हेलो दोस्तों आज मैं आपको मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले के टॉप 10 पर्यटक स्थल के बारे में विस्तृत जानकारी देने जा रहा हूं । छतरपुर जिला मध्य प्रदेश के सागर संभाग के अंतर्गत आता है । छतरपुर जिला बहुत ही प्रसिद्ध जिला है। छतरपुर में खजुराहो के मंदिर बहुत ही प्रसिद्ध है। खजुराहो के बारे में मैं आपको बहुत ही डिटेल से जानकारी आगे दूंगा। छतरपुर को बस्ती के रूप में बसाने का श्रेय महाराजा छत्रसाल को जाता है लेकिन छतरपुर को सन 1775 में सुनो जी पवार ने बसाया था। पन्ना चरखारी और बिजावर रियासतो के क्षेत्रों को अलग करके छतरपुर रियासत की स्थापना की गई थी । छतरपुर रियासत के संस्थापक सोनू जी पवार थे ।
इस दौरान छतरपुर को इस रियासत की राजधानी बनाया गया था। छतरपुर मैं हर वर्ष अक्टूबर-नवंबर के समय यहां पर प्रसिद्ध जलविहार मेले का आयोजन किया जाता है, छतरपुर जिले की सीमा का निर्धारण केन नदी करती है केन नदी छतरपुर और पन्ना जिले की सीमा को बनाती है छतरपुर जिले की प्रसिद्ध नदी केन नदी ही है।
छतरपुर जिले के 10 पर्यटक स्थल | छतरपुर जिला के प्रमुख दर्शनीय स्थल |
प्रमुख पर्यटक स्थल | खजुराहो के मंदिर ,छतरपुर के जैन मंदिर, जटाशंकर धाम, बागेश्वर धाम ,द्वितीया पीतांबरा पीठ, मोटे के महावीर मंदिर ,हनुमान टोरिया मंदिर, पुरातात्विक संग्रहालय धुबेला ,चरण पादुका नामक स्थान, शनि देव मंदिर मऊ सानिया , रानेह फॉल राजनगर |
राष्ट्रीय हवाई अड्डा | खजुराहो छतरपुर मध्य प्रदेश |
खजुराहो के प्रसिद्ध मंदिर | कंदरिया महादेव का मंदिर, लक्ष्मण मंदिर, चित्रगुप्त मंदिर, दूल्हा देव मंदिर, जैन मंदिर, मतंगेश्वर मंदिर आदि |
मध्य प्रदेश का जलियांवाला बाग हत्याकांड | चरण पादुका छतरपुर |
खजुराहो के मंदिर यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में शामिल | सन 1986 |
छतरपुर की स्थापना | सन 1775 में सूनो जी पवार ने |
पुरातात्विक संग्रहालय | धुबेला छतरपुर |
छतरपुर जिले में तहसील | 11 |
छतरपुर जिले में विधानसभाएं | 6 |
खजुराहो नृत्य समारोह | सन 1976 से प्रारंभ |
आदिवासी कला संग्रहालय | खजुराहो |
परियोजना | उर्मिल परियोजना छतरपुर |
मेला | जलविहार का मेला छतरपुर नौगांव का मेला खजुराहो का मेला |
खनिज | पायरो फ्लाइट और डायस्फोर, ग्रेनाइट |
प्रसिद्ध नदियां | धसान नदी, केन नदी |
Table of Contents
छतरपुर जिले के प्रसिद्ध पर्यटक स्थल
छतरपुर जिले के प्रसिद्ध पर्यटक स्थल निम्न है
🌑 खजुराहो के मंदिर
⚫ रानेह फॉल
🌑 द्वितीय पीतांबरा पीठ
🌑 प्रताप सिंह की छतरी
🌑 चरण पादुका नामक स्थान
🌑 छतरपुर के जैन मंदिर
🌑 गुलगंज का किला
🌑 बागेश्वर धाम
🌑 जटाशंकर धाम
🌑 हनुमान टोरिया मंदिर
🌑 मोटे के महावीर मंदिर
1. खजुराहो के मंदिर
छतरपुर जिले में खजुराहो के मंदिर प्रमुख पर्यटक स्थल हैं । खजुराहो में राज्य का आदिवासी कला संग्रहालय भी बनाया गया है । खजुराहो के प्रसिद्ध लक्ष्मण मंदिर का निर्माण यशोवर्मन या चंदेल राजा के द्वारा करवाया गया था। इसी तरह प्रसिद्ध कंदरिया महादेव का मंदिर का निर्माण चंदेल शासक विद्याधर ने करवाया था । खजुराहो के मंदिर 950 ईसवी से 1050 ईसवी के बीच बनकर तैयार हुए थे । फिर मंदिरों का निर्माण चंदेल शासक के द्वारा करवाया गया था। सन 1986 में खजुराहो के मंदिरों को यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में शामिल कर लिया गया था।

खजुराहो के मंदिर विश्व में प्रसिद्ध मंदिर हैं और जब से खजुराहो के मंदिरों को यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में शामिल कर लिया गया है तब से खजुराहो के मंदिरों का विकास बहुत ही तेजी से हो रहा है और खजुराहो में विदेशों से पर्यटक घूमने के लिए आ रहे हैं। खजुराहो को मध्य प्रदेश की पर्यटन नगरी के नाम से भी जाना जाता है मध्य प्रदेश के छतरपुर जिला के अंतर्गत खजुराहो आता है। मध्यप्रदेश में सर्वाधिक औसत तापमान खजुराहो में ही देखा जाता है। खजुराहो में औसत तापमान लगभग 50 डिग्री सेल्सियस के आसपास हर वर्ष पहुंच जाता है ।
Temples of Khajuraho
खजुराहो मे पर्यटन को बहुत ज्यादा बढ़ावा दिया गया है जिससे कि जो खजुराहो में पर्यटक मंदिरों को देखने के लिए आते हैं वह धूप के कारण बहुत ज्यादा परेशानी महसूस करते हैं। मध्य प्रदेश का प्रसिद्ध नृत्य समारोह सन 1976 से लगातार खजुराहो में आयोजित हो रहा है । यह मध्य प्रदेश का और भारत का अंतर्राष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल है। खजुराहो के मंदिरों को तीन दिशाओं में बनाया गया है जिनमें कुछ मंदिर पश्चिमी समूह में आते हैं और कुछ मंदिर पूर्वी समूह में आते हैं और कुछ मंदिर दक्षिणी समूह में आते हैं। इनमें से पश्चिमी समूह में कंदरिया महादेव का मंदिर , लक्ष्मण मंदिर , चित्रगुप्त मंदिर प्रमुख है और एक मतंगेश्वर का मंदिर भी पश्चिमी समूह में स्थित है मतंगेश्वर मंदिर खजुराहो मे प्रसिद्ध मंदिर है । खजुराहो में दक्षिण समूह में प्रसिद्ध दूल्हा देव का मंदिर है । इस मंदिर में बहुत ही सुंदर गार्डन बनाया गया है ।
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जहां की सुंदरता देखते ही बनती है। खजुराहो के मंदिरों को यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में सन 1986 में शामिल कर लिया गया था जो कि मध्य प्रदेश में सबसे पहले खजुराहो को यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में शामिल किया गया था। खजुराहो में राष्ट्रीय हवाई अड्डा भी बनाया गया है जो कि मध्य प्रदेश की 5 नियमित प्रतिदिन उड़ाने भरने वाला एक हवाई अड्डा है । इसे भविष्य में अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा भी जल्द बनाया जाएगा । खजुराहो छतरपुर जिले के अंतर्गत आता है। छतरपुर से महज 45 किलोमीटर की दूरी पर खजुराहो स्थित है। खजुराहो में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए वहां पर बहुत अच्छा विकास किया जा रहा है । इसी वजह से ही झांसी से खजुराहो फोरलेन निर्माण किया गया है यह NH 39 बमीठा से 12 किलोमीटर दूरी पर स्थित है। खजुराहो को जेजाकभुक्ति के नाम से भी जाना जाता था। खजुराहो क्षेत्र पर चंदेल शासकों का शासन हुआ करता था।
2. द्वितीया पीतांबरा पीठ
छतरपुर नगर सिंघारी नदी के तट पर बसा हुआ है। हर वर्ष अक्टूबर-नवंबर के समय छतरपुर जिले में प्रसिद्ध जलविहार के मेले का आयोजन किया जाता है। छतरपुर में प्रसिद्ध जैन मंदिर बहुत ही प्रसिद्ध है। छतरपुर में ही मध्य प्रदेश की द्वितीय पितांबरा पीठ का निर्माण किया गया है। मध्य प्रदेश की पहली पीतांबरा पीठ दतिया में बनाई गई है।
3. बागेश्वर धाम
बागेश्वर धाम छतरपुर जिले की ग्राम गड़ा पोस्ट गंज तहसील राजनगर के अंतर्गत आता है । बागेश्वर धाम एक सिद्ध पीठ आश्रम है बागेश्वर धाम के प्रसिद्ध पुजारी पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री जी है । बागेश्वर धाम सिद्धपीठ आश्रम मध्यप्रदेश और भारत का एकमात्र ऐसा आश्रम है जहां पर श्रद्धालु अपनी समस्याओं को लेकर के जाते हैं और वहां जाकर के सारी समस्याओं का समाधान बागेश्वर बालाजी सरकार की कृपा से पूर्ण हो जाता है। बागेश्वर धाम मे श्रद्धालु रोते हुए जाते हैं और वहां से हंसते हुए आते हैं। बागेश्वर धाम एक ऐसा आश्रम है या एक ऐसा धाम है जहां पर श्रद्धालुओं के मन की बात को बता दिया जाता है और श्रद्धालुओं की सारी समस्याओं का समाधान हो जाता है। ऐसी बागेश्वर बालाजी सरकार की कृपा है। बागेश्वर धाम में दरबार लगाया जाता है। जहाँ भक्तों की समास्याओं का समाधान होता है।
4. छतरपुर के जैन मंदिर
छतरपुर के जैन मंदिरों में 500 साल पुरानी आयुर्वेद और ज्योति विज्ञान की पांडुलिपिया बनायी गई हैं जिन्हें सोने की स्याही से लिखा गया है । छतरपुर के जैन मंदिर बहुत ही प्रसिद्ध मंदिर हैं । मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश की संयुक्त परियोजना उर्मिल परियोजना छतरपुर जिले की अंतर्गत ही आती है।
5. छतरपुर जिले का चरण पादुका नामक स्थान
छतरपुर के चरण पादुका नामक स्थान पर एक शांतिपूर्ण सभा के दौरान अंग्रेज अधिकारी कर्नल फिशर के आदेश पर गोली चला दी गई थी। जिसमें 6 निर्दोष लोगों की हत्या हुई थी। इस घटना को मध्य प्रदेश का जलियांवाला बाग हत्याकांड कहा जाता है । यह घटना सन 1931 में घटित हुई थी।
6. प्रताप सिंह की छतरी
प्रसिद्ध प्रताप सिंह की छतरी छतरपुर जिले के अंतर्गत ही बनाई गई है। यह छतरी छतरपुर जिले के नौगांव तहसील में मनाई गई है । छतरपुर जिले में डायस्पोर और पायरो फ्लाइट जैसे दुर्लभ खनिज का भंडार भी पाया जाता है। मध्य प्रदेश में सबसे ज्यादा ग्रेनाइट के भंडार छतरपुर जिले में ही पाए जाते हैं।

7. रानेह फॉल राजनगर छतरपुर
छतरपुर जिले की राजनगर तहसील में प्रसिद्ध है पर्यटक स्थल रनेह फॉल बनाया गया है।
छतरपुर जिले की प्रमुख झीलें राव सागर झील , रंगम झील , प्रताप सागर छतरपुर जिले के प्रसिद्ध जलस्त्रोतों में से हैं । छतरपुर जिले में प्रसिद्ध बुंदेला राजा सवाई सिंह की समाधि छतरपुर जिले के नोगांव में बनाई गई है। देश की प्रसिद्ध पदम श्री द्रुपद गायिका असगरी बाई का जन्म छतरपुर जिले की बिजावर तहसील में हुआ था। इनके अलावा प्रसिद्ध साहित्यकार बाबू गुलाब राय का जन्म भी छतरपुर जिले में हुआ था।
8. गुलगंज का किला
गुलगंज का किला बड़ा मलहरा विधानसभा के अंतर्गत आता है। गुलगंज का किला छतरपुर जिले के अंतर्गत ही आता है। छतरपुर जिले के अंतर्गत कुल 11 तहसीलें और 6 विधानसभाएं आती है ।
9. पुरातात्विक संग्रहालय धोवेला छतरपुर
छतरपुर के धुबेला में राजकीय स्तर का संग्रहालय बनाया गया है धुबेला में महाराजा छत्रसाल की प्रतिमा को बनाया गया है महाराजा छत्रसाल की बहुत ही बड़ी प्रतिमा बनाई गई है। धुबेला संग्रहालय में महाराजा छत्रसाल की लड़ाई के संपूर्ण हथियारों को यहां पर संग्रहित कर के रखा गया है। महाराजा छत्रसाल ने छतरपुर रियासत को ही अपनी राजधानी बनाया है।
10. जटाशंकर धाम बिजावर छतरपुर
जटाशंकर धाम छतरपुर जिले की बिजावर तहसील के अंतर्गत आता है यह धाम बहुत ही प्रसिद्ध धाम है जटाशंकर धाम में शिव जी का प्रसिद्ध धाम है। छतरपुर जिले से जटाशंकर धाम लगभग 60 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।

11. हनुमान टोरिया मंदिर छतरपुर
हनुमान टोरिया मंदिर छतरपुर शहर में ही स्थित है।
12. मोटे के महावीर मंदिर छतरपुर
मोटे के महावीर मंदिर छतरपुर जिले में ही स्थित है।

FAQ – छतरपुर जिला के प्रमुख दर्शनीय स्थल
1. छतरपुर जिले की प्रसिद्ध नदी कौन कौन सी है?
उत्तर – धसान नदी, केन नदी।
2. खजुराहो के प्रसिद्ध मंदिर कौन कौन है?
उत्तर- कंदरिया महादेव का मंदिर लक्ष्मण मंदिर चित्रगुप्त मंदिर दूल्हा देव मंदिर जैन मंदिर मतंगेश्वर मंदिर आदि।
3. छतरपुर नगर की स्थापना किसने की थी?
उत्तर- सन् 1775 में सूनो जी पवार के द्वारा।
4. मध्यप्रदेश का जलियांवाला बाग हत्याकांड कहां पर है
और किसे कहते हैं?
उत्तर- चरण पादुका नामक स्थान छतरपुर।
5. प्रसिद्ध तीर्थ स्थल बागेश्वर धाम कहां पर है?
उत्तर – ग्राम गड़ा पोस्ट गंज तहसील राजनगर जिला छतरपुर मध्य प्रदेश।
6. जलविहार मेला कहां पर लगता है?
उत्तर- छतरपुर।
7. खजुराहो के मंदिरों को विश्व धरोहर सूची में कब शामिल किया गया था?
उत्तर – सन् 1986 में।
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