टीकमगढ़ जिले के प्रमुख पर्यटक स्थल
टीकमगढ़ का पुराना नाम टिहरी था जिसे राजा विक्रम जीत सिंह जी ने अपनी राजधानी बनाया था। और इस जगह का नाम श्री कृष्ण के नाम टीकम के आधार पर टीकमगढ़ रखा । टीकमगढ़ जिले के अंतर्गत पहले 10 तहसील और 5 विधानसभा आती थी लेकिन मध्यप्रदेश के 52 वा जिला निवाड़ी के बनने के बाद जिले के अंतर्गत 7 तहसीलें और 3 विधानसभा आती हैं मध्यप्रदेश के टीकमगढ़ जिले से निवाड़ी को 1 अक्टूबर सन 2018 को अलग कर दिया गया था और उस टीकमगढ़ जिले का विभाजन 1 अक्टूबर 2018 को हो गया था और इस टीकमगढ़ से निकल करके एक नया जिला निवाड़ी बना दिया गया था ।
टीकमगढ़ जिले की प्रमुख पर्यटक स्थल | Major tourist places of Tikamgarh district |
जिला मुख्यालय | टीकमगढ़ |
स्थापना | 1 नवंबर 1956 |
जन घनत्व | 286 वर्ग किलोमीटर |
ब्लॉक | 7 |
मुख्य भाषा | हिंदी |
लोकसभा | टीकमगढ़ लोक सभा |
टीकमगढ़ जिले के प्रमुख पर्यटक स्थल या मंदिर | हरिदस मंदिर, प्रतापेश्वर मंदिर, धनुषधारी मंदिर ,विंध्यवासिनी मंदिर, कुंडेश्वर धाम धोरी का किला, रामगढ़ का किला, प्रसिद्ध जैन तीर्थ स्थल पपौराजी |
टीकमगढ़ जिले के प्रमुख क्षेत्र | बराना लिधौरा डिगोरा मोहनगढ़ बल्देवगढ़ और टीकमगढ़ |
बान सुजारा बांध | टीकमगढ़ ग्राम सुजारा |
टीकमगढ़ जिले का पुराना नाम | टिहरी |
टीकमगढ़ जिले में विधानसभा | 3 |
टीकमगढ़ जिले में तहसील | 7 |
मठ देवरा का सूर्य मंदिर | टीकमगढ़ |
खरगापुर का किला | खरगापुर टीकमगढ़ |
Table of Contents
टीकमगढ़ जिले की प्रसिद्धि
टीकमगढ़ जिला मध्य प्रदेश में पीतल उद्योग के लिए प्रसिद्ध है । टीकमगढ़ जिले का प्रमुख उद्योग केंद्र प्रतापपुरा है। टीकमगढ़ जिला मध्य प्रदेश के उत्तरी भाग में स्थित है। भारत की राजधानी दिल्ली से करीब 500 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है । करीब 238 साल पहले ओरछा रियासत के राजा विक्रम जीत सिंह जी ने 1784 इसवी में ओरछा से अपनी राजधानी टिहरी में स्थानांतरित कर ली थी जो वर्तमान में पुरानी टेहरी के नाम से जानी जाती है टीकम से ही टीकमगढ़ का नाम रखा गया । टीकम शब्द भगवान श्री कृष्ण के नाम से लिया गया है अर्थात भगवान श्री कृष्ण के नाम पर इस जिले का नाम टीकमगढ़ रखा गया है। प्राचीन काल से टीकमगढ़ में प्रमुख रूप से मौर्य वंश, शुंग वंश ,गुप्त वंश, चंदेल वंश और बुंदेल वंश के राजाओं ने शासन किया है।

भौगोलिक स्थिति टीकमगढ़ जिला Tikamgarh MP
टीकमगढ़ जिले के प्रमुख क्षेत्र बराना लिधौरा देवड़ा मोहनगढ़ बल्देवगढ़ और टीकमगढ़ हैं। टीकमगढ़ का कुल क्षेत्रफल 5048 वर्ग किलोमीटर है। टीकमगढ़ में कुल जनसंख्या 2011 की जनगणना के अनुसार 1445160 है। टीकमगढ़ जिले का जनसंख्या घनत्व 286 वर्ग किलोमीटर है। टीकमगढ़ जिले में कुल 7 ब्लॉक हैं। टीकमगढ़ जिले की मुख्य भाषा हिंदी है। टीकमगढ़ जिले का जिला मुख्यालय टीकमगढ़ है। टीकमगढ़ जिले को नया जिला 1 नवंबर 1956 को बनाया गया था। टीकमगढ़ जिले में पहले 5 विधानसभा क्षेत्र आते थे लेकिन जब से निवाड़ी जिला बनाया गया तो इसमें से पृथ्वीपुर विधानसभा और निवाड़ी विधानसभा अलग हो गई और यह दोनों विधानसभा निवाड़ी जिला में पहुंच गई हैं। टीकमगढ़ के बड़गांव से होकर के धसान नदी निकलती है। बड़गांव में प्रसिद्ध हनुमान मंदिर और शिव मंदिर बहुत ही प्रसिद्ध है । टीकमगढ़ जिले में हरिदश मंदिर, प्रतापेश्वर मंदिर, धनुषधारी मंदिर , बगाज माता का मंदिर बहुत ही प्रसिद्ध है । विंध्यवासिनी मंदिर बल्देवगढ़ में स्थित है।
टीकमगढ़ जिले के प्रमुख पर्यटक स्थल
टीकमगढ़ जिले के प्रमुख पर्यटक स्थल निम्न है
- 🌑 कुंडेश्वर धाम
- 🌑 प्रसिद्ध जैन तीर्थ स्थल पपौरा जी
- 🌑 मठ देवरा का सूर्य मंदिर
- 🌑 अब्दुल शाह बाबा की मजार
- 🌑 गिद्ध वाहिनी देवी का मंदिर
- ⚫ रामगढ़ का किला
- 🌑 खरगापुर का किला
- 🌑 धोरी का किला
- 🌑 बल्देवगढ़ का किला
- 🌑 हजरत गुलाब शाह बाबा की दरगाह
1. कुंडेश्वर धाम
प्रसिद्ध कुंडेश्वर मंदिर टीकमगढ़ जिले के अंतर्गत आता है। यहां पर प्रतिवर्ष मकर संक्रांति और महाशिवरात्रि पर मेले का आयोजन किया जाता है। नदी तालाब जोड़ो परियोजना टीकमगढ़ जिले में सन 2000 – 2001 में प्रारंभ की गई थी। टीकमगढ़ जिले में ही बलराम ताल योजना का प्रारंभ किया गया था । कुंडेश्वर धाम टीकमगढ़ ललितपुर हाईवे पर टीकमगढ़ शहर से मात्र 5 किलोमीटर की दूरी पर स्थित भगवान शिव का चमत्कारी वह समय मंदिर है। जिसे हम कुंडेश्वर धाम के नाम से जानते हैं । इसके एक और जंगल है।

2. प्रसिद्ध जैन तीर्थ स्थल पपौरा जी
प्रसिद्ध जैन तीर्थ स्थल पपौराजी टीकमगढ़ जिले के अंतर्गत आता है। टीकमगढ़ जिले से ही मध्यप्रदेश में नदी तालाब जोड़ो परियोजना की शुरुआत की गई थी। मध्य प्रदेश की पहली महिला मुख्यमंत्री उमा भारती का संबंध टीकमगढ़ जिले से है। पपौरा जैन तीर्थ स्थल टीकमगढ़ से महज 5 किलोमीटर की दूरी पर स्थित यह मंदिर है। यहां पर पर्यटकों को घूमने के लिए गार्डन बना हुआ है। यह गार्डन बहुत ही सुंदर तरीके से सजाया गया है। पर्यटकों को ठहरने के लिए धर्मशाला भी बनी हुई है। और यहां पर भोजशाला का निर्माण भी किया गया है।

3. मठ देवरा का सूर्य मंदिर
प्रसिद्ध मठ देवरा का सूर्य मंदिर टीकमगढ़ जिले के अंतर्गत ही आता है । टीकमगढ़ हल्दी के उत्पादन में अपना प्रथम स्थान रखता है और टीकमगढ़ में ही अदरक का उत्पादन में प्रथम स्थान पर होता है। रीवा के बाद मध्य प्रदेश के सबसे ज्यादा जानवर टीकमगढ़ में प्राप्त हुए हैं मध्य प्रदेश की सबसे ज्यादा बकरियां यहीं पर पाए जाते हैं।

4. अब्दुल शाह बाबा की मजार
अब्दुल शाह बाबा की मजार टीकमगढ़ जिले में बनाई गई है। टीकमगढ़ जिले में मध्य प्रदेश की प्रथम महिला मुख्यमंत्री सुश्री उमा भारती का जन्म 3 मई 1959 को टीकमगढ़ के ढूंढा नामक ग्राम में हुआ था। टीकमगढ़ जिले को बुंदेलों की शौर्य भूमि के नाम से जाना जाता है।
5. गिद्ध वाहिनी देवी का मंदिर
गिद्ध वाहिनी देवी का मंदिर टीकमगढ़ जिले में स्थित है। टीकमगढ़ जिले में ही सिद्धेश्वरी माता का मंदिर भी स्थित है यहां पर श्रद्धालु दूर-दूर से घूमने के लिए जाते हैं और माता रानी के दर्शन करते हैं।
6. रामगढ़ का किला
रामगढ़ का किला रामगढ़ नामक गांव में टीकमगढ़ जिले में स्थित है । रामगढ़ का किला पर्यटकों के लिए पूरी साल खुला रहता है । यहां पर पर्यटका जब भी चाहे इस किले को घूमने के लिए जा सकते हैं। यह किला चारों ओर से वनों से आच्छादित है और यहां पर इस किले को घूमने से बहुत ही सुंदरता महसूस होती है। यह बहुत ही पुराना किला है यह किला राजाओं के शासनकाल में बनाया गया था।
7. खरगापुर का किला
खरगापुर का किला टीकमगढ़ जिले से महज 50 किलोमीटर दूर स्थित है । खरगापुर का किला चारों ओर से वनों की सुंदरता से घिरा हुआ है खरगापुर का किला घूमने के लिए पर्यटक दूर-दूर से आते हैं और यह किला बहुत ही सुंदर लगता है इस किले मे दीवार काफी जर्जर हो चुकी है क्योंकि यह किला बहुत ही पुराना है।

8. धोरी गढ़ का किला
धोरी गढ़ का किला टीकमगढ़ से लगभग 32 किलोमीटर दूर स्थित है धोरी गढ़ का किला में ही प्राचीन शिव मंदिर बना हुआ है।
9. बल्देवगढ़ का किला
बल्देवगढ़ का किला मध्यप्रदेश में बहुत ही मजबूत किला माना जाता है। बल्देवगढ़ का किला मध्य प्रदेश के टीकमगढ़ जिले में स्थित है। यह किला टीकमगढ़ शहर से लगभग 26 किलोमीटर दूर छतरपुर मार्ग पर स्थित है । यह किला बुंदेलखंड के सबसे सुरक्षित किलो में से एक है। ओरछा के महाराज विक्रम जीत सिंह जी ने 1783 में अपनी राजधानी को टेहरी या टीकमगढ़ स्थानांतरित किया था । 1784 में सैनिक छावनी के लिए इस किले का निर्माण शुरू किया गया था। यह किला सुरक्षा की दृष्टि से एकदम सटीक था इसमे प्रवेश करने के लिए 7 द्वार बनाए गए थे । इसमे प्राचीन मूर्तियां हैं इस किले में एक संग्रहालय भी बनाया गया है। यह किला प्राचीन इतिहासिक धरोहर है । यहां पर पर्यटक घूमने के लिए नहीं जाती क्योंकि यहां पर अंदर जाना मना है यह किला सिर्फ साल में एक बार दशहरे के दिन खुलता है तो यदि कोई घूमने जाता है तो दशहरे के दिन ही उसे घूमने के लिए मिलता है।

भोपाल सम्भाग | चम्बल सम्भाग | ग्वालियर सम्भाग | इंदौर सम्भाग | जबलपुर सम्भाग |
1. भोपाल | 6. श्योपुर | 9. अशोकनगर | 15. अलीराजपुर | 23. कटनी |
2. राजगढ़ | 7. मुरैना | 10. गुना | 16. इन्दौर | 24. छिंदवाड़ा |
3. रायसेन | 8. भिंड | 11. ग्वालियर | 17. खंडवा | 25. जबलपुर |
4. विदिशा | 12. दतिया | 18. खरगोन | 26. डिंडौरी | |
5. सीहोर | 13. शिवपुरी | 19. झाबुआ | 27. नरसिंहपुर | |
14. चाचौड़ा | 20. धार | 28. मंडला | ||
21. बुरहानपुर | 29. बालाघाट | |||
22. बड़वानी | 30. सिवनी |
10. हजरत गुलाब शाह बाबा की दरगाह
हजरत गुलाब शाह बाबा की दरगाह टीकमगढ़ जिले में स्थित है।
नर्मदापुरम सम्भाग | रीवा सम्भाग | सागर सम्भाग | शहडोल सम्भाग | उज्जैन सम्भाग |
31. हरदा | 34. रीवा | 39. छतरपुर | 45. अनूपपुर | 48. आगर मालवा |
32. होशंगाबाद | 35. सतना | 40. टीकमगढ़ | 46. उमरिया | 49. उज्जैन |
33. बैतूल | 36. सीधी | 41. दमोह | 47. शहडोल | 50. देवास |
37. सिंगरौली | 42. पन्ना | 51. नीमच | ||
38. मैहर | 43. सागर | 52. मंदसौर | ||
44. निवाड़ी | 53. रतलाम | |||
54. शाजापुर | ||||
55. नागदा |
टीकमगढ़ जिले के प्रमुख पर्यटक स्थल – FAQ’s
⚫ बान सुजारा बांध मध्य प्रदेश के किस जिले में स्थित है?
उत्तर- सुजारा गांव टीकमगढ़।

🌑 खरगापुर का किला किस जिले में स्थित है?
उत्तर – खरगापुर तहसील टीकमगढ़।
🌑 बल्देवगढ़ का किला किस जिले में स्थित हैं?
उत्तर – बल्देवगढ़ टीकमगढ़।
🌑 हजरत गुलाब शाह बाबा की दरगाह किस जिले में बनाई गई है?
उत्तर- टीकमगढ़।
🌑 मठ देवरा का सूर्य मंदिर कहां स्थित है?
उत्तर – टीकमगढ़।
🌑टीकमगढ़ जिले के प्रमुख पर्यटक स्थल कौन-कौन से हैं?
उत्तर – हजरत गुलाब शाह बाबा की दरगाह, मठ देवरा का सूर्य मंदिर, बल्देवगढ़ का किला, बान सुजारा बांध, खरगापुर का किला, धोरी गढ़ का किला, रामगढ़ का किला, गिध्दवाहिनी देवी मंदिर ,जैन तीर्थ स्थल पपौराजी , कुंडेश्वर धाम।
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