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मुरैना जिले के पर्यटन Morena District Tourism GK History

मुरैना जिले के प्रमुख पर्यटक स्थल

चंबल नदी के किनारे स्थित मुरैना मे मध्य प्रदेश के सबसे ज्यादा मोर पाए जाते हैं इसलिए इसका नाम मुरैना पड़ा। मुरैना मध्य प्रदेश में दूध और शहद के उत्पादन में अपना प्रथम स्थान रखता है। एक मधुमक्खी की चाल 16 किलोमीटर प्रति घंटा होती है । मुरैना मध्य प्रदेश के  संपूर्ण भारत देश में गजट मिठाई के लिए अत्यधिक है।

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मुरैना में नागा बाबा का मेला आयोजित किया जाता है। मुरैना का उद्योग केंद्र बानमोर है । मुरैना मध्य प्रदेश का दूसरा सबसे कम लिंगानुपात वाला जिला है जहां पुरुषों की तुलना में स्त्रियों की संख्या 839 /1000 कम है। मुरैना मध्य प्रदेश सरसों का उत्पादन में प्रथम स्थान रखता है और यहां का जन घनत्व 394 व्यक्ति प्रति वर्ग किलोमीटर है । मुरैना में चंबल नदी परियोजना चलाई जा रही है जहां घडियालो को संरक्षण प्रदान किया गया है। मुरैना में चंबल नदी बीहड़ों का निर्माण करती है जिसे डाकुओं का निवास स्थल या स्वर्ग स्थल कहते हैं । चंबल नदी मुरैना में अत्यधिक मिट्टी  का कटाव करती है जो मध्य प्रदेश के साथ हमारे भारत देश की एक गंभीर समस्या है । मध्य प्रदेश के जिला मुरैना में जहां स्थित पहला सीमेंट कारखाना स्थित किया गया था।

मुरैना जिले के प्रमुख पर्यटक स्थल
देशभारत
राज्यमध्य प्रदेश
संभागचंबल संभाग
जिला मुख्यालयमुरैना
जिलामुरैना
विधानसभा6
तहसीलें6
प्रमुख नदियांकुंवारी, आसन, साक नदी
राष्ट्रीय चंबल अभ्यारणमुरैना
मुरैना का पुराना नाममयूरवन
उद्योग केंद्रबानमौर
पहाड़गढ़ की गुफाएंमुरैना
लिखी राज की गुफाएंमुरैना
सबलगढ़ का किलामुरैना
शासन कालमुरैना में कछवाहा राजवंश का शासन रहा है

☑️ सर्वाधिक मोर मुरैना जिले में पाए गए

मुरैना मध्य प्रदेश का सबसे उत्तरी जिला है जिसकी सीमाएं मध्य प्रदेश के दो पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश और राजस्थान को छूती हैं । मुरैना का वास्तविक नाम मयूरवन था जो महाभारत काल से ही अपने मोरों के लिए प्रसिद्ध है । मुरैना के अंतर्गत आने वाला साटा गांव  जिले में सबसे ज्यादा मोरो वाला गांव है। मुरैना भिंड और श्योपुर की तरह चंबल क्षेत्र की घाटी क्षेत्र में बसा हुआ एक जिला है। चंबल  नदी के अलावा  यहां कुंवारी, आसन , साक नदी यहां बहने वाली अन्य छोटी नदियां हैं। इनमें से आसन नदी पर प्रसिद्ध अंबा माता का मंदिर और यहां बना चंद्राकार बाध अत्यंत प्रसिद्ध है। मुरैना जिले के मितावली नामक स्थान पर प्रसिद्ध चौसठ योगिनी का मंदिर स्थित है। जिसकी बनावट हूबहू दिल्ली के संसद भवन की तरह है । मुरैना जिले के अंतर्गत भी भीमबैटिका के समकालीन गुफाएं पाई गई हैं जिन्हें हम पहाड़ गढ़ की गुफाओं के नाम से जानते हैं । इन गुफाओं की संख्या 86 है । इनमें सबसे महत्वपूर्ण गुफा लिखी राज की गुफा है । जो आसन नदी के किनारे स्थित है।

☑️ मुरैना में लंबे समय तक कछवाहा राजवंश का शासन रहा

मुरैना जिले में एक लंबे समय तक कछवाहा राजवंश का शासन रहा है। इसी राजवंश के द्वारा यहां शिव के प्रसिद्ध मंदिर काकड़ मठ का निर्माण कराया गया था । इनके अलावा टीनपुरा का राम जानकी मंदिर, नूराबाद, सबलगढ़ का किला, राष्ट्रीय चंबल अभ्यारण , पटिया वाले बाबा का मंदिर , रतन दास जी का मंदिर, गंगापुर धाम अत्यंत प्रसिद्ध है। राष्ट्रीय चंबल अभ्यारण में घड़ियालो के साथ ही कछुओं की प्रजाति का भी संरक्षण किया जाता है। यह मध्य प्रदेश का एक मात्र ऐसा अभ्यारण है जो मध्य प्रदेश उत्तर प्रदेश और राजस्थान जैसे तीन राज्यों में फैला हुआ है

सबलगढ़ के किले का निर्माण सबला गुर्जर ने करवाया था लेकिन इसे पूरा करने का काम करौली के राजा गोपाल सिंह ने करवाया था। कुछ समय तक यह किला सिकंदर लोदी के अधीन रहा। बाद में यह सिंधिया राजवंश के अधीन चला गया था। इस जिले में चंबल नदी के किनारे बसा हुआ कुंतल पुर गांव महाभारत काल की हस्तिनापुर के समकालीन हैं। मुरैना पूरे देश में ट्रैक्टर, बंदूक , सरसों के लिए जाना जाता है । मध्य प्रदेश में सबसे ज्यादा सरसों का उत्पादन मुरैना और तेल निकालने के कारखाने मुरैना में ही लगाए गए हैं । मुरैना अपनी प्रसिद्ध मिठाई गजट के लिए प्रसिद्ध है। मध्य प्रदेश का सबसे बड़ा डाकघर मुरैना जिले में ही स्थित है।

☑️ मुरैना में हर वर्ष चंबल महोत्सव का आयोजन

मुरैना जिले में स्थित डॉ भीमराव अंबेडकर स्टेडियम में हर साल मार्च-अप्रैल के समय चंबल महोत्सव का आयोजन होता है। मध्यप्रदेश में मुरैना जिला भिंड के बाद पवन ऊर्जा के लिए दूसरा सबसे उपयुक्त जिला है । मध्य प्रदेश में सबसे ज्यादा सरसों का उत्पादन मुरैना जिले में ही होता है । मुरैना जिले के अंतर्गत आने वाले पोरसा गांव में संत नागा जी के मेले का आयोजन होता है । पोरसा में एक सुरंग पाई गई है जो सीधे ग्वालियर के लिए किले में खुलती है। मुरैना का प्रसिद्ध औद्योगिक केंद्र बनमोर हैं यहां पर विभिन्न सीमेंट कंपनियों ने अपने कारखाने लगाए हैं। मुरैना जिले की में मध्य प्रदेश का सबसे बड़ा शनिवारी मेला लगता है। मुरैना जिले के नूराबाद में स्थित गौना बेगम का मकबरा अत्यंत प्रसिद्ध है । मुरैना जिले में तैयार होने वाला पेट्रोकेमिकल ही मथुरा रिफाइनरी में भेजा जाता है । मुरैना जिले के अंतर्गत 6 विधानसभा  और 6 तहसीलें आती हैं।

☑️ मुरैना जिले के प्रमुख पर्यटक स्थल


  • 🟪 राष्ट्रीय चंबल अभ्यारण
  • 🟪 पहाड़गढ़ की गुफाएं और लिखी राज की गुफाएं
  • 🟪 करह धाम
  • 🟪 शनि देव मंदिर
  • 🟪 कुंतलपुर
  • 🟪 टेश्वर मंदिर
  • 🟪 मितावली
  • 🟪 सबलगढ़ का किला
  • 🟪 सरसैनी का किला

➡️ राष्ट्रीय चंबल अभ्यारण मुरैना

इस अभ्यारण को घड़ियाल वन्य जीव अभ्यारण भी कहा जाता है। यह मुरैना में स्थित है। यह राजस्थान, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश में फैला हुआ है। यह 5400 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैला हुआ है । मछलियों की विभिन्न प्रजातियों के अलावा यहां डॉल्फिन , मगरमच्छ, घड़ियाल कछुआ जैसी जलीय प्रजातियां देखी जा सकती है। यहां मुख्य रूप से घड़ियाल और कछुआ का संरक्षण किया जाता है।

राष्ट्रीय चंबल अभ्यारण मुरैना

➡️ पहाड़गढ़ की गुफाएं और लिखी राज की गुफाएं

यह गुफाएं मुरैना में पहाड़ गढ़  से करीब 15 किलोमीटर की दूरी पर आसन नदी के किनारे पहाड़ी पर स्थित है। यहां पर आप 86 गुफाओं की श्रंखला देख सकते हैं। इस गुफा परिसर में प्रागैतिहासिक काल के चित्र मिले हैं। सभ्यता के प्रारंभ में लोग इन गुफाओं में आश्रय लेते थे।

➡️ करह धाम मुरैना

करह धाम मध्य प्रदेश के मुरैना जिले से 15 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है । इसे सिद्ध महात्माओं की तपस्या की भूमि कहा जाता है।

करह धाम मुरैना

➡️ शनि देव मंदिर

शनि देव मंदिर मध्य प्रदेश के मुरैना जिले में स्थित है । यहां प्राचीन युगों में यह त्रेता युग में शनि मंदिर गिना जाता है। कहा जाता है कि यह शनिदेव की प्रतिमा आकाश से गिरे एक उल्का पिंड से बनी है । शनिवारी अमावस्या पर यहां पर मेले का आयोजन किया जाता हैं।

शनि देव मंदिर

➡️ कुंतलपुर

यह मुरैना में स्थित एक गांव है। इसे कुतवार के नाम से भी जाना जाता है । यह हस्तिनापुर राजगृह और महाभारत काल की तरह प्राचीन है। यहां पर प्राचीन अंबा माता का मंदिर , हरि सेन देवी का प्राचीन मंदिर है। और यहां आसन नदी पर बना अर्धचंद्राकार बांध स्थित है जिसे कोतवाल बांध कहते हैं। कोतवाल बांध प्रवासी पक्षियों के रहने का स्थान है । यहां पर किले का एक खंडहर मौजूद है । यहां हर साल मेले का आयोजन होता है।

➡️ बटेश्वर मंदिर

यह मंदिर मुरैना में 50 किलोमीटर दूर चंबल के बीहड़ों में स्थित है । यह एक पुरातात्विक स्थल है यहां लगभग 200 प्राचीन मंदिर मिले हैं । यहां पर आठवीं और दसवीं शताब्दी के बीच गुर्जरों और प्रतिहार वंश द्वारा करीब एक जगह पर 200 मंदिरों का निर्माण किया गया था। यह भगवान शिव और विष्णु को समर्पित मंदिर है। यह मंदिर खजुराहो से 300 वर्ष पूर्व बने थे। यह इलाका डाकुओं के आतंक की वजह से चर्चाओं में रहा है।

➡️ मितावली

यह मुरैना से 35 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है । यह मंदिर 100 फीट की ऊंची पहाड़ी पर निर्मित है। और इस इससे तंत्रिका का साधना केंद्र भी कहा जाता है। जहां मंदिर गोलाकार बना हुआ है इस गोलाकार बरामदे में 64 कमरे हैं। हर एक कमरे में शिवलिंग स्थापित है। इस मंदिर का निर्माण 9 वी शताब्दी में प्रतिहार क्षत्रियों ने करवाया था।

➡️ सबलगढ़ का किला

ग्राम मुरैना से लगभग 60 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यह सबलगढ़ नगर में स्थित है । मध्यकाल में बना यह किला  एक पहाड़ी के शिखर पर बना हुआ है। इस किले की नींव सबल सिंह गुर्जर ने डाली थी । जबकि करौली के महाराज गोपाल सिंह ने 18 वीं शताब्दी में इसे पूरा करवाया था। इसके पीछे सिंधिया काल में बना बांध बहुत ही खूबसूरत है।

सबलगढ़ का किला

➡️ सरसैनी का किला

मुरैना के पश्चिम में 35 किलोमीटर की दूरी पर सरसैनी का किला है। चंबल नदी के तट पर सती माता का मंदिर है । यह किला 1000 ईसा पूर्व में में बनाया गया था । यहां सूर्यवंशी राजपूत दलपत सिंह का शासन था

मुरैना जिले के पर्यटक स्थल FAQ’S [ Tourist Places in Morena District FAQ’S ]

➡️ मुरैना जिले में कितनी तहसीलें हैं ?
उत्तर- 6

➡️ मुरैना जिले में कितने विधानसभा है?
उत्तर- 6

➡️ मुरैना जिले का उद्योग केंद्र क्या है?
उत्तर- बानमोर

➡️ मुरैना जिले का लिंगानुपात क्या है ?
उत्तर- 839

➡️ मुरैना जिले का जनसंख्या घनत्व कितना है ?
उत्तर- 394 व्यक्ति प्रति वर्ग किलोमीटर

➡️ एक मधुमक्खी की चाल कितने किलोमीटर प्रति घंटा होती हैं?
उत्तर- 16 किलोमीटर प्रति घंटा

➡️ मध्य प्रदेश का कौन सा जिला गजट मिठाई के लिए प्रसिद्ध है ?
उत्तर- मुरैना

➡️ मुरैना जिले में लंबे समय तक किस राजवंश का शासन रहा है?
उत्तर- कछवाहा राजवंश का

➡️ चंबल नदी परियोजना मध्य प्रदेश के किस जिले में चलाई जा रही है?
उत्तर- मुरैना

➡️ डाकुओं का निवास स्थल या स्वर्ग स्थल किस जिले को कहा जाता है ?
उत्तर- मुरैना

➡️ अंबा माता का मंदिर मध्य प्रदेश के किस जिले में स्थित है ?
उत्तर- मुरैना

➡️ मुरैना जिले की प्रमुख नदियां कौन-कौन सी है

उत्तर- चंबल नदी, कुंवारी नदी, आसन नदी और साक नदी

➡️ मध्य प्रदेश का पहला सीमेंट कारखाना किस जिले में स्थापित किया गया था?
उत्तर- मुरैना

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