सन् 1999 में जब रतन टाटा फोर्ड के मालिक से मिलने अमेरिका पहुंचे तो उन्हें वहां बहुत बड़ी बेइज्जती का सामना करना पड़ा।
वक्त किस तरह घूमती है यह बात टाटा ग्रुप और फोर्ड के बीच हुए एक घटनाक्रम से पता चलती है।
इंटरनेट महंतों के अनुसार इस बेइज्जती को सालों तक सहलाते रहे।
1991 में टाटा ने शेयर लांच की 1998 में टाटा ने पहली पूर्ण स्वदेशी भारतीय यात्रीकार इंडिका भारत में लॉन्च की।
2008 में अमेरिका मंडी ने दस्तक दे दी सभी सेक्टर्स की तरह ओटोमेटिक सेक्टर्स की भी कमर टूट गई।
सबसे ज्यादा असर पड़ा लग्जरी कार ब्रंड को 2008 में फोर्ड मोटर्स के साथ एक डील में टाटा मोटर्स ने जैगुआर लैंड रोवर को खरीदा था
इस तरह दोस्तों कुल सालों बाद जेएलआर ब्रैंड में नाटकीय बदलाव आया और आज यह टाटा मोटर्स का बड़ा सहारा बन गई है।
इस बेज्जती को Ratan Tata सालों तक रहे और जब 9 साल बाद फोर्ड दिवालिया होने की कगार पर पहुंची
एक कार्यक्रम में किस्सा सुनाते हुए कहा था कि 1999 में जब रतन टाटा ऑटो बिजनेस डील के लिए गए थे
टाटा ने उनसे जैगुआरऔर लैंड रोवर खरीद कर इस बेज्जती का बदला लिया। और वह खुश हो गया था।