राजेंद्र गिरी अथवा राजेंद्र पर्वत के नाम से जाना जाने वाला पचमढ़ी के अंदर एक पर्यटक स्थल है जो बहुत ही खूबसूरत है

बैतूल जिला का इतिहास बहुत ही पुराना है यहां पर ब्रिटिश सरकार भी बैतूल जिले के कई हिस्सों में अपनी छावनी को ठहरा चुकी है

बैतूल जिले के अंतर्गत आने वाली कुकरू चोटी यहां का प्रमुख पर्यटक स्थल है यहां की सुंदरता बड़ी अनोखी है

कुकुरू चोटी के आसपास मध्य प्रदेश की जानी मानी और प्रसिद्ध है कोरकू जनजाति निवास करती है

मुक्तागिरी जैन तीर्थ यहां का सबसे विशाल और लंबा मंदिर वाला जैन तीर्थ स्थल है

मुक्तागिरी की सभी क्षेत्र के बारे में कहा जाता है कि यहां 3.50 करोड़ मुनियों को मोक्ष प्राप्त हुआ था

ताप्ती नदी का उद्गम बैतूल जिले के मुलताई नामक स्थान से होता है इस नदी के माध्यम से यहां पर होने वाली खेती में इसी जल का प्रयोग किया जाता है

बैतूल जिले के मुलताई नगर को "मूल तापी " के रूप में भी जाना जाता था

बैतूल जिले छोटे से गांव शेरगढ़ में बना हुआ प्राचीन किला जिसे शेरगढ़ किले के रूप में जाना जाता है

मध्य प्रदेश कि बैतूल जिले में सबसे ज्यादा कुरकु जनजाति निवास करती है |

बेतूल जिले के आमला नामक स्थल पर भारतीय वायुसेना ने अपनी छावनी स्थापित की है |

सालबर्डी क्षेत्र जिसके अंतर्गत यहां की प्रसिद्ध महादेव गुफाएं मिलती हैं जिनमें भगवान शिव की शिवलिंग को देखा जा सकता है

बैतूल जिला के पर्यटन स्थल Full Information

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