उमरिया जिले के प्रमुख पर्यटक स्थल-
दोस्तों आज हम बात करने वाले हैं मध्यप्रदेश के उमरिया जिले के बारे में जो कि यह जिला ज्यादा बड़ा नहीं है और ना ही 1 जिले का विस्तार ज्यादा है परंतु यहां पर बहुत सुंदर और ऐतिहासिक इमारतें मौजूद हैं | दोस्तों इस जिले के अंतर्गत बहुत सुंदर -सुंदर पर्यटक स्थल मौजूद हैं जहां पर बहुत सुंदर और खूबसूरत लगता है | दोस्तों यहां पर पर्यटक महत्व बहुत से ऐसे स्थल हैं जहां पर बहुत ही सुंदर लगता है | दोस्तों यहां पर आज हम बात करने वाले हैं उमरिया जिले में कौन-कौन से पर्यटक स्थल हैं, उनकी क्या विशेषता है?और उमरिया जिले में जो भी पर्यटक स्थल पाए जाते हैं कौन पर्यटक स्थलों को किसने बनवाया ? उमरिया जिले में जो भी पर्यटक स्थल पाए जाते हैं उनका क्या इतिहास है अभी की महत्वपूर्ण जानकारी को आज विस्तार पर चर्चा करेंगे |
उमरिया जिले का प्रमुख पर्यटक स्थल | |
बांधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यान | उमरिया |
बांधवगढ़ का किला | 14 वी शताब्दी में निर्मित राजा विक्रमादित्य सिंह जी के द्वारा |
उमरिया जिला | 10 जून 1998 |
संभाग | शहडोल |
कोयला उत्पादक क्षेत्र | जोहिला |
संजय ताप विद्युत केंद्र | उमरिया जिला |
तालाबों की संख्या | 800 |
जोहिला जलप्रपात | जोहिला नदी पर |
कंचन घाट जलप्रपात | जोहिला नदी पर |
कोदार जलप्रपात | जोहिला नदी पर |
मां ज्वाला धाम मंदिर | उमरिया जिला |
नवग्रह मंदिर | बिरसिंहपुर उमरिया |
बिरसिंहपुर बांध | बिरसिंहपुर उमरिया |
पनपथा वन्य जीव अभ्यारण | जिला उमरिया |
बिरासिनी माता मंदिर | माता शक्ति की सिद्ध पीठ उमरिया |
उमरिया जिले के कुछ प्रमुख पर्यटक स्थल–
- ✔बांधवगढ़ किला-
- ✔बघेल संग्रहालय
- ✔सतगुरु कबीर गुफा मंदिर
- ✔बांधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यान
- ✔लपेटव गढ़ किला
- ✔लक्ष्मण मंदिर या बांधवाधीश मंदिर
- ✔बिरासिनी माता मंदिर
- ✔शेष शैय्या
- ✔दूधेश्वर शिव धाम मंदिर दुधारिया
- ✔पनपथा वन्य जीव अभ्यारण
- ✔श्री हनुमान धाम धौरखोह उमरिया
- ✔उमरार बांध उमरिया
- ✔बिरसिंहपुर बांध उमरिया
- ✔उमरिया का नवग्रह मंदिर बिरसिंहपुर
- ✔मां ज्वाला धाम उमरिया
- ✔कोदार जलप्रपात उमरिया
- ✔उमरिया का कंचन घाट जलप्रपात
- ✔उमरिया का सिद्ध बाबा मंदिर
- ✔जोहिला जलप्रपात उमरिया
▶️ बांधवगढ़ किला उमरिया
दोस्तों कहा जाता है कि यह किला आज से लगभग 2000 वर्ष से भी अधिक पुराना है इसके लिए का निर्माण रीवा के राजा विक्रमादित्य सिंह जी ने करवाया था |
दोस्तों यह किला धर्म से भी जुड़ा हुआ है क्योंकि इसके लिए का संपूर्ण स्वरूप शिव पुराण में भी देखा जा सकता है यह किला बांधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यान के मध्य में पड़ता है | यह कला बांधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यान की ऊंची पहाड़ी पर निर्मित है दूर से देखने पर यह किला बहुत ही सुंदर और आकर्षक लगता है |

▶️ बघेल संग्रहालय-
बघेल संग्रहालय उमरिया जिले का प्रमुख पर्यटक स्थल है यहां पर कई लोग इसे देखने के लिए आते हैं |
▶️ सतगुरु कबीर गुफा मंदिर-
दोस्तों बांधवगढ़ नेशनल पार्क में सदगुरु कबीर गुफा मंदिर स्थित है यह मंदिर प्रसिद्ध कवि कबीर जी के लिए समर्पित है जिनके दोहे दुनिया में आज भी विश्व विख्यात हैं | इनके द्वारा दिए गए दोहे के माध्यम से कई लोग अपने जीवन में कई उपलब्धियों को हासिल कर चुके हैं | कबीर जी के द्वारा दिए गए दोनों में जिंदगी को नजदीक से देखा जा सकता है और उसे समझा जा सकता है |
▶️ बांधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यान उमरिया
उमरिया जिले के अंतर्गत आने वाला बांधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यान यहां का प्रमुख पर्यटक स्थल है इस राष्ट्रीय उद्यान के अंतर्गत बहुत सारे जीव जंतुओं को देखा जा सकता है | बांधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यान में पानी की बहुत अच्छी व्यवस्था है जिस कारण से यहां पर जीव जंतु लंबे समय तक निवास कर जाते हैं उनका इस राष्ट्रीय उद्यान के अलावा कहीं जाने का बिल्कुल मन ही नहीं करता | किस राष्ट्रीय उद्यान में प्रमुख रूप से मोर ,हिरण ,भालू ,चीता को भी देखा जा सकता है |

बांधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यान के अंतर्गत बहुत ही ऐसी प्राकृतिक ऐतिहासिक और राष्ट्रीय धरोहर की चीजें हैं जिनको पर्यटन के रूप में देखा जा सकता है और उनका आनंद लिया जा सकता है |
▶️ लपेटव गढ़ किला-
दोस्तों यह अकेला बहुत ही प्राचीन और ऐतिहासिक किला है जिसके बारे में बहुत कम लोग ही जानते थे क्योंकि इसके बारे में ज्यादातर कोई बताता ही नहीं | उमरिया जिले के अंतर्गत आने वाला यह किला यहां का प्रसिद्ध और ऐतिहासिक अकेला है इसके लिए के अंदर मौजूद पत्थर की सुंदर प्रतिमाओं को देखा जा सकता है जिसमें कई प्रतिमा भगवान से जुड़ी हुई प्रतिमाएं भी देखी जा सकती हैं |
▶️ लक्ष्मण मंदिर या बांधवाधीश मंदिर-
दोस्तों भगवान श्री राम माता सीता और लक्ष्मण की सुंदर प्रतिमा को इस मंदिर में देखा जा सकता है जिनमें लक्ष्मण जी की प्रतिमा प्रमुख है | दोस्तों यह मंदिर बांधवगढ़ नेशनल पार्क के अंदर स्थित है और लक्ष्मण जी को यहां पर बांधवगढ़ देवता के रूप में भी जाना जाता है और इस मंदिर को बांधवाधीश मंदिर के नाम से भी जाना जाता है |
इस मंदिर के पास में ही एक तालाब बना हुआ है और यहां पर बहुत सुंदर दृश्य लगता है | जंगल में होने के कारण यहां का वातावरण एकदम शुद्ध और स्वच्छ रहता है | इस मंदिर में लक्ष्मण जी की पूजा भी की जाती है और श्रद्धालु लोग इस मंदिर के दर्शन करने के लिए भी आते रहते हैं |
▶️ बिरासिनी माता मंदिर उमरिया
उमरिया जिले के बिरसिंहपुर पाली में स्थित माता बिरासिनी देवी का मंदिर स्थित है यह मंदिर एक धार्मिक मंदिर है बिरसिंहपुर पाली में बिरासिनी माता मंदिर होने के कारण इस गांव का नाम बिरसिंहपुर रखा गया है | दोस्तों यहां पर माता शक्ति की बहुत ही प्राचीन काल की मूर्ति देखी जा सकती है कहा जाता है कि यह मूर्ति कलचुरी वंश के शासन काल की है | बिरासिनी माता मंदिर एक धार्मिक मंदिर है और यह मंदिर बहुत ही प्राचीन है |

दोस्तों इस मंदिर का निर्माण सफेद मार्बल की सहायता से किया गया है जिस कारण से यह मंदिर बहुत ही खूबसूरत लगता है और इस मंदिर की सुंदरता आज भी कायम है | दोस्तों यहां पर आने वाले हर एक श्रद्धालु की हर मनोकामना बिरासिनी माता के द्वारा पूरी की जाती है |
दोस्तों इस मंदिर की बिल्कुल ही करीब में बिरसिंहपुर रेलवे स्टेशन स्थित है रेलवे स्टेशन से यदि आप चाहें तो इस मंदिर तक पहुंच सकते हैं हालांकि रेलवे स्टेशन से मंदिर तक जाने के लिए आपको यातायात साधन की की संपूर्ण व्यवस्था रहती है |
▶️ शेष शैय्या उमरिया
भगवान विष्णु के लिए समर्पित एक मंदिर बांधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यान के अंदर स्थित है और यह मंदिर बांधवगढ़ के लिए की बिल्कुल ठीक पास में है | मंदिर बहुत प्राचीन और ऐतिहासिक जिस कारण से यहां पर अक्सर लोग इसे देखने के लिए आते रहते हैं | भगवान विष्णु की लेटी हुई प्रतिमा को यहां पर स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है और दर्शन किये जा सकते है | इस मंदिर के बिल्कुल बाजू में एक कुंड निर्मित है जिस कारण से यहां पर बहुत सुंदर लगता है |

▶️ दूधेश्वर शिव धाम मंदिर दुधारिया-
उमरिया जिले में यह मंदिर एक धार्मिक मंदिर है यहां पर भगवान भोलेनाथ की शिवलिंग और माता पार्वती तथा उनके पुत्र श्री गणेश की प्रतिमा को स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है | यहां पर मन्नत मांगने वाले हर श्रद्धालु की हर मनोकामना भगवान भोलेनाथ के द्वारा पूरी की जाती है |
कहा जाता है कि इस धाम पर मकर संक्रांति के समय भव्य मेले का आयोजन किया जाता है और इस मेले में आसपास के अलावा प्रदेश के अन्य लोग भी मेले का हिस्सा बनते हैं और पार्टिसिपेट करते हैं |
▶️ पनपथा वन्य जीव अभ्यारण-
उमरिया जिले का यह वन्य जीव अभ्यारण पर्यटक स्थल के रूप में जाना जाता है यहां पर विभिन्न प्रकार के जीव जंतुओं को देखा जा सकता है जिनमें हिरण, सांभर ,चीता आदि को यहां पर आप स्पष्ट रूप से देख सकते हैं |
यह वन्य जीव अभ्यारण प्रमुख रूप से विभिन्न प्रकार की चिड़ियों की प्रजातियों के लिए जाना जाता है क्योंकि यहां पर चिड़ियों की कई प्रजातियां आप स्पष्ट रुप से देख सकते हैं | इस वन्य जीव अभ्यारण को देखने के लिए आप परिवार सहित भी आ सकते हैं और पर्यटन का आनंद ले सकते हैं |
▶️ श्री हनुमान धाम धौरखोह उमरिया-
दोस्तों भगवान श्री हनुमान जी की लेटी हुई प्रतिमा को धौरखोह धाम पर देखा जा सकता है यह मंदिर बहुत ही खूबसूरत और सुंदर लगता है | यह मंदिर भगवान हनुमान जी के लिए समर्पित है यहां पर भगवान हनुमान जी के अलावा हिंदू धर्म के कई देवी-देवताओं को देखा जा सकता है | हनुमान जयंती के समय यहां पर हनुमान जयंती का भव्य आयोजन किया जाता है | दोस्तों यह मंदिर जंगल की बिल्कुल ठीक बीच में स्थित है परंतु यहां पर बहुत सुंदर लगता है इस मंदिर को बजरंग धाम से भी जाना जाता है|
यह मंदिर उमरिया जिले के राघोपुर गांव में स्थित है मंदिर के आस पास बहुत से जंगली जानवरों को देखा जा सकता है साथ ही यहां पर सबसे ज्यादा मात्रा में बंदरों को देखा जा सकता है | यह मंदिर लगभग उमरिया जिले से 22 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है | इस मंदिर के चारों तरफ हरे भरे पेड़ पौधे देखे जा सकते हैं पेड़ पौधे होने के कारण यहां पर बहुत सुंदर लगता है |
इस मंदिर तक जाने के लिए परिवहन की पूर्ण सुविधा उपलब्ध है हालांकि बहुत समय पहले यहां पर जाने के लिए रास्ता सही नहीं था लेकिन वर्तमान में रास्ता पूरी तरीके से एकदम सुंदर और बढ़िया रास्ता है | कहा जाता है कि भगवान हनुमान जी के मंदिर में प्रत्येक श्रद्धालु की हर मन्नत को भगवान श्री हनुमान जी के द्वारा पूरा किया जाता है |
भगवान श्री हनुमान जी के अलावा यहां पर भगवान शिव की मूर्तियों को भी देखा जा सकता है जिसमें भगवान शिव के शिवलिंग प्रमुख हैं | हिंदू धर्म से जुड़ा हुआ यह मंदिर बहुत प्राचीन और सुंदर मंदिर है जहां पर कई लोग दर्शन करने के लिए आते रहते हैं जिन्होंने इस मंदिर के बारे में पहली बार सुना वह लोग जरूर इस मंदिर में दर्शन करने के लिए आते हैं |
▶️ उमरार बांध उमरिया-
दोस्तों उमरिया जिले का यह बांध यहां पर पर्यटक का और आकर्षण का केंद्र है यहां पर बहुत अच्छा लगता है आप यहां पर पूरे परिवार के साथ भी पर्यटन का आनंद ले सकते हैं | घूमने फिरने के लिए कोई फीस नहीं ली जाती परंतु सावधानी के लिए जरूर सचेत किया जाता है | उमरार बांध उमरिया जिले से लगभग 5 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है इस बांध को देखने के लिए पर्यटक लोग आते रहते हैं |
▶️ बिरसिंहपुर बांध उमरिया-
दोस्तों उमरिया जिले में बहने वाली नदी जोहिला यहां की प्रमुख नदी है और इसी नदी पर बिरसिंहपुर बांध स्थित है | यह बांध देखने में बहुत सुंदर है और यहां पर प्रतिवर्ष कई लोग जनवरी के महीने में घूमने के लिए आते हैं क्योंकि इस महीने यहां पर बहुत अच्छा लगता है और कई लोग तो यहां पर पिकनिक मनाने के लिए आते हैं | बिरसिंहपुर पाली गांव में यह बांध स्थित है जिस कारण थे कि पाली बांध के नाम से भी जाना जाता है |

दोस्तों यदि बिरसिंहपुर बांध की सुंदरता को देखना है तो आपको यहां पर बरसात के महीने में आना चाहिए क्योंकि बरसात के समय में बांध के भर जाने के कारण है इस बांध के गेट खोल दिए जाते हैं | बांध के गेट खोल जाने के कारण बांध का गिरता हुआ पानी बांध की सुंदरता को बढ़ा देता है और यहां पर बहुत सुंदर दृश्य लगता है |
दोस्तों इस बांध का उपयोग यहां पर होने वाली खेती के लिए भी किया जाता है और संजय ताप विद्युत केंद्र में भी इस बांध के पानी का उपयोग किया जाता है | इस बांध के तीन तरफ सुंदर-सुंदर पहाड़ियां मौजूद हैं जिस कारण से यह बांध बहुत सुंदर लगता है |
▶️ उमरिया का नवग्रह मंदिर बिरसिंहपुर-
दोस्तों उमरिया जिले के नवग्रह मंदिर में भगवान शिव को देखा जा सकता है और यह मंदिर एक धार्मिक मंदिर है जहां पर भगवान शिव की पूजा करने के लिए लोग हमेशा आते रहते हैं | भगवान शिव की पूजा करने के लिए यहां पर सबसे ज्यादा सावन महीने में आते हैं क्योंकि कहा जाता है सावन महीना का प्रत्येक दिन भगवान शिव के लिए समर्पित होता है |
उमरिया जिले के बिरसिंहपुर पाली के पास यह धार्मिक स्थल मौजूद है यहां पर चारों तरफ हरे भरे पेड़ पौधे हैं | यह मंदिर पहाड़ी पर स्थित है और दूर से देखने में यह मंदिर बहुत ही खूबसूरत लगता है | इस मंदिर की पहाड़ी से चारों तरफ का नजारा बहुत ही खूबसूरत लगता है |
▶️ मां ज्वाला धाम उमरिया-
दोस्तों मां ज्वाला का यह मंदिर लगभग 2000 साल से भी अधिक पुराना मंदिर है | कहा जाता है कि इस मंदिर की पूजा कई सालों से होती आ रही है और मां ज्वाला का यहां पर निवास स्थल है | दोस्तों यह मंदिर उमरिया जिले के एक बहुत बड़े क्षेत्र में स्थित है इस मंदिर में माता ज्वाला की 1 शक्ति पीठ स्थित है | हिंदू धर्म का यह मंदिर बहुत ही प्राचीन और सुंदर मंदिर है यहां पर हिंदू धर्म से जुड़े हुए लोग अक्सर इस मंदिर के दर्शन करने के लिए आते हैं और मां ज्वाला की कृपा का पात्र बनते हैं |
दोस्तों इस मंदिर में आने के बाद लोगों के मन में एक अलग ही पॉजिटिव ऊर्जा प्राप्त होती है और इस मंदिर में आने के बाद मन को बहुत अच्छा लगता है | मां ज्वाला के अलावा यहां पर भगवान श्री गणेश का मंदिर भी देखा जा सकता है और भगवान श्री राम का मंदिर भी देखा जा सकता है यह मंदिर भी यहां के प्रमुख मंदिर हैं जहां पर लोग हमेशा दर्शन करने के लिए आते रहते हैं |
दोस्तों मां ज्वाला के मंदिर के पास ही काल भैरव की प्रतिमा को भी देखा जा सकता है जो कि यहां की सभी प्रतिमाओं में अद्वितीय प्रतिमा है | नवरात्रि के शुभ अवसर पर मां ज्वाला के दर्शन करने के लिए सैकड़ों लोग यहां पर आते हैं और नवरात्रि के समय यहां पर होने वाले आयोजन में हिस्सा लेते हैं |
▶️ कोदार जलप्रपात उमरिया-
दोस्तों उमरिया जिले का यह जलप्रपात बहुत सुंदर जलप्रपात है यह जलप्रपात प्राकृतिक रूप से बहुत पुराना जलप्रपात है जंगल के बीचोंबीच स्थित है | दोस्तों इस जलप्रपात को देखने के लिए वर्ष का सबसे सुंदर समय और सबसे उपयुक्त समय उतरती बरसात का समय होता है क्योंकि इस समय किसी भी दुर्घटना की कोई संभावना नहीं होती और इस समय बहता हुआ पानी एकदम स्वच्छ और निर्मल होता है |
यह जलप्रपात है यहां पर बहने वाली जोहिला नदी पर स्थित है जलप्रपात के चारों ओर हरे भरे पेड़ पौधे होने से यह बहुत सुंदर लगता है | जलप्रपात का गिरता हुआ पानी देखने में बिल्कुल दूध की तरह लगता है इस जलप्रपात का भ्रमण करने के बाद प्रकृति की एक अलग ही सुंदरता देखने को मिलती है | दोस्तों अगर प्रकृति को करीब से जानना है तो हमें ऐसे पर्यटक स्थलों पर घूमने की आवश्यकता है समय-समय पर भ्रमण करने की आवश्यकता है तो ही हम प्रकृति की सुंदरता को जान सकते हैं |

▶️ उमरिया का कंचन घाट जलप्रपात-
उमरिया जिले की छोटी से उदल गांव में स्थित यह जलप्रपात बहुत सुंदर और खूबसूरत जलप्रपात है | यह जलप्रपात भी यहां पर बहने वाली जोहिला नदी पर स्थित है और इस जलप्रपात के ठीक है बाजू में कोदार जलप्रपात भी स्थित है |
यह जलप्रपात जंगलों के बीचो बीच स्थित है परंतु यहां पर बहुत सुंदर लगता है यहां पर व्यक्ति शांति से अपना समय बिता सकता है और उसको यहां पर बहुत सुकून महसूस होगा | दोस्तों टेंशन भरी जिंदगी में टेंशन से भरा हुआ दिमाग कई व्यक्तियों का होता है यदि ऐसे व्यक्ति एक बार इस जलप्रपात का भ्रमण करते हैं तो उनका तनाव दूर होना बिल्कुल तय होता है | दोस्तों प्रकृति की सुंदरता देखने के बाद हमारे मन में एक अलग ही खुशी की और शांति की फीलिंग आती है |
दोस्तों इस जलप्रपात को देखने के लिए और यहां पर समय बिताने के लिए आसपास के लोकल के लोग तो आते ही हैं लेकिन शहर से बाहर के लोग भी इस जलप्रपात को देखने के लिए भारी मात्रा में आते हैं | इस जलप्रपात की चारों ओर घना जंगल होने के कारण यह जलप्रपात बहुत सुंदर और खूबसूरत लगता है यहां के हरे भरे पेड़ पौधे इसकी सुंदरता बढ़ा देते हैं |
▶️ उमरिया का सिद्ध बाबा मंदिर-
उमरिया जिले की मुख्य सड़क के बाजू में स्थित यह मंदिर उमरिया जिले का प्रमुख धार्मिक स्थल है | सिद्ध बाबा मंदिर के नाम से जाना जाने वाला यह मंदिर लोगों के आकर्षण का केंद्र बन चुका है | उमरिया के सिद्ध बाबा मंदिर में बहुत बड़े शिवलिंग को देखा जा सकता है यहां पर भगवान शिव के अनन्य भक्त देखे जा सकते हैं | इस मंदिर में भगवान शिव की पूजा के अलावा हिंदू धर्म के कई देवताओं की पूजा की जाती है |
यह मंदिर दूर से दिखाई देता है क्योंकि सड़क से थोड़ी ही दूर एक पहाड़ी पर यह मंदिर स्थित है ऊंची पहाड़ी पर होने के कारण यह मंदिर देखने में बहुत सुंदर लगता है | दोस्तों इस मंदिर को देखने के लिए पर्यटक यहां हमेशा आते रहते हैं | दोस्तों यदि उमरिया जिले के धार्मिक स्थलों को कोई देखना चाहता है तो एक बार सिद्ध बाबा मंदिर के दर्शन करने के लिए जरूर आता है |
▶️ जोहिला जलप्रपात उमरिया-
उमरिया जिले के अंतर्गत आने वाला जोहिला जलप्रपात यहां का प्रमुख पर्यटक स्थल है | यह जलप्रपात बहुत ही आकर्षक और सुंदर है | जोहिला जलप्रपात बांधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यान के अंदर आता है राष्ट्रीय उद्यान के अंदर होने के कारण इस जलप्रपात के चारों तरफ हरे भरे पेड़ पौधे होने से इसकी सुंदरता कई गुनी बढ़ जाती है | रत्नाकर प्रकृति की सुंदरता देखना है तो एक बार जोहिला जलप्रपात का भ्रमण जरूर करना चाहिए | जहां पर प्रकृति की सुंदरता के कई रहता आपको देखने को मिल सकते हैं जिसमें प्रमुख रुप से पानी की जलधारा, पहाड़ों की सुंदरता आदि देखने को मिल सकता है | इस जलप्रपात को देखने के लिए प्रतिवर्ष सैकड़ों की संख्या में लोग यहां पर घूमने के लिए आते हैं और सबसे ज्यादा लोग जनवरी के महीने में यहां पर पिकनिक मनाने के लिए आते है |

जोहिला जलप्रपात यहां पर बहने वाली जोहिला नदी पर स्थित है पत्थरों के बीच से बहता हुआ पानी बहुत सुंदर और आकर्षक लगता है | इस जलप्रपात के चारों और घना जंगल है और जंगल के हरे भरे होने से यह जलप्रपात बहुत सुंदर लगता है फोटोशूट के लिए यह स्थान बहुत उपयुक्त रहता है |
दोस्तों वर्तमान में यहां जाने के लिए अच्छे रास्ते उपलब्ध हो गए हैं हालांकि कुछ समय पहले यहां पर आने जाने के लिए अच्छी सुविधाएं नहीं थी परंतु अब यहां पर अच्छी सुविधा होने के कारण और अच्छी सड़कें होने के कारण प्रतिवर्ष सैकड़ों लोग इसे देखने के लिए आते हैं |
उमरिया जिले के प्रमुख पर्यटन स्थल संबंधित FAQ’S
🌗 मध्यप्रदेश के उमरिया जिले में विधानसभाओं की संख्या कितनी है?
मध्यप्रदेश के उमरिया जिले में विधानसभा क्षेत्र केवल 2 आते हैं इसके अलावा यहां पर 5 तहसीलें हैं |
🌗 1 ग्राम एक सरोवर योजना किस राज्य में चलाई जा रही है?
1 ग्राम एक सरोवर योजना मध्य प्रदेश में चलाई जा रही है|
🌗 उमरिया जिले में कुल कितने तालाब हैं?
उमरिया जिले में लगभग 800 तालाब हैं इन तालाबों का निर्माण मध्य प्रदेश सरकार के द्वारा चलाई जा रही एक ग्राम एक सरोवर योजना के तहत किया जा रहा है |
उमरिया जिले में बनाए गए इन तालाबों को “लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड” में दर्ज किया गया है |
🌗 संजय ताप विद्युत केंद्र मध्य प्रदेश में कहां पर है?
संजय ताप विद्युत केंद्र मध्यप्रदेश के उमरिया जिले में स्थित है |
🌗 उमरिया जिले में विष्णु मंदिर कहां पर स्थित है?
उमरिया जिले में विष्णु मंदिर बांधवगढ़ किले के अंतर्गत आता है |
🌗 मध्यप्रदेश में लाख बनाने का कारखाना किस जिले में है?
मध्यप्रदेश में लाख बनाने का कारखाना उमरिया जिले में स्थापित है |
🌗 जोहिला कोयला उत्पादक क्षेत्र कहां पर है ?
जोहिला मध्य प्रदेश का प्रसिद्ध कोयला उत्पादक क्षेत्र हैं और यह कोयला उत्पादक क्षेत्र उमरिया जिले में आता हैं |
🌗 उमरिया जिले का लक्ष्मी नारायण मंदिर किसने बनवाया था?
उमरिया जिले का लक्ष्मी नारायण मंदिर प्राचीन काल के दौरान यहां पर शासन करने वाले राजपूत राजाओं ने इस मंदिर का निर्माण करवाया था | मध्यप्रदेश के उमरिया जिले में यह मंदिर जिले में बहने वाली नर्मदा नदी के किनारे स्थित है नदी के किनारे होने के कारण यहां पर बड़ी मात्रा में लोग घूमने के लिए आते हैं |
🌗 मध्यप्रदेश में बांधवगढ़ किला कहां पर स्थित है?
मध्यप्रदेश में बांधवगढ़ किला उमरिया जिले के अंतर्गत आता है|
🌗 बांधवगढ़ किले का निर्माण किसने करवाया था?
उमरिया जिले के अंतर्गत आने वाला बांधवगढ़ किला बघेल वंश के राजा विक्रमादित्य के द्वारा करवाया गया है | इस किले का निर्माण 14वीं शताब्दी के अंतर्गत हुआ था |
🌗 बांधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यान कहां पर स्थित है?
मध्य प्रदेश का प्रसिद्ध और चर्चित बांधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यान मध्यप्रदेश के उमरिया जिले में आता है इस राष्ट्रीय उद्यान का क्षेत्रफल का भी फैला हुआ है |
🌗 मध्य प्रदेश का उमरिया जिला किस संभाग के अंतर्गत आता है?
मध्य प्रदेश का उमरिया जिला शहडोल संभाग के अंतर्गत आता है |
🌗 उमरिया जिले की स्थापना कब हुई अथवा उमरिया जिला कब बना ?
10 जून 1998 को शहडोल संभाग से उमरिया जिले को पृथक करके एक नया जिला घोषित किया गया |

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