रीवा संभाग के अंतर्गत आने वाला मध्य प्रदेश का पूर्वी जिला सीधी है इस जिले की सीमाएं छत्तीसगढ़ को स्पर्श करती हैं सीधी जिले को जलापूर्ति करने वाली प्रमुख नदी सोन नदी है सीधी और सिंगरौली में सर्वाधिक कोयले का उत्पादन करने वाले जिले हैं सीधी जिले के अंतर्गत आने वाली चौफाल घाटी और खाम्फ घाटी अपने वनस्पतियों के लिए प्रसिद्ध है इस जिले की सिंचाई के सबसे प्रमुख साधन इस जिले में बना हुआ बरचर बांध है सीधी जिले में हर 3 साल में मालीमास के मेले का आयोजन होता है
सीधी जिले के प्रमुख पर्यटक स्थल | Major Tourist Places of Sidhi District |
देश | भारत |
राज्य | मध्य प्रदेश |
संभाग | रीवा |
जिला | सीधी |
जिला मुख्यालय | सीधी |
मलीमास का मेला | सीधी जिले में हर 3 वर्ष में इस मेले का आयोजन किया जाता है |
मठघोघरा का मेला | गोपद तहसील सीधी |
सीधी जिले के प्रसिद्ध कोयले की खदान | बगदरा और डुबरी कोयला खदान |
प्रमुख खनिज | कोरंडम खनिज |
संजय गांधी राष्ट्रीय उद्यान | सीधी |
बगदरा अभ्यारण | सीधी में इस अभ्यारण में घडियालों को संरक्षण प्रदान किया जा रहा है |
चांदी देवी का मेला | सीधी |
तहसील | 7 |
विधानसभा | 4 |
Table of Contents
सीधी जिले के प्रमुख पर्यटक स्थल
सीधी जिले के प्रमुख पर्यटक स्थल निम्न है
- ▶️ संजय राष्ट्रीय उद्यान
- ▶️ मठ घोघरा का मेला
- ▶️ सोन घड़ियाल अभ्यारण
- ▶️ पारसीली रिसोर्ट
- ▶️ चंद्रेह शिव मंदिर
- ▶️ तुर्रा जलप्रपात
- ▶️ बरदी का किला
- ▶️ भंवर सेन संगम स्थल
- ▶️ सीधी बांध
- ▶️ गुलाब सागर बांध
*️⃣ सीधी जिले का प्रसिद्ध संजय राष्ट्रीय उद्यान
मध्य प्रदेश का सबसे पूर्वी जिला सिंगरौली सीधी जिले से अलग कर ही बनाया गया था प्रसिद्ध संजय राष्ट्रीय उद्यान का क्षेत्र सीधी जिले की सीमा में भी आता है इसी जिले के अंतर्गत आने वाला बगदरा अभ्यारण घडियालो के संरक्षण के लिए प्रसिद्ध है। सीधी जिले के अंतर्गत आने वाले भवर सेन नामक गांव में ही इतिहासकार बाणभट्ट का जन्म हुआ था । यह राष्ट्रीय उद्यान हरे-भरे जंगलों से बहुत ही सुंदर लगता है । यह राष्ट्रीय उद्यान मन को मोह लेता है । संजय राष्ट्रीय उद्यान में घूमने के लिए पर्यटक दूर-दूर से यहां पर आते हैं। संजय नेशनल पार्क सीधी जिले का एक प्रमुख पर्यटक स्थल है। यह सीधी जिले में घूमने का एक प्रमुख स्थान है। लोग यहां छुट्टियां बिताने मध्य प्रदेश के कोने-कोने से आते हैं । दोस्तों यह खूबसूरत पार्क सीधी और सिंगरौली जिले में फैला हुआ है । कहा जाए तो यह पार्क मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में फैला हुआ है ।

संजय राष्ट्रीय उद्यान Imp Points
- ✔️ छत्तीसगढ़ में इस पार्क को गुरु घासीदास नेशनल पार्क के नाम से भी जाना जाता है। संजय नेशनल पार्क में आपको घास के मैदान और घने जंगल, पहाड़ियां , नदियां और जंगली जानवर देखने के लिए मिलते हैं।
- ✔️ अगर आप मध्य प्रदेश की सबसे कम भीड़ भाड़ वाले राष्ट्रीय उद्यान में घूमना चाहते हैं तो आप संजय नेशनल पार्क को चुन सकते हैं। क्योंकि इस पार्क में ज्यादा लोग नहीं आते हैं और यहां पर आप शांति से घूमने का मजा ले सकते हैं । वन्य जीव के दर्शन कर सकते हैं। यहां पर विभिन्न तरह के पेड़ पौधों की प्रजातियां पाई जाती हैं ।
- ✔️ संजय नेशनल पार्क और संजय दुबरी वन्य जीव अभ्यारण दोनों को मिलाकर के यह 810 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैले हुआ हैं । संजय नेशनल पार्क में वनस्पतियों में मुख्य रूप से सागोन, साल और बांस के पेड़ देखने के लिए मिलते हैं ।
Read More
- ✔️ यहां पर आपको वन्य जीवो में बाघ, तेंदुआ, चीतल , नीलगाय, चिंकारा जंगली बिल्ली , बोलने वाली साहिवाल, लकड़बग्घा, भालू, जंगली कुत्ते आदि आपको देखने के लिए मिल जाते हैं।
- ✔️ दोस्तों यह प्रवासी पक्षियों को देखने के लिए एक बेहद जगह है। यहां पर प्रवासी पक्षी ठंड के समय देखने के लिए मिल जाएंगे। आप यहां पर सफारी के मजे ले सकते हैं । यहां पर आपको ट्रीहाउस भी देखने के लिए मिल जाते हैं।
- ✔️ यहां पर आपको भारत का राष्ट्रीय पशु बाघ भी देखने के लिए मिल जाता है।
*️⃣ गोपद के मठ घोघरा मेले का आयोजन
सीधी जिले की गोपद तहसील में मठ घोघरा के मेले का आयोजन होता है । सीधी जिले में स्थित बगदरा और डुबरी प्रसिद्ध कोयले की खदानें हैं। सीधी जिले में मध्य प्रदेश का सबसे अच्छी गुणवत्ता का कोरंडम या खनिज पाया जाता है । सीधी जिले के अंतर्गत 4 विधानसभा और 7 तहसीलें हैं। सीधी एक ऐसा जिला जहां पर सन 1981 में संजय राष्ट्रीय उद्यान स्थापित किया गया था । जिसे प्रोजेक्ट टाइगर का दर्जा प्राप्त है। सीधी स्थित घोघरा गांव में चांदी देवी का मेला और चांदी देवी का मंदिर अत्यधिक प्रसिद्ध है।
*️⃣ सोन घड़ियाल अभ्यारण सीधी
दोस्तों सोन नदी का 161 किलोमीटर, बनास नदी का 23 किलोमीटर और गोपद नदी का 26 किलोमीटर का क्षेत्र मिलाकर कुल 210 किलोमीटर के क्षेत्र को 1981 में अभ्यारण के रूप में घोषित किया गया था। सोन घड़ियाल अभ्यारण घड़ियाल संरक्षण के लिए स्थापित किया गया था । यहां पर एक से एक पक्षियों की जातियां पाई जाती हैं।

*️⃣ पारसिली रिसॉर्ट
पारसिली रिसोर्ट सीधी जिले के बनास नदी के तट पर स्थित मझौली विकासखंड में स्थित है। यह रेतीले तटों और हरियाली के सुंदर दृश्यों के लिए प्रसिद्ध है । यह संजय राष्ट्रीय उद्यान और टाइगर रिजर्व के प्रारंभिक बिंदु पर अवस्थित है।
*️⃣ सीधी बांध
सीधी बाध सीधी जिले का एक प्रमुख बांध है। यह सिंधी जिले में एक जलाशय के रूप में प्रसिद्ध है । सीधी बांध चारों ओर से पहाड़ियों से घिरा हुआ एक बांध है यहां पर आप अपना बहुत ही अच्छा समय बिताने के लिए आ सकते हैं । बरसात के समय यहां पर चारों तरफ हरियाली देखने के लिए मिलती है। जिस वजह से लोगों की अच्छी खासी भीड़ यहां पर पहुंचती है।
*️⃣ चंद्रेह शिव मंदिर सीधी
चंद्रेह शिव मंदिर चेदि शासकों के गुरु ने इस मंदिर को स्थापित किया था। इस मंदिर में 2 प्राचीन चंदेल शिलालेख लगे है। चंद्रेह शिव मंदिर सोन एवं बनास नदी के संगम पर स्थित है। यह वर्तमान में भारतीय पुरातात्विक द्वारा संधारित है। यह मंदिर परसिली रिसोर्ट से लगभग 60 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।

*️⃣ तुर्रा जलप्रपात सीधी
तुर्रा जलप्रपात सीधी शहर का एक प्रमुख जलप्रपात है। यह जलप्रपात बरसात के समय देखने के लिए मिलता है। यह जलप्रपात सुंदर घाटियों के बीच स्थित है। यहां पर पहाड़ियों का सुंदर दृश्य देखने को मिलता है । यह जलप्रपात बेहद ही खूबसूरत जलप्रपात है और यह जल प्रपात दोहा की घाटियों में स्थित है। वर्षा के दौरान यहां पर लोगों की अच्छी खासी भीड़ यहां पर देखने को मिलती है।

*️⃣ गुलाब सागर बांध सीधी
गुलाब सागर बांध सीधी शहर का एक प्रमुख पर्यटन स्थल है। यह एक सुंदर जलाशय भी है। यह जलाशय चारों तरफ से पहाड़ियों से घिरा हुआ है । यहां पर आप घूमने के लिए आ सकते हैं बरसात के समय हरियाली देखने के लिए मिल जाती है । यहां पर बरसात के समय डैम के गेट भी खोल दिए जाते हैं । जिसका दृश्य काफी आकर्षक लगता है । यह बाध सीधी जिले की खड्डी में स्थित है । गुलाब सागर बांध में 6 गेट लगाए गए थे । इस बांध के सामने सड़क है। जिससे आप बांध के सामने का दृश्य देख सकते हैं। जब डैम के गेट खोले जाते हैं उस समय के दृश्य को देख सकते हैं यहां पर पहाड़ियों का एक सुंदर दृश्य देखने को मिलता है।

*️⃣ भंवर सेन संगम स्थल सीधी
भंवर सेन संगम स्थल सीधी शहर में स्थित प्रसिद्ध जगह है । यहां पर मध्य प्रदेश की प्रसिद्ध नदी सोन और बनास नदी का संगम हुआ है। इन दोनों नदियों का संगम स्थल बहुत ही सुंदर है । यह चारों तरफ से पहाड़ियों से घिरा हुआ स्थल है । आप इस स्थान को देखकर के कह सकते हैं कि यह एक मिनी गोवा है। यहां पर हर साल मकर संक्रांति के समय मेले का आयोजन किया जाता है। इस मेले में बहुत दूर-दूर से लोग शामिल होने के लिए आते हैं।

*️⃣ बरदी का किला
बरदी का किला सीधी शहर का एक प्राचीन स्थल है यह किला सोन एवं गोपाद नदी के संगम पर स्थित है। यह एक गड़ी है । यह किला अभी भी अच्छी अवस्था मौजूद है। इस को किला 18वीं शताब्दी में राजा मयूरसा ने अपनी राजधानी बनाया था। उसी समय इस किले का निर्माण किया था। मान्यताओं के अनुसार राजा मयूर शाह चंदेल वंश के वंशज थे । इस गढ़ी के पूर्व एवं पश्चिम में प्रवेश द्वार बने हुए है। पूर्व का प्रवेश द्वार मुख्य प्रवेश द्वार हैं और इस प्रवेश द्वार में पत्थरों की सुंदर कला भी देखने को मिल जाती है।

सीधी जिले के प्रमुख पर्यटक स्थल से संबंधी FAQ’S [ Major tourist places of Sidhi district FAQ’S ]
➡️ प्रसिद्ध वर्दी का किला मध्य प्रदेश के किस जिले में स्थित है?
उत्तर- सीधी
➡️ गुलाब सागर बांध मध्य प्रदेश के जिले में स्थित है ?
उत्तर- सीधी
➡️ तुर्रा जलप्रपात मध्य प्रदेश के जिले में स्थित है?
उत्तर – सीधी
➡️ सोन अभ्यारण मध्य प्रदेश के जिले में स्थित है?
उत्तर- सीधी
➡️ संजय राष्ट्रीय उद्यान मध्य प्रदेश के किस जिले में स्थित है?
उत्तर- सीधी
➡️ मठ घोघरा के मेले का आयोजन किस जिले में किया जाता है?
उत्तर – सीधी
➡️ सीधी जिले में कितनी तहसीलें हैं?
उत्तर- 4
➡️ सीधी जिले में कितनी विधानसभा है?
उत्तर- 7
➡️ संजय राष्ट्रीय उद्यान की स्थापना कब हुई थी ?
उत्तर- 1981
➡️ संजय नेशनल पार्क में प्रमुख वन्य जीव कौन-कौन से हैं?
उत्तर- बाघ चीता जंगली सूअर भालू नीलगाय चिंकारा हिरण आदि
➡️ संजय राष्ट्रीय उद्यान किन दो राज्यों में फैला हुआ है?
उत्तर- मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़
➡️ संजय राष्ट्रीय उद्यान मध्य प्रदेश के किन दो जिलों में स्थित है?
उत्तर- सीधी और सिंगरोली
➡️ मध्यप्रदेश का सीधी जिला किन घाटियों के लिए प्रसिद्ध है?
उत्तर – चोफाल घाटी और खाम्फ घाटी

Website Home ( वेबसाइट की सभी पोस्ट ) – | Click Here |
——————————————— | ————- |
Telegram Channel Link – | Click Here |