स्व सहायता समूह क्या है? लोन कैसे मिलेगा समूह से

स्वयं सहायता समूह

स्वयं सहायता समूह से तात्पर्य विशिष्ट उद्देश्य की पूर्ति हेतु आपसी सहायता से निर्मित उन छोटे एवम स्वैच्छिक समूहों से हैं।
स्वयं सहायता समूह यानी की एक ऐसा समूह जो अपनी मदद खुद ही करता है। स्वयं सहायता समूह का गठन 5-20 सदस्य मिलकर स्वेच्छा से करते हैं।

स्वयं सहायता समूह SWG क्या हैं?

स्वयं सहायता समूह आपस मे अपनापन रखने वाले एक जैसे सूक्ष्म उधमियो का ऐसा समूह है,जो अपनी आय से सुविधाजनक तरीके से बचत करता है। और उसे समूह के सदस्यों को उनके उत्पादक और उपभोग जरूरतों के लिए समूह द्वारा तय ब्याज, अवधि और अन्य शर्तो पर दिए जाने
के लिए आपस मे सहमत होते हैं।

ऋण लेने की पात्रता शर्ते (समूह को)

1. कम से कम छह माह तक सक्रिय होना चाहिए।
2. अपने संसाधनों से बचत की हो।
3. समूह ने सदस्यों को ऋण दिया हो।
4. समुचित खाते का रिकॉर्ड रखा हों।
5. लोकतांत्रिक तरीके से काम होना चाहिए जहां सभी सदस्यों की सुनी जाती हो।
6. एक दूसरे की सहायता करना और मिलकर काम करने के लिए बनाया गया होना चाहिए। और बैंक शाखा प्रबंधक इस बात से संतुष्ट होने चाहिए कि समूह का गठन केवल प्रोजेक्ट लोन में भाग लेना और उसके लाभ प्राप्त करने के लिए ही नहीं बनाया गया है।
7. सदस्यों की पृष्ठभूमि और हित एक समान होने चाहिए।

ऋण मात्रा

स्वयं सहायता समूह  में कितना ऋण दिया जाता है उसके संबंध में जानकारी
बैंकों द्वारा स्वयं सहायता समूह की आकलन के अनुसार बचत और ऋण स्वीकार अनुपात 1:1 से 1:4  तक हो सकता है। अर्थात जिसकी जितनी अधिक बचत होगी उसको उतना अधिक ऋण मिल सकता है। या उन्हें उसका 4 गुना तक ऋण मिल सकता है। जैसे कोरोनावायरस के टाइम पर महिलाएं मास्क  के लिए ऋण ले रही हैं।

स्वयं सहायता समूह कैसे बनाएं।

आजीविका मिशन योजना के बारे में जो है  स्वयं समूह सहायता का मिशन है गांव की गरीब औरतों को आत्मनिर्भर बनाना तो समूह बनाने के लिए हमें सबसे पहले  किस-किस डॉक्यूमेंट की जरूरत पड़ती है। किस-किस कागज की जरूरत पड़ती है। तो वह मैं आपको बता देता हूं।समूह बनाने के लिए हमें सबसे पहले एक समूह में  12 औरतें होती हैं। तो उन 12 औरतों का हमारे पास दो दो पासपोर्ट साइज फोटोग्राफ होना चाहिए। एक एक पासबुक की फोटो कॉपी एक उनका आधार कार्ड और सो सो रुपए उन सब से जमा करवाने हैं। यानी की 12 औरतें मिलकर 12 सो रुपए जमा करती है। 12 उनके आईडेंटिकार्ड होंगे और उनकी फोटो तो यह सारी चीजें जिस किसी के पास होगी। वह 12 महिलाएं होंगी। 12 महिलाओं में से एक जो है वह सचिव के पद पर  एक कोषाध्यक्ष के पद पर होगी और एक अध्यक्ष के पद पर होगी।फिर यह ग्रुप बनने के बाद यह सारे डाक्यूमेंट्स कंप्लीट होने के बाद आपको ब्लॉक में जाना होगा।

आपने उस ब्लाक में जाकर आपके सारे सबमिट करने पड़ेंगे डॉक्यूमेंट।डॉक्यूमेंट को सबमिट करने के बाद जो भी वहां पर सर होंगे वे आपके ग्रुप को रजिस्टर करेंगे। ब्लॉक में उसके बाद ये सब करने के बाद वह आपको एक लेटर देंगे।इस लेटर को लेकर आपको अपने नियरेस्ट बैंक ब्रांच में जाना है। वह आपका खाता खोल कर देंगे, और जब आप ब्लॉक में जाएंगे तो ब्लॉक वाले अफसर आपको एक जो मोहर है। वह भी बनाएंगे। आपके जो ग्रुप है। उसका एक नाम होना चाहिए। जैसे कि आप अपने ग्रुप का नाम रख सकते हैं। भाग्यलक्ष्मी ग्रुप, दुर्गा शक्ति ग्रुप, या कुछ भी जो भी आपको अच्छा लगे।वह अपने ग्रुप का नाम रख सकती हैं।और उसी एक नाम से  12 महिलाओं के समूह का एक खाता खुलेगा। और वह खाता खुलने के बाद ही सरकार आपको जो भी बेनिफिट होता है जो भी आपकी राशि होती है, सरकार प्रदान करती है और स्वयं समूह सहायता ग्रुप के डायरेक्ट खाते में आएगी। और जो भी काम होगा फिर आप  जो भी आप करना चाहेंगे मिलकर 12 लोग वोट दें तो आप ही आसानी से कर सकती हैं सरकारी सहायता के द्वारा ।

समूह में क्या क्या काम आता है?

समूह का गठन कर महिलाओं को सशक्त बनाने का कार्य किया जा रहा है। उत्तर प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन द्वारा ग्रामीण गरीब महिलाओं को समूह में गठित कर अनेकों प्रकार से आर्थिक सहायता देकर उनको पंचसूत्र का पालन जैसे नियमित बैठक बचत, लेनदेन उधार वापसी और लेखांकन कराया जाता है। महिलाओं की बैठकों हेतु ग्राम संगठन और सीएसएल कार्यालय भी विकसित कराए गए हैं।महिलाओं को राशन की दुकानें आवंटित की गई। जनपद में 40 से अधिक राशन की दुकान का संचालन समूह की महिलाएं कर रही है। महिलाओं द्वारा 70हजार सोलर स्टडी लैंप योजना अंतर्गत सोलर स्टडी लैंप की असेंबलिंग रिपेयरिंग मार्केट गई है।

महिला समूह द्वारा महिलाओं के स्वास्थ्य प्रबंधन सुविधाएं हेतु नजीबाबाद में नेपकीन बनाने का कारखाना लगाया गया है। महिलाओं ने कृषि विभाग से ट्रेक्टर कृषि यंत्र प्राप्त कर उनको संधि प्रयोग किया और किराए पर भी चलाती हैं। शिक्षा विभाग से समन्वय कर प्राथमिक विद्यालयों में स्कूल ड्रेस सिलाई का कार्य,पशुपालन विभाग द्वारा समूह की महिलाओं को 50-50 चूजे दिए जाते हैं। विद्युत विभाग से संबंधित विद्युत बिल कलेक्ट करने का कार्य भी समूह की महिलाओं द्वारा किया जा रहा है।मनरेगा से भी समूह की महिलाओं को सीआईएफ बोर्ड निर्माण का कार्य दिया गया इन महिलाओं ने 400 से अधिक सीआईएफ बोर्ड बनाकर उपलब्ध कराएं।

स्वयं सहायता समूह से लोन कैसे ले ?

महिला समूह लोन कैसे ले सकते हैं  इसकी प्रक्रिया लेने का जो नियम है वह ऑफलाइन और ऑनलाइन  दोनों ही है। केवल महिला को ही लोन लेने के लिया अप्लाई किया जाता है।  महिला के जो डॉक्यूमेंट लगने वाले है। आधार कार्ड, वोटर कार्ड और पासबुक यह तीनो चीज़ जो है महिला के ही नाम से होना चाहिए। और यह तीनों में  सब कुछ होना चाहिए ।

स्वयं सहायता समूह के बारे में बहुत ही महत्वपूर्ण जानकारी अगर आप अपना समूह बनाए हैं। अगर आपका समूह है तो आपके लिए बहुत ज्यादा जानना जरूरी है कि समूह में  लोन कब मिलता है, कैसे मिलता है, और बैठक कितनी करनी चाहिए। और समूह के काम सही जानकारी आपको मिलेगी। अपने सारे समूह की महिलाओं से कहे ताकि सभी को जानकारी हो।

स्व सहायता समूह क्या है? लोन कैसे मिलेगा समूह से

स्व सहायता समूह की बैठक

1.स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को प्रति सप्ताह बैठक करना चाहिए।
2. प्रति सप्ताह बैठक करने से समूह की महिलाओं की आत्मशक्ति एवं एक दूसरे के साथ अपने विचार सांझा करने की शक्ति बढ़ती है।
3. स्वयं सहायता समूह एक माह में कितनी बैठक करें इसके लिए कोई बाध्यता नहीं की गई है।
4. स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को एक निश्चित धनराशि ही जैसे 10लाख अथवा 20 लाख ही जमा करने चाहिए।

स्वयं सहायता समूह लोन के लिए कब पात्र होता है।

राष्ट्रीय मिशन की नियमावली के अनुसार स्वयं सहायता समूह गठन के बाद लोन लेने के लिए पात्र होगा। स्वयं सहायता समूह का गठन जिस दिन से होता है, उसी दिन से ही वाहन लोन के लिए पात्र हो जाता है। स्वयं सहायता समूह में निश्चित समय अवधि के बाद कई प्रकार के फंड  समूह की महिलाओं को प्रदान की जाने लगती हैं। स्वयं सहायता समूह में महिलाएं 15000 से लेकर 500000 तक का लोन आसानी से प्राप्त कर सकते हैं। जिसकी ब्याज दर बहुत ही कम होती है, लोन लेने के लिए आपको बैंक में कुछ डॉक्यूमेंट जमा करने होंगे उसके बाद आपको आसानी से लोन प्राप्त हो जाएगा जिस भी महिलाओं को लोन की आवश्यकता है वह अपने निजी कार्य के लिए लोन को ले सकते हैं।

स्वयं सहायता समूहों में नौकरी

स्वयं सहायता समूह में कई प्रकार की नौकरियों का भी प्रावधान किया गया है। कोई भी महिला  समूह में नौकरी करना चाहती हैं,तो समूह की महिलाओं से संपर्क करके नौकरी के पात्र प्राप्त कर सकते हैं। उनसे संपर्क करने से आपको सभी जानकारी मिलती रहेगी और आप वहां पर नौकरी के लिए चयन करवा सकेंगे।
समूह में जो नौकरियां चल रही हैं मैं उनके कुछ नाम बता देता हूं।

  • समूह सखी की नौकरी
  • पशु सखी की नौकरी
  • कृषि सखी की नौकरी
  • महात्मा गांधी रोजगार योजना
  • बिजली सखी की नौकरी
  • बैंक सखी की नौकरी
  • बैंक मित्र की नौकरी

स्वयं सहायता समूह लोन

स्वयं सहायता समूह लोन आसानी से मिल जाता है, अब लोन की कीमत को 20 लाख रुपए तक कर दिया गया है। आप बैंक जाकर के लोन को आसानी से प्राप्त कर सकते हैं। लोन लेने के बाद आपके पास जो भी पैसा आता है उसे आप अपना बैंक में जमा करके लोन  से मुक्त हो सकते हैं।

स्वयं सहायता समूह से संबंधित इस पोस्ट में आपको मैंने महत्वपूर्ण जानकारियां उपलब्ध करा दी हैं,बाकी जानकारी आपको ना समझ में आई और जो आप इससे संबंधित जानना चाहते हैं,तो हमें उस  प्रश्न को कमेंट बॉक्स में भेजें हम आपको उससे संबंधित सभी जानकारी तुरंत ही बता देंगे ।
धन्यवाद

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