WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now

दतिया जिले के पर्यटन Datia GK History & Tourist Places

☑️☛दतिया जिला

दोस्तों आज हम बात करेंगे दतिया के बारे में दतिया मध्य प्रदेश आज का मुख्य जिला मुख्यालय है। और यहां पर कई ऐतिहासिक एवं धार्मिक पर्यटन स्थल मौजूद हैं। आज हम इनके बारे में जानेंगे।
दतिया जिले से संबंधित सभी जानकारी को आज हम आप तक पहुंचाने वाले हैं।आप इसे पूरा पढ़ कर हमारे उत्साह को बढ़ाते रहें।ताकि हम इसी तरह की अन्य पोस्ट भी आपके सामने लाएं। आप इसे पढ़ कर के कमेंट बॉक्स में जरूर लिखें। कि आपको इस पोस्ट में सबसे सुंदर पॉइंट कौन सा लगा।

WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now

दतिया जिले के प्रमुख पर्यटक स्थल

सिंधु नदी के किनारे स्थित दतिया का प्राचीन नाम दिलीप नगर था। दतिया को मध्य प्रदेश में लघु बिंद्रावन कहा जाता है । क्योंकि दतिया में मुख्य पितांबरा पीठ मंदिर, सोनगिरी के मंदिर, रतनगढ़ का मंदिर, ज्वालामुखी देवी का मंदिर, धूमावती देवी का मंदिर अत्यधिक प्रसिद्ध है। दतिया स्थित रतनगढ़ के मंदिर में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के द्वारा सन 2015 में भारत का सबसे बड़ा घंटा चढ़ाया गया था। यह घंटा 435 किलो का था। दतिया के रतनगढ़ के मंदिर में 2006 में भगदड़ जैसी अनहोनी घटना घटित होने के कारण 56 लोग मारे गए थे। सन 2013 में रतनगढ़ के मंदिर में भगदड़ जैसी घटना घटित होने के कारण 156 लोग मारे गए थे। निवाड़ी के पश्चात मध्यप्रदेश में क्षेत्रफल की दृष्टि से सबसे छोटा जिला है। यह शीशे के लिए प्रसिद्ध है ।

👉 मध्य प्रदेश की पहली नगर पालिका

दतिया को सबसे पहले नगर पालिका 1907 में बनाया गया था। दतिया में ही सतखंडा महल स्थित है और यहीं पर दतिया का किला है। दतिया के किले का निर्माण में राजा वीर सिंह बुंदेला के द्वारा कराया गया था। दतिया के किले के मुख्य द्वार पर लिखा हुआ है न्याय राजमुकुट का हीरा है। दतिया मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश की सीमा पर बसा हुआ एक नगर है । जो राजनीतिक दृष्टि से तो ग्वालियर संभाग का हिस्सा है लेकिन भौगोलिक दृष्टि से यह बुंदेलखंड के पठार का अंग है ।

दतिया जिला
संभागग्वालियर
मेलारामलीला का मेला, रतनगढ़, सोनागिरी, बडोनी का मेला
अखबारअंजाम, दतिया टाइम्स
शिलालेखगुर्जरा
शक्ति पीठमां बगुला मुखी मंदिर
धार्मिक स्थलपीतांबरापीठ, सोनागिरी
किलाकन्हारगगढ़ का किला
खनिजसीसा (गेलेना)
हिस्सामध्यभारत के पठार
भाषाबुंदेलखंडी, हिंदी
डेमअंगूरी डेम
जैन मंदिरसोनागिरी 
नदीसिंध, पाहुज

👉 दतिया जिले का इतिहास

दतिया का पुराना नाम दिलीप नगर था निवाड़ी जिला बनने से पूर्व दतिया मध्य प्रदेश में क्षेत्रफल की दृष्टि से सबसे छोटा जिला रहा है। वर्तमान में दतिया मां पीतांबरा शक्ति पीठ के रूप में प्रसिद्ध है। दतिया जिले के अंतर्गत आने वाला ओल्ड टाउन इलाका पुराना दतिया कहलाता है । जो बलुआ पत्थर की एक दीवार से घिरा हुआ है। इसके अंदर कई महल और बगीचे हैं। मंदिर आदि की संख्या अधिक होने के कारण दतिया को मध्य प्रदेश का लघु बिंद्रावन कहा जाता है। सम्राट अशोक के द्वारा बनवाया गया गुर्जरा अभिलेख इसी जिले से प्राप्त हुआ था। मध्य प्रदेश की पहली नगर पालिका दतिया जिले में ही बनाई गई थी। दतिया जिले का विस्तार यहां बहने वाली सिंध नदी के किनारे हैं ।

प्रसिद्ध तीर्थ स्थल

प्रसिद्ध जैन तीर्थ स्थल सोनागिरी इसी जिले के अंतर्गत आता है।इनके अलावा बालाजी का सूर्य मंदिर, गुप्त काल से जुड़ा हुआ स्थल बडोनी सिंध नदी के किनारे स्थित , संकुआ जलप्रपात इसी जिले के प्रमुख दर्शनीय स्थल है। सिंध के अलावा पहुंज नदी भी इसी जिले से होकर बहती है पहुंज नदी के किनारे बना हुआ सूर्य मंदिर में हर साल रंग पंचमी पर मेले का आयोजन होता है। इस जगह को ऋषि नारद की तपोभूमि की भी माना जाता है।
दतिया में हर साल संकुआ के मेले का आयोजन होता है । राजा परीक्षित और राजा इंद्रजीत दोनों की छतरियां इसी जिले में स्थित है ।दतिया से निकलने वाला अखबार आजम राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त है। दतिया जिले के अंतर्गत कुल 5 तहसीलें और 3 विधानसभा आती है।

दतिया जिले के प्रमुख पर्यटक स्थल
देशभारत
राज्यमध्य प्रदेश
संभागग्वालियर
जिलादतिया
जिला मुख्यालयदतिया
तहसील5
विधानसभा3
सनकुआ का मेलादतिया
नारद की तपोभूमिदतिया
दतिया के किले का निर्माण किस राजा ने करवाया थाराजा वीर सिंह
धूमावती का मंदिरदतिया
रतनगढ़ का मंदिरदतिया
मध्य प्रदेश की पहली नगर पालिका किस जिले को बनाया गया और यह कब बनाई गईदतिया, 1907 में
दतिया का पुराना नामदिलीप नगर

👇दतिया जिले के सभी पर्यटन स्थल

  • ✔️दतिया महल
  • ✔️सोनागिरी के जैन मंदिर
  • ✔️बालाजी सूर्य मंदिर
  • ✔️पीतांबरा पीठ
  • ✔️राजगढ़ पैलेस
  • ✔️रतनगढ़ माता मंदिर
  • ✔️सेंधवा
  • ✔️गोविंद महल
  • ✔️बालाजी मंदिर
  • ✔️सनकुआ
  • ✔️भांडेर
  • ✔️अंगूरी डेम
  • 🛑 कुदाऊ संगीत महाविद्यालय दतिया
  • 🛑 गोविंद महल दतिया
  • 🛑 दतिया महल
  • 🛑 सोनागिरी
  • 🛑 बालाजी सूर्य मंदिर
  • 🛑 पीतांबरा पीठ
  • 🛑 राजगढ़ पैलेस

🌗दतिया महल

दतिया महल का एक महत्वपूर्ण ऐतिहासिक स्थल है। इस महल को दतिया पैलेस महल, सतखंडा महल अन्य कई नामों से भी जाना जाता है। इस महल का निर्माण सातवीं शताब्दी में राजा वीर सिंह ने करवाया था। यह महल राजा वीर सिंह और मुगल बादशाह जहांगीर की अटूट दोस्ती की मिसाल थी। क्योंकि राजा वीर सिंह ने यह महल जहांगीर बादशाह की दतिया यात्रा की यादगार को हमेशा ताजा रखने के लिए बनवाया था।

🌗सोनागिरी के जैन मंदिर

सोनागिरी दतिया जिले का एक महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल है। यह दतिया से लगभग 15 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यह शहर जैन धर्म का एक प्रमुख तीर्थ स्थल है। इसे गोल्डन हेल के नाम से भी जाना जाता है।कहा जाता है, कि भगवान चंद्रप्रभु जो आठ में तीर्थंकर थे। उन्होंने इस पवित्र भूमि पर निर्वाण प्राप्त किया था। यहां के मंदिर काफी लोकप्रिय हैं। सोनागिरी के पहाड़ी पर 77 मंदिर हैं, और पास के गांव में 26 जैन मंदिर हैं।

🌗बालाजी सूर्य मंदिर

बालाजी सूर्य मंदिर की सुंदर तस्वीर जो कि उन्नाव में स्थित है।उन्नाव दतिया से लगभग 70 किलोमीटर की दूरी पर है। कहा जाता है,कि यहां बालाजी का मंदिर प्रागैतिहासिक काल का प्राचीन मंदिर है। यहां लोग दूर-दूर से दर्शन करने हेतु आते हैं। मंदिर के निकट ही एक पवित्र जलाशय है। ऐसा कहा जाता है,कि इस जलाशय के जल से स्नान करने पर तमाम परेशानियां दूर हो जाती हैं। यह स्थान बालाजी धाम के नाम से भी जाना जाता है। यह स्थान लोगों की आस्था व श्रद्धा का केंद्र बना हुआ है।

🌗 पीतांबरा पीठ

पीतांबरा पीठ दतिया जिला मध्य प्रदेश में स्थित है।यह देश के प्रमुख एवं लोकप्रिय पीठों में से एक है। कहा जाता है कि कभी इस स्थान पर शमशान हुआ करता था। लेकिन आज विश्व प्रसिद्ध मंदिर है। पीतांबरा पीठ के परागण में धूमावती देवी का मंदिर है। जो भारत में भक्ति धूमावती का एक मातृ मंदिर है।

🌗 राजगढ़ पैलेस

राजगढ़ पैलेस दतिया में एक महत्वपूर्ण पर्यटन स्थल है। पीतांबरा पीठ के निकट बना राजगढ़ पैलेस राजा सशत्रुजीत बुंदेला द्वारा बनवाया गया था। जो अपनी भव्यता और सुंदरता के लिए जाना जाता है। इस स्थान पर एक संग्रहालय भी है। जहां सांस्कृतिक महत्व की अनेक वस्तुओं का संग्रह देखा जा सकता है।

datia rajgarh palace

🌗 रतनगढ़ माता मंदिर

रतनगढ़ माता मंदिर दतिया से 55 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।और वही रामपुरा से 5 किलोमीटर की दूरी पर रतनगढ़ माता मंदिर स्थित है। एक चमत्कारी मंदिर है, यशवंत नदी के पास बसा हुआ है। ऐसा माना जाता है कि जब किसी व्यक्ति को सांप काट लेता है,तब वह व्यक्ति रतनगढ़ माता का नाम लेकर के रस्सी में 7 गाठी बांध देता है। तो उसकी मृत्यु नहीं होती है। और दीपावली के दिन आकार के उस गांठ को छोड़ दी जाती हैं।

ratangarh temple datia

🌗 सेंधवा

यह भी एक पिकनिक स्थल है। जो बहुत ही शानदार तरीके से बनाया गया है, यहां से बहता पानी सबका मन मोह लेती है। यहां पर दर्शक बड़ी संख्या में पहुंचकर खूब मस्ती करते हैं। यहां पर आप नहा भी सकते हैं,और साथ ही साथ घूमने के लिए बहुत सारा मैदान डला हुआ है, पेड़ों से हरा भरा दिखाई देता है।

🌗 गोविंद महल

गोविंद महल 1700 ईस्वी में बनकर तैयार हुआ था। दतिया जिले का यह महल काफी विस्तृत है, यहां पर पर्यटकों की हमेशा भीड़ लगी रहती हैं। यह महल 3 मंजिला इमारत का है।यहां से दतिया जिले का नजारा बेहद खूबसूरत नजर आता है।ऊंचाई पर बना यह महल देखने पर बहुत सुंदर दिखाई देता है।

🌗 बालाजी मंदिर

दतिया जिले का बालाजी मंदिर प्रागैतिहासिक काल का बताया जाता है। लोगों का कहना है, कि यह मंदिर सबसे पुराना मंदिर है। इस मंदिर में जाने से लोगों की मनोकामनाएं पूरी होती हैं। इस मंदिर में बालाजी हनुमान जी विराजमान हैं।

🌗 सनकुआ

प्रकृति का सुंदर नजारा देखने के लिए सनकुआ को देखना बेहद ही खास है। यह एक प्रकार का जलप्रपात है,जो कृत्रिम रूप से बनाया गया है। यहां का नजारा देखकर के दर्शन कभी ना भूलने वाला अनुभव लेकर जाते हैं।यह एक पिकनिक स्थल भी हैं।

🌗 भांडेर

महाभारत काल में यह स्थान भानडवपुर के नाम से जाना जाता था। यहां पर एक सोनतलाई अभी स्थित है। काफी लंबे समय के बाद इसका नाम भांडेर पड़ा महाभारत में इस स्थान का उल्लेख कई जगह पर मिलता है।

🌗 अंगूरी डेम

यह दतिया का बहुत ही शानदार टूरिस्ट प्लेस है। इसका निर्माण 2004 में पूरा हो गया था। यह एक पिकनिक स्पॉट भी है। यहां पर लोग बड़ी संख्या में घूमने आते हैं। बरसात के मौसम में चारों तरफ पानी ही पानी नजर आता है। जो नजारा देखने पर बेहद खूबसूरत लगता है।

अंगूरी डेम datia

👉 कुदाऊ संगीत महाविद्यालय दतिया

मध्य प्रदेश का प्रसिद्ध कुदाऊ संगीत महाविद्यालय इसी जिले में स्थित है । मध्यप्रदेश में गैस पर आधारित पहला विद्युत संयंत्र दतिया जिले की भांडेर तहसील में ही लगाया गया था। दतिया जिले के अंतर्गत ही प्रसिद्ध रतनगढ़ नामक देवी स्थान है जो 14 अक्टूबर सन 2013 में हुए हादसे के बाद चर्चा में आया। दतिया जिले के अंतर्गत आने वाला पितांबरा शक्ति पीठ की स्थापना स्वामी गोलक दास ने की थी।

👉 गोविंद महल दतिया

दतिया जिले में बुंदेला राजा वीर सिंह ने पत्थर की एक 7 मंजिला महल का निर्माण करवाया था जिसे गोविंद महल कहा जाता है। यहीं पर बुंदेला शासकों ने ही दतिया के किले का निर्माण करवाया था जिसके मुख्य द्वार पर लिखा हुआ है कि न्याय मुकुट का हीरा है। इसी किले का निर्माण वीर सिंह बुंदेला ने करवाया था लेकिन यह वाक्य राजा गोविंदसिंह ने लिखवाया था।

👉 दतिया महल

दतिया महल दतिया का एक महत्वपूर्ण ऐतिहासिक स्थल है। इस महल को दतिया पैलेस, वीर सिंह महल, सत खंडा महल के नाम से जाना जाता है । इस महल का निर्माण 17वीं शताब्दी में राजा वीर सिंह ने करवाया था। यह महल राजा वीर सिंह और मुगल बादशाह जहांगीर की अटूट दोस्ती की मिसाल है क्योंकि राजा वीर सिंह ने यह महल जहांगीर की दतिया यात्रा की यादगार में बनवाया था। मगर बादशाह जहांगीर इस महल में कभी रुकने नहीं आए फिर भी ऐसा महल बनवाया गया था। यह महल उम्र दोस्ती की गवाही देते हुए आज भी अपनी भव्यता के साथ खड़ा है। यह सतखंडा महल पूरी तरह से पत्थरों से बना हुआ है ।

datia mahal

इस महल में लोहे और लकड़ी का इस्तेमाल नहीं किया गया है । इसकी बेहतरीन कारीगरी के कारण यह महल बुंदेला शासकों द्वारा बनवाए गए सबसे बेहतरीन महलों में इसको गिना जाता है इस महल में आकर्षक चित्र बने हैं। सीलिंग में नृत्य करते हुए नेत्रियो की आकृतियां उकेरी गई हैं । दतिया पैलेस के अंदर कई सुंदर मूर्तियां स्थापित है गणेश मंदिर, दुर्गा मंदिर के अलावा महल परिसर में एक दरगाह भी है। महल के सुंदर प्रवेश द्वार पर विशाल आंगन , खिड़कियां , दीवारों पर पेंटिंग इसके अंदर विशेष आकर्षण है जो इस महल को खास बनाते हैं। इस महल की ऊपर की मंजिल से आसपास के इलाकों का सुंदर नजारा भी देखा जा सकता है।

👉 सोनागिरी

सोनागिरी दतिया जिले का एक महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल है । यह दतिया से लगभग 15 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यह शहर जैन धर्म का एक प्रमुख तीर्थ स्थल है। इसे गोल्डन हिल के नाम से भी जाना जाता है। कहा जाता है कि भगवान चंद्रप्रभु जो आठ वें तीर्थकर थे। उन्होंने इस पवित्र भूमि पर निर्वाण प्राप्त किया था
भक्तों और जैन धर्म के संतों के बीच यह मंदिर काफी लोकप्रिय हैं। यहां सोनागिरी की पहाड़ी पर 77 मंदिर स्थित है और पास के गांव में 26 जैन मंदिर है । पहाड़ी पर बना संतावन नंबर का मंदिर यहां का मुख्य आकर्षण है। यहां भगवान चंद्रप्रभु की 11 फीट ऊंची प्रतिमा स्थापित है।

सोनागिरी दतिया जिले का एक महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल है ।

👉 बालाजी सूर्य मंदिर

बालाजी सूर्य मंदिर दतिया के उन्नाव में स्थित है । यह दतिया से लगभग 17 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। कहा जाता है कि यहां बालाजी का मंदिर प्रागैतिहासिक काल का अति प्राचीन मंदिर है। यहां लोग दूर-दूर से दर्शन करने हेतु आते हैं। मंदिर के निकट ही एक पवित्र जलाशय है। ऐसा कहा जाता है कि इस जलाशय के जल से स्नान करने पर तमाम परेशानियां दूर हो जाती है । यह स्थान बालाजी धाम के नाम से भी जाना जाता है। यह लोगों की आस्था और श्रद्धा का केंद्र बना हुआ है।

👉 पीतांबरा पीठ

पितांबरा पीठ मध्यप्रदेश के दतिया जिले में स्थित है। यह देश के प्रमुख एवं लोकप्रिय शक्तिपीठों में से एक है
कहा जाता है कि कभी ऐसे स्थान पर शमशान हुआ करता था आज यहां एक विश्व प्रसिद्ध मंदिर है। पीतांबरा पीठ के प्रांगण में ही मां धूमावती देवी का मंदिर भी है जो भारत में भगवती धूमावती का एकमात्र मंदिर है।

👉 राजगढ़ पैलेस

राजगढ़ पैलेस दतिया में एक महत्वपूर्ण पर्यटन स्थल है। पीतांबरा पीठ के निकट बनाया राजगढ़ पैलेस राजा सत्रजीत बुंदेला द्वारा बनवाया गया था । जो अपनी भव्यता एवं सुंदरता के लिए जाना जाता है। इस स्थान पर एक संग्रहालय भी है।

🌗 सिंचाई

दतिया जिले में सिंचाई का प्रमुख साधन कुएं एवं नलकूप है, इन्हीं माध्यमों से दतिया जिले में सिंचाई की जाती है। दतिया जिला क्षेत्रफल के हिसाब से ज्यादा बड़ा नहीं है।

🌗 आवागमन

दतिया जिले में आवागमन की कोई खास व्यवस्था तो नहीं है। परंतु यहां पर बस या टैक्सी से आसानी से आया जा सकता है। ट्रेन सुविधा बहुत ही कम उपलब्ध है, हर जगह से दतिया जाने के लिए ट्रेन उपलब्ध नहीं है। वायु सेवा यहां पर आसपास के इलाके में कहीं पर भी नहीं है।

⚫️यहां पर दलहन , ज्वार, गेहूं कपास आदि की खेती की जाती है। मध्य भारत के पठार में जलोढ़ मिट्टी सर्वाधिक पाई जाती है।जलोढ़ मिट्टी से तात्पर्य नदियों द्वारा बहा कर लाई गई मृदा को कहा जाता है।

⚫️यहां का लिंगानुपात बहुत ही कम दर्शाया गया है, लगभग 1000 पुरषों पर 873 महिलाएं बताई गई हैं जो बहुत ही कम है।

महत्वपूर्ण तथ्य

➊ प्रदेश का एकमात्र गैस आधारित विद्युत गृह भांडेर दतिया में है।

➋ दतिया जिले में मुख्य रूप से बुंदेलखंडी बोली जाती है।

➌ पीतांबरा पीठ का मेला दतिया जिले में ही लगता है।

➍ गुर्जरा शिलालेख दतिया जिले से ही प्राप्त हुआ है।

➎ न्यूनतम अनुसूचित जनजातियों के प्रतिशत में दतिया दूसरे स्थान पर आता है।

➏ न्यूनतम लिंगानुपात में दतिया तीसरे स्थान पर आता है।

➐ मां पीतांबरा चीनी मिल दतिया जिले में स्थित है।

➑ भांडेर नहर परियोजना से दतिया जिले में सिंचाई की जाती हैं।

➒ दतिया शहर सिंध नदी के तट पर बसा हुआ है।

दतिया जिले के प्रमुख पर्यटन स्थल संबंधित FAQ’S

☑️ दतिया जिले में कितनी तहसीलें हैं?
उत्तर- 5

☑️ दतिया जिले में कितनी विधानसभा हैं ?
उत्तर- 3

☑️ बालाजी सूर्य मंदिर मध्य प्रदेश के किस जिले में स्थित है ?
उत्तर- दतिया

☑️ दतिया के महल का निर्माण किस राजा ने करवाया था?
उत्तर- राजा वीर सिंह

☑️ राजगढ़ पैलेस मध्य प्रदेश के किस जिले में स्थित है ?
उत्तर- दतिया

☑️सोनागिरी प्रसिद्ध जैन तीर्थ स्थल मध्य प्रदेश के किस जिले में स्थित है?
उत्तर- दतिया

☑️ प्रथम पितांबरा पीठ मध्य प्रदेश के किस जिले में स्थित है?
उत्तर- दतिया

☑️ दतिया किस नदी के किनारे बसा है?
उत्तर- सिंध नदी के किनारे

☑️ मध्य प्रदेश की पहली नगर पालिका किस जिले में बनाई गई थी?
उत्तर- दतिया में

☑️ न्याय राजमुकुट का हीरा है यह मध्य प्रदेश के किस किले के द्वार पर लिखा है?
उत्तर- दतिया के किले पर

☑️ द्वितीय पितांबरा पीठ मध्य प्रदेश के किस जिले में स्थित है?
उत्तर- छतरपुर

  • दतिया जिले का प्रसिद्ध मेला कौन सा है?
    उन्नाव का मेला

  • दतिया किले का निर्माण किस बुंदेला शासक ने करवाया था।
    वीर सिंह

  • दतिया किले के द्वार पर न्याय मुकुट का हीरा किसने लिखवाया था।
    भवानी सिंह

  • दतिया जिला किस भाग का हिस्सा है।
    मध्यभारत पठार का

  • दतिया जिला क्यों प्रसिद्ध है?
    पीतांबरा पीठ
Website Home ( वेबसाइट की सभी पोस्ट ) – Click Here
———————————————————-
Telegram Channel Link – Click Here
Join telegram

Leave a Comment