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जबलपुर जिले के पर्यटन GK History & Tourist Places in hindi

☑️जबलपुर जिला

हां तो दोस्तों आज हम बात करने वाले हैं,मध्य प्रदेश के जबलपुर जिले की इसके अंदर कौन-कौन से पर्यटन स्थल है,जो घूमने लायक है। जिले से संबंधित सभी जानकारी आपको इस पोस्ट में मिल जाएगी। तो आप इसे अंत तक जरूर पढ़ें।

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☑️शिक्षा में जबलपुर का स्थान

वैसे तो मध्य प्रदेश शिक्षा के मामले में अभी भी बहुत पीछे हैं। जबलपुर ऐसा जिला है, जो शिक्षा के  क्षेत्र में प्रथम स्थान रखता है। जबलपुर जिले की साक्षरता पूरे मध्यप्रदेश में सबसे अधिक है। सबसे अधिक साक्षर होने के कारण जबलपुर को संस्कार राजधानी कहा जाता है।

जबलपुर जिला
हाई कोर्ट उच्च न्यायालय का मुख्यालयजबलपुर
अकादमीतीरंदाजी 
पर्यटक स्थलभेड़ाघाट, धुआधार जलप्रपात, बरगी बांध, मदन महल, मोती महल,रानी दुर्गावती म्यूजियम इत्यादि।
शिक्षा में स्थानमप्र में प्रथम
पुराना नामत्रिपुरी
अन्यनामसंगमरमर की नगरी, संस्कार राजधानी
संभागजबलपुर
संभाग में स्थानक्षेत्रफल में प्रथम
जाने के लिए मार्गट्रेन,बस, हवाई जहाज
ऊर्जा ग्रहजबलपुर
गन केरिज फैक्ट्रीजबलपुर
विश्विद्यालयरानीदुर्गावती, जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय
प्रसिद्ध मेलामड़ई मेला
पश्चिम मध्य रेलवे का मुख्यालयजबलपुर

☑️जबलपुर जिले का अन्य नाम

जबलपुर जिले को संस्कार राजधानी के नाम से जाना जाता है। इसके अलावा ग्रंथों में इसका नाम त्रिपुरी भी मिलता है।
जबलपुर को न्यायिक राजधानी के नाम से भी जाना जाता है।मध्यप्रदेश में 3 जिलों में न्यायालय बनाए गए हैं, जिसमें मुख्य न्यायालय जबलपुर में बनाया गया है। इसके अलावा इसकी दो खंडपीठ ग्वालियर और इंदौर में बनाए गए हैं। कहीं-कहीं पर जबलपुर का नाम तेवर भी देखने को मिलता है।

☑️जबलपुर जिले के पर्यटक स्थल

  • 🌗भेड़ाघाट
  • 🌗बरगी परियोजना
  • 🌗मदन महल
  • 🌗मोती महल
  • 🌗धुआंधार जलप्रपात
  • 🌗रानी दुर्गावती म्यूजियम
  • 🌗पिशनहरी की मडिया
  • 🌗तिलवारा घाट
  • 🌗बैलेसिंग रॉक
  • 🌗चौसठ योगिनी मंदिर
  • 🌗सी वर्ड वाटरपार्क
  • 🌗डुमना नेचर रिजर्व पार्क
  • 🌗बारगी डेम
  • 🌗भंवरताल गार्डन

☑️भेड़ाघाट

मध्यप्रदेश में नर्मदा नदी पर जबलपुर जिले में बना भेड़ाघाट नाम से यह जलप्रपात के नाम से  जाना जाता है। यहां से गिरता पानी लोगों को बहुत अधिक आकर्षित करता है। पर्यटक यहां से कभी ना भूलने वाला अनुभव लेकर जाते हैं। भेड़ाघाट मैं पूरे वर्ष पानी गिरता है। वहां का पानी कभी भी खत्म नहीं होता है। भेड़ाघाट संगमरमर की चट्टानों के लिए जाना जाता है। यहां पर संगमरमर की चट्टानें कई प्रकार की मिलती है।बहुत से लोग जानते ही होंगे क्योंकि उन्होंने भेड़ाघाट जाकर के बहुत अधिक मस्ती की होगी। जो भी पर्यटक मस्ती करने के उद्देश्य से  घूमने के लिए निकलता है। तब उसे एक बार भेड़ाघाट अवश्य होकर आना चाहिए।

भेड़ाघाट

☑️संगमरमर की चट्टानें

यहां पर सफेद संगमरमर बहुत अधिक मात्रा में पाया जाता है।संगमरमर से  आशय सफेद पत्थरों से है।सफेद पत्थरों के कारण बहता पानी दूध की तरह दिखाई देता है।ऐसे लगता है, मानो  जैसे दूध की नदियां बह रही है। संगमरमर की चट्टाने मध्यप्रदेश में सबसे ज्यादा यहीं पर पाई जाती हैं।

☑️मदन महल

इस महल को रानी दुर्गावती महल के नाम से भी जाना जाता है।मदन महल जबलपुर जिले का एक पुराना किला है। जो आज के समय में लोगों के द्वारा बहुत अधिक पसंद किया जाता है। मदन महल लोगों को बहुत अधिक प्रभावित करता है। राजा के नाम पर ही इस महल का नाम मदन महल रखा गया है। मदन महल बहुत अधिक बड़ा तो नहीं है। परंतु इसको एक चट्टान पर निर्मित किया गया था। जो इसको खूबसूरत बना देता है। यहां पर आप एक मुख्य कक्ष, सेना कक्ष और एक जलाशय भी देख सकते हैं।यहां पर पर्यटक बहुत अधिक मात्रा में पहुंचकर वहां के अनुभव की अनुभूति करते हैं।

✔️मदन महल पहाड़ियों से घिरा हुआ बीच में बना हुआ है। जो देखने पर बेहद खूबसूरत  नजर आता है।

✔️महल को देखने के बाद उसके छत से चारों तरफ पहाड़ ही पहाड़ नजर आते हैं।

✔️वैसे तो लगभग सारा जबलपुर ही पहाड़ों से घिरा हुआ है,कलचुरी वंश ने इस महल का निर्माण करवाया था।

☑️मोती महल

जबलपुर में मोती महल अच्छा पर्यटक स्थल माना जाता है। जहा पर सैलानी कम मात्रा में ही जाते हैं। मैं यह नहीं जानता यह महल मोतियों से बना हुआ है,या नहीं। जिसके कारण इसका नाम मोती महल पड़ा या फिर किसी और कारण से इसके बारे में लोग बताते हैं। कि यह महल भी प्राचीन समय से ही निर्मित है इसकी ज्यादा जानकारी प्राप्त नहीं होती है।

☑️धुआंधार जलप्रपात

भेड़ाघाट जबलपुर धुआंधार जलप्रपात को देखने के लिए लोग बहुत दूर-दूर से यहां पहुंचते हैं।धुआंधार जलप्रपात देखने के लिए हमें सबसे पहले जबलपुर पहुंचना होगा। जबलपुर सभी रेल मार्गों से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है, तो आप जबलपुर आसानी से पहुंच सकते हैं। साथ ही साथ अगर आप चाहे तो सड़क मार्ग से भी जबलपुर पहुंच सकते हैं। जबलपुर रेलवे स्टेशन से भेड़ाघाट की दूरी लगभग 22 किलोमीटर जो हमें बस या ट्रेन से पूरी करनी होगी। अगर आप पहली बार धुआंधार जलप्रपात देखने आए हैं, तो आपको रोपवे से जरूर जाना चाहिए। क्योंकि वहां से धुआंधार का बहुत ही अच्छा दृश्य दिखाई देता है।जब हम रोपवे से जाएंगे तो हमें धुआंधार जलप्रपात की दूसरी ओर तक छोड़ देगा। नर्मदा नदी पर बने जलप्रपात को देख सकते हैं।

धुआंधार जलप्रपात

✔️इस तरह का जलप्रपात आपने शायद कहीं देखा होगा। यह देखने में बेहद खूबसूरत दिखाई देता है। प्रकृति की अद्भुत सौंदर्य को आप देखते ही रह जाएंगे।

✔️इसके बारे में तो सभी ने सुना ही होगा और बहुत लोगों ने इसे अपनी आंखों से देखा भी होगा।पहाड़ों से गिरता हुआ पानी यहां की सुंदरता को बहुत अधिक बढ़ाता है।

✔️फोटो शूट करने के लिए धुआंधार जलप्रपात बहुत ही सटीक जगह है। कोई भी व्यक्ति फोटोशूट का शौकीन है, तो एक बार धुआंधार जलप्रपात होकर अवश्य आए।

✔️और अपने अनुभव लोगों को साझा करें। ताकि वो भी धुआंधार जलप्रपात अपनी आंखों से देख पाए।

☑️रानी दुर्गावती म्यूजियम

अगर आप सांस्कृतिक मूर्तियां इतिहासकारों से संबंधित अपने आप में रुचि रखते हैं। तो उन्हें रानी दुर्गावती म्यूजियम देखना चाहिए।
मध्य प्रदेश के प्रसिद्ध संग्रहालय में से एक है। प्रसिद्ध संग्रहालय  वीरांगना रानी दुर्गावती को समर्पित है। यह संग्रहालय वीरांगना रानी दुर्गावती के पराक्रम और  बलिदान की कहानियों से संबंधित है। यहां पर क्या क्या है।संग्रहालय के प्रांगण में रखी जो की 10 वीं शताब्दी और बारहवीं शताब्दी की प्रतिमाएं हैं। अलग-अलग जगहों से लाई गई है जैसे दमोह , जबलपुर , सीहोर इत्यादि।

✔️यह म्यूजियम बहुत पुराना बना हुआ है। म्यूजियम के अंदर दुर्गावती के व्याख्याओं का वर्णन देखने को मिलता है।

✔️उनकी वीरता को  सभी ने सुना है, रानी दुर्गावती बहुत बड़ी सेनानायका थी।उन्होंने अपने दम पर अंग्रेजों के छक्के छुड़ा दिए थे।

☑️पिशनहरी की मडिया

पिशनहरी की मडिया बहुत ऊंचाई पर बनी हुई है। वहां पर बहुत सारे मंदिर भी बने हुए हैं। इस मंदिर के ऊपर से पूरा जबलपुर आसानी से दिखाई देता है। रात में देखने पर जबलपुर जिला बेहद खूबसूरत दूधिया रोशनी से प्रकाशित  दिखाई देता है। इस मंदिर में मूर्तियों का भंडार लगा हुआ है।पिशनहरी की मडिया बहुत ही सुंदर दिखाई देती हैं,इस मंदिर  मैं बहुत अधिक मैदान है।

पिशनहरी की मडिया

☑️तिलवारा घाट

तिलवारा घाट नर्मदा नदी पर बना यह घाट जबलपुर में स्थित है। घाट का पुल बहुत ही विशाल बना हुआ है। यहां से नर्मदा नदी बहुत ही तेजी से जाती है। इस पुल की लंबाई एक किलोमीटर  से भी ज्यादा है।

🔲• मप्र का क्षेत्रफल में सबसे बड़ा संभाग जबलपुर हैं।

🔲• देश का पहला रत्न परिष्कृत केंद्र जबलपुर में स्थापित किया गया है।

🔲• मप्र के जबलपुर जिले ने देश का  पहला ऐसा जिला बनने का गौरव हासिल है,जहा महत्वाकांक्षा समाधान एक दिन योजना लागू की गई हैं।

🔲• मप्र के जबलपुर में देश का पहला विकलांग पुनर्वास केंद्र स्थापित किया गया है।

🔲• प्रदेश में प्रथम अंतरराष्ट्रीय मक्का एवं गेहूं अनुसंधान केंद्र खमरिया जबलपुर में स्थापित है।

🔲• मध्य प्रदेश विद्युत मंडल का मुख्यालय जबलपुर में है।

🔲• मध्य प्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण का मुख्यालय जबलपुर में बनाया गया है।

🔲• महात्मा गांधी राज्य ग्रामीण विकास संस्थान और प्लाटून कमांडर प्रशिक्षण संस्थान जबलपुर में स्थित है।

🔲• नर्मदा समारोह और सुभद्रा कुमारी चौहान समारोह का आयोजन भेड़ाघाट जबलपुर में होता है।

🔲• पश्चिम मध्य रेलवे का मुख्यालय जबलपुर में स्थापित किया गया है।

Tilwara ghat jabalpur

☑️जबलपुर में घूमने की  बेहद खूबसूरत जगह

✔☛बैलेसिंग रॉक

यह मदन महल से कुछ ही दूरी पर स्थित है, यहां पर आपको एक अजूबा देखने को मिलेगा। यहां पर एक पत्थर दूसरे पत्थर पर इस तरह से रखा हुआ है। मानो जैसे गिरने वाला हों, परंतु खास बात तो यह है कि इसे भूकंप भी नहीं गिरा पाया है। यहां पर आप कभी भी जा सकते हैं और शक्तिमान की तरह फोटो भी खींच सकते हैं।

✔☛ चौसठ योगिनी मंदिर

जबलपुर से 20 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यह मंदिर काफी प्रसिद्ध मंदिर है। इस मंदिर में लगभग 108 सीढ़ियां उपस्थित है।उन्हें चढ़ने के बाद ही आप मंदिर के द्वार पर पहुंच पाएंगे। इस मंदिर में बहुत अधिक शांति रहती है।आप इस मंदिर में कभी भी  आ जा सकते हैं, सुबह 8:00 बजे से लेकर शाम के 6:00 बजे तक यह मंदिर खुला रहता है।

चौसठ योगिनी मंदिर

✔☛ सी वर्ड वाटरपार्क

यह वाटर पार्क जबलपुर से 15 किलोमीटर की दूरी पर नेशनल हाईवे भेड़ाघाट के पास स्थित है।यहां पर आपको कई प्रकार की स्लाइड और अलग-अलग स्विमिंग पूल मिल जाएंगे। जिसमें बच्चों के लिए अलग और बड़ों के लिए अलग स्विमिंगपूल मिल जाएंगे।यहां पर आपको वक्त का बिल्कुल भी पता नहीं चलेगा। आप यहां सुबह 10:00 बजे से 5:00 बजे तक आ सकते हैं। यहां एक रिसोर्ट भी है जहां पर आप रुक भी सकते हैं।

✔☛ डुमना नेचर रिजर्व पार्क

यह पार्क जबलपुर से 15 किलोमीटर की दूरी पर एयरपोर्ट रोड के पास स्थित है। यह जगह घूमने के लिए बहुत अच्छी है। यहां पर मछली पकड़ना,टॉय ट्रेन की सवारी करना आदि की एक्टिविटी भी कर सकते हैं। और साथ ही साथ यहां पर अनेक प्रकार के वन्य जीव भी देखने को मिलते हैं।उनकी एक्टिविटी को देखकर लोग बेहद प्रसन्न होते हैं।

✔☛ बारगी डेम

यह नर्मदा नदी पर बना विशाल डेम है।यह जबलपुर जिले के आस-पास के गांव में पानी की आपूर्ति करता है। इसके साथ साथ यह  एक पिकनिक प्लेस भी है। जहां पर आप पिकनिक टूर पर जा सकते हैं। इस डेम में आप वोटिंग का भी आनंद ले सकते हैं।

बारगी डेम ➤

✔☛ भंवरताल गार्डन

जबलपुर जिले का सबसे विशाल और सबसे बड़ा गार्डन है। गार्डन में लोग शाम सुबह टहलने के लिए आते हैं। इस गार्डन में तालाब और कई तरह के फूल भी देखने को मिलते हैं। जो गार्डन को बेहद खूबसूरत बनाते हैं।

☑️जबलपुर जिले के पर्यटक स्थल FAQ’S [ Tourist Places in Jabalpur District FAQ’S ]

⚫️1. जबलपुर पहुंचने के लिए क्या क्या सुविधा  है।

बस,ट्रेन, हवाई जहाज

⚫️2. जबलपुर में सबसे फेमस जगह कौन सी है।

भेड़ाघाट, धुआधार जलप्रपात

⚫️3. मप्र हाईकोर्ट का मुख्यालय किस जिले में हैं।

जबलपुर

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