं पेड़ हैं, यह पिकनिक मनाने का मनोरम स्थल है।यहां स्वयं के वाहन से पहुंचा जा सकता है।

▶️ पेंच टाइगर रिजर्व
सिवनी जिले में पर्यटन के रूप मे पेंच राष्ट्रीय उद्यान प्रसिद्ध है। राष्ट्रीय उद्यान में भ्रमण के लिए जाने के लिए दो गेट है। अक्टूबर माह से पर्यटकों के भ्रमण के लिए खोला जाता है। और जून जुलाई के बाद बंद कर दिया जाता है। राष्ट्रीय उद्यान में अनेक प्रकार के जीव जंतु और पशु पक्षी देख सकते हैं।उद्यान के बीचो-बीच से पेंच नदी बहती है।
▶️ श्री गुरु रत्नेश्वर धाम
यह स्थान सिवनी से जबलपुर रोड पर लगभग 10 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।यहां पर विश्व का अनूठा शिवलिंग स्थापित है।यहां स्वयं के वाहन से पहुंचा जा सकता है।

▶️ श्री शिवधाम मठघोघरा
सिवनी से जबलपुर रोड पर लगभग 60 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। लखनादोन से पश्चिम दिशा में लगभग 10 किलोमीटर की दूरी पर ग्राम मठघोघरा है। यह प्रसिद्ध धार्मिक एवं पर्यटन स्थल है। इसमें दो पहाड़ी के बीच में एक गहरी गुफा है। जिसमें भगवान शिव जी की मूर्ति एवम शिवलिंग स्थापित है। यहां पर पूरे वर्ष पर पहाड़ से जलधारा बहती रहती है। पानी कुंड में गिरता है।
▶️ वेन गंगा नदी का उद्गम स्थल
सिवनी जिले में वेनगंगा का उद्गम स्थल नागपुर रोड पर 18 किलोमीटर की दूरी पर ग्राम गोपालगंज से लगभग 6 किलोमीटर पूर्वी दिशा में ग्राम मुंडेरा है। मुंडेरा गांव के पास स्थित राजोला ताल से वेनगंगा नदी एक कुंड से निकलती है। उद्गम स्थल तक स्वयं के वाहन से जाया जा सकता है।
▶️ मां वैष्णो देवी जी का मंदिर
सिवनी से नागपुर रोड पर लगभग 10 किलोमीटर की दूरी पर स्थित सीलादेही गांव के पीछे पहाड़ी पर मां वैष्णो देवी की गुफा पूर्वी दिशा में स्थित है। कुछ वर्ष पूर्व गांव में शंकराचार्य द्वारा भागवत कथा का आयोजन किया गया था। इसके बाद पहाड़ी में श्री शंकराचार्य द्वारा पूजन किया गया था। इसके बाद मां वैष्णो देवी की मूर्तियां स्वयं प्रकट हुई थी। पूजन के बाद यहां से जलधारा भी निकली थी।जिसे महाराज शंकराचार्य द्वारा अमर गंगा का नाम दिया गया था। इस स्थान को वैष्णो देवी की गुफा के नाम से जाना जाता है।
▶️ श्री सिद्ध शनिधाम मंदिर
सिवनी के बंजारी टेकरी के पास विश्व का दूसरा स्वयंभू श्री शनि धाम मंदिर है। मूर्ति एक पहाड़ी पर स्थित है। यह मंदिर शनिदेव को समर्पित है।
▶️ मां बंजारी देवीजी का मंदिर
सिवनी से जबलपुर मार्ग पर विकासखंड छपरा जिला मुख्यालय से लगभग 35 किलोमीटर की दूरी पर बसा है। यहां से लगभग 10 किलोमीटर की दूरी पर मुख्य मार्ग पर सुंदर पहाड़ी के पास बना हुआ है। मंदिर में देवी की सुंदर प्रतिमा स्थापित है। मंदिर के सामने श्री हनुमान जी की प्रतिमा स्थापित है।

▶️ ललितांबा देवी जी का मंदिर
यह मंदिर सिवनी से छिदवाड़ा रोड पर लगभग 12 किलोमीटर की दूरी पर मुख्य मार्ग से लगभग 1 किलोमीटर की दूरी में ग्राम कातिल बॉडी में स्थित है। ग्राम में मां ललितांबा देवी का मंदिर है। यह मंदिर स्वामी श्री स्वरूपानंद जी ने बनाया था।मंदिर के पास एक कुंड भी बना हुआ है।
▶️ मां अंबामाई देवी जी का मंदिर
सिवनी से कटंगी बालाघाट रोड पर मुख्यालय से 20 किलोमीटर की दूरी पर आमागढ़ के पास मुख्य मार्ग से 2 किलोमीटर की दूरी पर जंगल में प्रसिद्ध मंदिर है। यहां पर नवरात्रि में मेला लगता है। यहां पर एक छोटा सा झरना वर्ष भर बहता रहता है। मंदिर के पास पंच मुखी हनुमान जी का प्रसिद्ध मंदिर है। यह पर्यटकों का मुख्य आकर्षण का केंद्र है। यहां स्वयं के वाहन से पहुंचा जा सकता है। थोड़े आगे जाने पर नन्ही कन्हार जलप्रपात है। जहां पर दो चट्टानों के बीच से पानी बहता है।
▶️ शहीद स्मारक स्थल टुरीया
यह सिवनी से 50 किलोमीटर की दूरी पर विकासखंड के ग्राम खवासा से पश्चिम दिशा से 12 किलोमीटर की दूरी में ग्राम टुरीया में स्थित है। यही शहीद स्मारक बनाया गया है यहां पर शहीद की याद में 9 अक्टूबर को मेले का आयोजन होता है।
▶️ पायली रेस्ट हाऊस
सिवनी से लगभग 100 किलोमीटर की दूरी पर घंसौर मे स्थित है। घंसौर से 30 किलोमीटर की दूरी पर पायली रेस्ट हाउस है। यहां पर पहाड़ी पर रेस्ट हाउस बनाया गया है। यहां पहाड़ी एवं वृक्ष है। सामने नर्मदा नदी का बरगी डैम का पानी भरा है,यहां पर बीच-बीच में अनेक छोटे-छोटे टापू बने हुए हैं। प्राकृतिक नजारा पहाड़ पानी एवं नाव दिखाई देते हैं।
▶️ रिछारिया बाबाजी का मंदिर
सिवनी जिले से 80 किलोमीटर की दूरी पर विकासखंड धनौरा से 12 किलोमीटर की दूरी पर प्रसिद्ध ऐतिहासिक एवं धार्मिक मंदिर है।यहां पर दीपावली के बाद 15 दिन का बहुत बड़ा मेला भरता है। मेले में बहुत दूर-दूर से लोग आते हैं। मंदिर में काले पत्थर की भगवान विष्णु की अष्टभुजी मूर्ति स्थापित है। और मंदिर के आसपास अन्य मूर्तियां भी स्थापित है। यह मंदिर पुरातात्विक महत्व को दर्शाता है। मंदिर के पास एक छोटा सा तालाब है जिसमें लोग स्नान करते हैं,इसके बाद मंदिर में पूजा करते हैं
▶️ दलसागर तालाब
सिवनी बस स्टैंड से 200 मीटर की दूरी पर स्थित है।तालाब राष्ट्रीय राजमार्ग के किनारे लगभग 50 एकड़ क्षेत्र में फैला हुआ है। तालाब के किनारे घाट स्वच्छ परिसर एवं बीच-बीच में टापू पर हरे-भरे खूबसूरत पेड़ लगे हुए हैं। नौका विहार की पूर्ण व्यवस्था होने के कारण यह एक पर्यटक स्थल के रूप में विकसित हुआ है ।
▶️ दिगंबर जैन मंदिर
सिवनी जिले के मध्य शुक्रवारी में स्थित दिगंबर जैन मंदिर पर्यटन के लिए प्रदेश में विख्यात है। भारत में स्थित जैन मंदिरों के इतिहास में सिद्धि के कलात्मक जैन मंदिर का उल्लेख हुआ है। उसका निर्माण कार्य अलग-अलग समय में संपन्न हुआ है। यह 17 मंदिरों का समूह है,फिर भी इसे देखने पर ऐसा लगता है, जैसे कि यह एक ही मंदिर है। दर्शकों को यही सबसे अच्छा लगता है।
▶️ शासकीय सुधरालय
इसके आसपास ठगो का आतंक था यह लूटपाट लोगों को मार डाला करते थे। ब्रिटिश सरकार ने कमिश्नर श्रीमान को उनके दामन के लिए नियुक्त किया कमिश्नर ने एक्ट बनाकर धारियों का अंत किया। उनके बच्चे जो स्वयंवरम पर गए थे, और अपराध जगत में कदम रख चुके थे। उनके लिए सन 1836 में इस ट्रेनिंग कॉलेज के सामने एक दरी बनाने का प्रशिक्षण खोला गया है। बाद में अन्य प्रशिक्षण दिए जाने लगे स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद यह शिक्षा विभाग के अंडर में आ गया और इसका नाम शासकीय सुधारालय हो गया।
▶️ सिवनी जिले के चर्च
विश्वास नगर के चलते नगर में ईसाई धर्म को मानने वाले दो चर्च है इनमें से एक प्रोटेस्ट और दूसरा कैथोलिक चर्च है।
▶️मुहम्मद शाह वली की दरगाह
अली की दरगाह जबलपुर राष्ट्रीय राजमार्ग 1 से 1 किलोमीटर की दूरी पर नाके के पास मोहम्मद शाह वली मियां साहब नामक एक मुस्लिम की दरगाह है।
▶️ मिशन हाई स्कूल
मिशन हाई स्कूल एक बहुत ही प्रसिद्ध हाईस्कूल है।यह भवन लगभग 111 वर्ष पुराना है। शाला भवन का निर्माण किया गया था। वह 5 वर्ष में बनकर तैयार हो गया था ।शाला भवन का आकार हवाई जहाज के जैसा है। इसकी सबसे बड़ी विशेषता यह है कि इसे उपयोग में लाया गया है।
शहडोल संभाग
• *⬇️ सिवनी जिले के प्रमुख पर्यटन स्थल महत्पूर्ण तथ्य
➊ सिवनी जिले को मध्य प्रदेश का लखनऊ कहां जाता है।
➋ सिवनी जिले में गोंडी भाषा बोली जाती है।
➌ वैनगंगा नदी का उद्गम सिवनी जिले के पारसबाड़ा पठार से होता है।
➍ वैनगंगा और वर्धा नदी के संगम को प्राणहिता कहा जाता है ।
➎ भैरोथान सिवनी में मठ घोघरा का मेला प्रतिवर्ष लगता है।

➏ सिवनी जिले में विभिन्न प्रकार की जनजातियां पाई जाती है।
➐ सिवनी से नेशनल हाईवे 7 निकलता है।
➑ पेंच राष्ट्रीय उद्यान सिवनी और छिदवाडा की सीमा पर स्थित है।
➒ सिवनी मालवा क्षेत्र का एक जिला है यह जिला जनजातीय क्षेत्र से संबंधित है।
सिवनी जिले के प्रमुख पर्यटन स्थल संबंधित FAQ’S About Seoni District
- क्या सिवनी में रेल सेवा की सुविधा है?
- नहीं (केवल बस सेवा)
- सिवनी का प्रमुख पर्यटन स्थल कोन सा हैं?
- शनिदेव मंदिर
- सिवनी में कोन सा प्रसिद्ध मेला लगता है।
- मठघोघरा
- सिवनी जिला कोन से संभाग के अंतर्गत आता है।
- जबलपुर
- सिवनी जिले की सबसे बड़ी तहसील कोन सी है।
- लखनादोन
- सिवनी जिले का सबसे प्रसिद्ध मंदिर कोन सा हैं।
- वैष्णो देवी मंदिर
Website Home ( वेबसाइट की सभी पोस्ट ) – | Click Here |
——————————————— | ————- |
Telegram Channel Link – | Click Here |