बुरहानपुर सन 2013 में खंडवा जिले से अलग होकर एक नया जिला बना था।

शाहजहां की पत्नी मुमताज बेगम की मृत्यु बुरहानपुर जिला में हुई थी तथा यही इन्हें दफनाया गया था।

सिक्खों के प्रसिद्ध गुरु गुरु गोविंद सिंह ने अपने जीवन का एक लंबा समय बुरहानपुर में रहकर बिताया

बुरहानपुर जिले के अंतर्गत 3 तहसील  और 2 विधानसभा  आती है

बुरहानपुर को गंजेडियो का स्वर्ग कहते हैं

शाहनवाज खान का असली नाम ईरत था

इनमें सबसे सर्वश्रेष्ठ मस्जिद जामा मस्जिद है। यह सारे भारत में अपनी सुंदरता के लिए विशेष स्थान एवं महत्व रखती हैं।

असीरगढ़ का किला बुरहानपुर में खंडवा बुरहानपुर रोड पर स्थित है।

यह बुरहानपुर जिले के मोहल्ला किला बाजार की तादा गुजारी मस्जिद के उत्तर में मुगल युग की प्रसिद्ध यादगार अकबरी सराय है

महल गुलारा बुरहानपुर से लगभग 21 किलोमीटर की दूरी पर अमरावती रोड पर स्थित ग्राम सिंगा खेड़ा से उत्तर दिशा में स्थित है

यह रेलवे लाइन के पार बुरहानपुर के उत्तर दिशा की ओर स्थित है।

शाही किला ताप्ती नदी के पूर्व में स्थित बुरहानपुर का एक राजस्वी महल  था