बागेश्वर धाम वर्तमान समय में पूरी दुनिया में विश्व विख्यात तीर्थ स्थल बन गया है जहां पर दुनिया के कोने-कोने से लोग इस धाम पर दर्शन करने के लिए आते हैं। बागेश्वर धाम मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले में पड़ता है जहां पर भगवान श्री हनुमान जी महाराज की प्रतिमा विराजमान है यह मंदिर साल पुराना है वर्तमान समय में इसके पुजारी धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री जी हैं जो एक कथा वाचक है। आज के जानने का प्रयास करेंगे की खजुराहो से बागेश्वर धाम कैसे जाएं ?
खजुराहो से बागेश्वर धाम जाने का रास्ता–
खजुराहो एक तरह से यूनेस्को की विश्व विरासत सूची में शामिल है क्योंकि यहां पर हजारों साल पुरानी पत्थर की ऐसी कलाकृति पाई जाती है जो पूरी दुनिया में कहीं पर नहीं पाई जाती। खजुराहो में पंचायतन शैली के काफी प्रसिद्ध मंदिर हैं और साथ में कंदरिया महादेव का हिंदू मंदिर भी उपलब्ध है।
खजुराहो | यूनेस्को की विश्व धरोहर |
पूरी दुनिया में विख्यात तीर्थ स्थल | Bageshwar Dham Sarkar |
खजुराहो के टेम्पल | पंचायतन शैली के प्रसिद्ध मंदिर |
बागेश्वर धाम के लिए वाहन | छोटे वाहन ही अंदर ले जाएं |
खजुराहो में एक इंटरनेशनल एयरपोर्ट भी है जहां से लोग यात्रा करके बागेश्वर धाम पहुंचते हैं। खजुराहो के आने के बाद दूर से आने वाली यात्रियों को खजुराहो से बागेश्वर धाम 20 किलोमीटर पड़ता है। खजुराहो से बागेश्वर धाम जाने के लिए सबसे पहले बमीठा जाना पड़ता है इसके बाद छतरपुर से झांसी हाईवे पकड़कर कुछ ही दूरी पर गंज गांव के समीप बागेश्वर धाम स्थित है।
बागेश्वर धाम का रास्ता हुआ सुगम –
आज से कई साल पहले बागेश्वर धाम पर आने जाने का रास्ता बहुत ही निर्मम और कठिन था क्योंकि यह धाम एक तरह से गांव में स्थित है और पहाड़ी इलाका पाया जाता है। 2016 के बाद से बागेश्वर धाम की पापुलैरिटी इतनी ज्यादा बढ़ेगी यहां पर मध्य प्रदेश के सभी नेता अपना एक दौर पूरा कर चुके हैं । बागेश्वर धाम की प्रसिद्धि के पीछे सबसे बड़ा कारण इंटरनेट का है क्योंकि इंटरनेट के माध्यम से यहां के प्रमुख धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री जी के बारे में दुनिया को पता चला है । इस धाम की प्रसिद्ध का दूसरा कारण यहां पर आयोजित होने वाला दरबार है जहां पर लोगों के बारे में पहले से ही पता बता दिया जाता है जो उनको पूछना होता है।
बागेश्वर धाम जाने के लिए वाहनों की व्यवस्था–
एक समय बागेश्वर धाम पर केवल छोटे वाहन ही पहुंच पाए थे क्योंकि रास्ता बहुत ही कठिन था जहां बस का जाना अथवा फोर व्हीलर का जाना बहुत ही संकट वाली बात हो जाती थी लेकिन अब उसे गांव में इतना विकास हो चुका है कि यात्रियों के लिए बस भी पहुंच जाती है । पैदल जाने के लिए यात्रियों को अलग से व्यवस्था है और धाम पर काफी सुगमता पूर्वक दर्शन करने के लिए दर्शकों के लिए व्यवस्था की गई है।
ट्रेन के माध्यम से | खजुराहो से डुरियागंज |
बस के माध्यम से | बमीठा से गंज |
सड़क | नेशनल हाईवे |
दूरी | 20 किलोमीटर |
खजुराहो आगमन | एरोप्लेन के माध्यम से |
खजुराहो से बागेश्वर धाम की रेलवे की व्यवस्था–
बागेश्वर धाम के बिल्कुल नजदीक कोई रेलवे स्टेशन नहीं है लेकिन बागेश्वर धाम से लगभग 5 किलोमीटर की दूरी पर एक रेलवे स्टेशन पड़ता है जहां पर रुक कर कोई भी यात्री बागेश्वर धाम पहुंच सकता है । बागेश्वर धाम के लिए खजुराहो से ट्रेन भोपाल के लिए जाती है तो उसी रास्ते में बागेश्वर धाम के लिए भी यात्रियों के द्वारा ट्रेन रोक दी जाती है। इस कारण से कई बार बागेश्वर धाम रेलवे स्टेशन की मांग भी उठी है इसके बारे में अभी कोई क्लियर नहीं हुआ है कि आखिर में इसके लिए कोई रेलवे स्टेशन भी तैयार किया जाएगा ।
☑️बागेश्वर धाम में टोकन की व्यवस्था – Bageshwar Dham Wikipedia | Click Here |
☑️बागेश्वर धाम का इतिहास History Of Bageshwar Dham Chhatarpur MP | Click Here |
☑️बागेश्वर धाम शायरी स्टेटस | Bageshwar Dham Status Shayari | Click Here |