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होशंगाबाद जिले के पर्यटन स्थल Hosangabad Tourist Places GK History

दोस्तों आज हम बात करने वाले हैं होशंगाबाद जिले के बारे में जिसमें आज हम आपको होशंगाबाद जिले के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे | दोस्तों होशंगाबाद जिला पहाड़ी एरिया का जिला है और पहाड़ी एरिया पर यह जिला होने के कारण बहुत सुंदर लगता है | यहां पर बहुत सुंदर -सुंदर प्राकृतिक दर्शनीय स्थल हैं |आज हम उन्हीं के बारे में विस्तार से चर्चा करने वाले हैं | होशंगाबाद जिले के अंतर्गत” धूपगढ़ “जैसे पर्यटक स्थल हैं जिनकी अपनी विशेषता भारत के अलावा अन्य देशों में भी जानी जाती है | दोस्तों आज हम धूपगढ़ के साथ-साथ होशंगाबाद के सभी प्राकृतिक दर्शनीय स्थलों के साथ-साथ ऐतिहासिक धरोहर के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे |

होशंगाबाद का नया नाम27 अगस्त 2008
मध्य प्रदेश का सबसे बड़ा कृषि फार्मनर्मदापुरम जिला
माखनलाल चतुर्वेदी की जन्म भूमिनर्मदा पुरम के बावई नामक ग्राम
रामजी बाबा मेलामध्य प्रदेश नर्मदा पुरम जिला
भारत का पहला मदर मिल्क बैंकमुंबई के लीलावती नामक स्थान पर
मध्य प्रदेश का मदर मिल्क बैंकजिला होशंगाबाद
अभ्रक कारखानाइटारसी होशंगाबाद
पेपर सिक्योरिटी मिलहोशंगाबाद
पांडव गुफाएंपचमढ़ी होशंगाबाद
सीआईएसफ ट्रेनिंग स्कूलपचमढ़ी होशंगाबाद
मध्य प्रदेश का पहला बायोस्फीयर रिजर्वपचमढ़ी
पचमढ़ी बायोस्फीयर रिजर्व2005
महादेव गुफा की खोजडॉ एस गार्डन पचमढ़ी
पचमढ़ी पर्यटक स्थलमहादेव पर्वत श्रंखला
मध्य प्रदेश की सबसे ऊंची चोटीधूपगढ़
धूपगढ़ की ऊंचाई1350
मध्य प्रदेश का स्टेशनपचमढ़ी
मध्य प्रदेश में सबसे ज्यादा वर्षापचमढ़ी
होशंगाबाद शहरराजा होशंग शाह के द्वारा बसाया  गया
मध्य प्रदेश के पहली खुली जेलजिला होशंगाबाद

होशंगाबाद जिले के कुछ प्रमुख दर्शनीय स्थल-

  • ⚫️पचमढ़ी
  • ⚫️तवा बांध
  • ⚫️मड़ई सतपुड़ा टाइगर रिजर्व
  • ⚫️जटाशंकर
  • ⚫️पांडव गुफाएं
  • ⚫️अप्सरा विहार
  • ⚫️महादेव गुफा
  • ⚫️रजत जलप्रपात
  • ⚫️राजेंद्र गिरी
  • ⚫️मधुमक्खी झरना

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🌗 पचमढ़ी होशंगाबाद

तेंदुए और भारतीय बाई सन जैसे जानवर पाए जाने वाले पचमढ़ी का नाम प्रदेश के अलावा दुनिया में फैला हुआ है क्योंकि यह अपने “हिल स्टेशन “के रूप में जाना जाता है | यह एक पहाड़ी एरिया है यहां पर बहुत सुंदर लगता है क्योंकि हरे भरे पेड़ पौधे और बहुत सारे झरने यहां पर मौजूद हैं प्राकृतिक सुंदरता को आप बड़ी ही बारीकी से यहां पर देख सकते हैं | अप्सरा विहार, शांत पूल के साथ सिल्वर फॉल और यहां का महत्वपूर्ण जलप्रपात बी फॉल सुंदर चट्टान से टकराकर पचमढ़ी की सुंदरता को कई गुना बढ़ा देता है |

पचमढ़ी होशंगाबाद

दोस्तों पचमढ़ी को सतपुड़ा की रानी के रूप में भी जाना जाता है क्योंकि पचमढ़ी मध्य प्रदेश का वह स्थान है जहां पर प्रति वर्ष पर्यटक हजारों की संख्या में इस हिल स्टेशन का आनंद लेने के लिए आते हैं | दोस्तों वैसे तो पचमढ़ी के बारे में लगभग लगभग हर एक व्यक्ति को पता होता है क्योंकि पचमढ़ी के बारे में शुरुआती कक्षाओं से ही सुनते आ रहे हैं और पढ़ते आ रहे हैं | दोस्तों प्राकृतिक सुंदरता के बारे में जितना कहा जाए उतना कम है क्योंकि पचमढ़ी में प्राकृतिक सुंदरता को आप बड़ी ही नजदीकी के साथ देख सकते हैं यहां पर बहुत सुंदर वातावरण और बहुत ही खूबसूरत लगता है |

🌗 तवा बांध होशंगाबाद

तवा जलाशय के रूप में जाना जाने वाला तवा बांध नर्मदा पुरम जिले में तवा नदी पर स्थित है | होशंगाबाद शहर की एक सुंदर बांध का निर्माण 1958 से लेकर 1978 के बीच पूरा हुआ यह खूबसूरत कौन है होशंगाबाद शहर के इटारसी नामक जगह पर मौजूद है | दोस्तों यह बांध बहुत ही सुंदर और आकर्षक बांध है यहां पर आप अपनी फैमिली के साथ पर्यटन का आनंद ले सकते हैं | इस बांध के लिए जाने वाली रास्ता पूरी तरीके से सुरक्षित और सुंदर सड़क निर्मित की गई है इसीलिए जाने आने में भी अब कोई परेशानी नहीं होती है हालांकि कुछ समय पहले यहां की रास्ते में बहुत गड़बड़ी थी

तवा बांध होशंगाबाद


| दोस्तों होशंगाबाद जिले का यह बांध यहां पर होने वाली कृषि को जल प्रदान करता है | इस बांध के तीन तरफ पूरी तरीके से जंगल और पहाड़ियों से घिरा हुआ है | चारों तरफ से जंगल से घिरा हुआ यह बांध बहुत सुंदर लगता है |

🌗 मड़ई सतपुड़ा टाइगर रिजर्व होशंगाबाद

मणि सतपुड़ा टाइगर रिजर्व को एसपीआर के नाम से भी जाना जाता है और इसे आप सतपुड़ा राष्ट्रीय उद्यान भी कह सकते हैं | सतपुड़ा राष्ट्रीय उद्यान का विस्तार लगभग 524 किलोमीटर से भी अधिक फैला हुआ है इस राष्ट्रीय उद्यान में तरह-तरह की जीव जंतु और जानवर पाए जाते है |

सतपुड़ा राष्ट्रीय उद्यान की स्थापना सन 1981 के समय हुई थी | यह राष्ट्रीय उद्यान नर्मदा पुरम के पिपरिया नामक शहर के ठीक बिल्कुल पास में ही पाया जाता है | 202 वर्ग मील क्षेत्र में फैला हुआ यह राष्ट्रीय उद्यान मध्य प्रदेश का सबसे प्रसिद्ध और तरह-तरह की जानवरों के लिए जाना जाता है |

मड़ई सतपुड़ा टाइगर रिजर्व होशंगाबाद

इस टाइगर रिजर्व में शेर ,चीता, भालू ,हिरण ,बंदर आदि जानवरों को प्रमुख रूप से देखा जा सकता है इसके अलावा यहां पर बंदर की दो से तीन प्रजातियों को देखा जा सकता है | इस टाइगर रिजर्व में पाए जाने वाले लाल मुंह के बंदर अधिक रूप में पाए जाते हैं और यह बहुत शातिर होते हैं |

🌗 जटाशंकर-

दोस्तों आज हम होशंगाबाद जिले के एक प्रसिद्ध पर्यटक स्थल जटाशंकर के नाम से प्रसिद्ध है यह भगवान शिव के लिए जाना जाता है | जटाशंकर के नाम पर होशंगाबाद जिले में एक भगवान भोलेनाथ की एक गुफा है और भगवान भोलेनाथ की शिवलिंग की मौजूद है | यहां पर एक झूलता हुआ विशाल शिलाखंड है विशेष शहर का “झूलता हुआ शिलाखंड” के नाम से जाना जाता है |इस शिलाखंड पर हनुमान जी की मूर्ति को चित्रित किया गया है | दोस्तों भगवान शिव की किस गुफा के पास में ही हार पर्स गुफा के नाम से एक गुफा मौजूद है जहां पर वीणा बजाते हुए व्यक्ति को स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है | वीणा बजाते हुए इस व्यक्ति का चित्र पत्थर की मूर्ति का है |

दोस्तों मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले से लगभग 60 किलोमीटर की दूरी पर बिजावर के पास भी एक जटाशंकर के नाम से प्रसिद्ध तीर्थ स्थल है यहां पर भी भगवान शिव की विशाल प्रतिमा के साथ उनका एक प्राकृतिक शिवलिंग मौजूद है| जटाशंकर में भगवान भोलेनाथ तीर्थ स्थल के रूप में जाने जाते हैं जबकि होशंगाबाद जिले में भगवान शिव की जानकारी एक गुफा के रूप में मिलती है |

🌗 पांडव गुफाएं होशंगाबाद

दोस्तों ऐसा कहा जाता है कि पचमढ़ी में पांडव की गुफाएं देखने को मिलती हैं और इन्हीं गुफाओं के कारण जहां पचमढ़ी को पचमढ़ी नाम दिया गया है | यहां पर वफाओं की अलग-अलग नाम भी दिए गए हैं यहां पर मौजूद साफ-सुथरी और हवादार गुफा को द्रोपती गुफा के नाम से जाना जाता है | दोस्तों पांडव गुफाएं इतिहास की बहुत सी कहानियों को उजागर करते हैं कहा जाता है कि पांडवों के अज्ञातवास के दौरान पांडव पचमढ़ी में ठहर गए थे और जहां पर वह लोग की थी वहां पर उन्होंने गुफाओं का निर्माण किया था और आज भी उन्हीं गुफाओं को पांडव गुफाओं के नाम से जाना जाता है |

पांडव गुफाएं होशंगाबाद

पुरातात्विक साक्ष्यों के अनुसार ऐसा माना जाता है कि इन गुफाओं का निर्माण नवमी और दशमी शताब्दी में गुप्त काल के दौरान किया गया था | इन गुफाओं के बारे में बताया जाता है कि इन गुफाओं का निर्माण बुद्ध के अनुयाई बौद्धों के द्वारा करवाया गया है |

इन गुफाओं में एक गुफा को “अंधेरी गुफा” के नाम से भी जाना जाता है और वर्तमान में इस गुफा को भीम गुफा के नाम से लोग पुकारते हैं कहा जाता है कि एक गुफा में भीम का निवास रहा है |

🌗 अप्सरा विहार-

अप्सरा विहार कोई बड़ी अनोखी चीज नहीं है यह एक प्रकार का छोटा सा तालाब है और यह तालाब ज्यादा गहरा ना होने के कारण जहां पर तैरना बड़ा ही आसान है | इस तालाब की गहराई कितनी उपयुक्त है कि यहां पर गोताखोर आराम से तालाब की गहराई में जाकर यहां भ्रमण कर सकते हैं | दोस्तों अप्सरा विहार तालाब का निर्माण कहा जाता है कि एक छोटे से झरने के द्वारा हुआ है जो कि लगभग 30 फुट की ऊंचाई से गिरता है | दोस्तों इस तालाब के पास जाने के लिए अथवा यहां पर घूमने के लिए पचमढ़ी से सीधा परी ताल के लिए मार्ग जाता है आप इस रास्ते से यहां पर जा सकते हैं |

🌗 महादेव गुफा-

दोस्तों होशंगाबाद शहर की महादेव गुफा बहुत ही प्रसिद्ध और चर्चित गुफा है ऐसा माना जाता है कि यहां पर भस्मासुर से बचने के लिए भगवान भोलेनाथ इस गुफा में छिपे थे | होशंगाबाद जिले में स्थित यह गुफा लगभग 30 फुट लंबी है यहां पर पानी की बहुत अच्छी उपयुक्त व्यवस्था है 12 महीने लगातार यहां पर पानी बहता ही रहता है | दोस्तों यही एक पूजनीय पर्यटक स्थल है जहां पर महादेव के भक्त हमेशा आते रहते हैं |

दोस्तों महादेव गुफा तक जाने का रास्ता अभी भी बहुत ही दुर्गम और कठिन रास्ता है क्योंकि यह गुफा जंगल के अंदर से होकर जाती है जिस कारण से यहां पर रास्ता थोड़ा कठिन है | मुस्तफा के बारे में कहा जाता है कि भगवान शिव ने भस्मासुर को वरदान दिया था कि बस में सर जिसके सर पर हाथ रख देगा वह भस्म हो जाएगा जिस कारण से इस वरदान की परीक्षा लेने हेतु भस्मासुर भगवान शिव के ऊपर ही हाथ रखने के लिए आगे बढ़ा जिस कारण से भगवान भोलेनाथ अपनी जान बचाते हुए इस गुफा के अंदर छिपे थे |

दोस्तों प्रतिवर्ष महाशिवरात्रि के शुभ अवसर पर यहां पर महाशिवरात्रि का भव्य आयोजन किया जाता है और भगवान भोलेनाथ के विवाह का भी आयोजन किया जाता है जिसमें बहुत दूर-दूर से लोग इस कार्यक्रम में पार्टिसिपेट करते हैं |

दोस्तों यह गुफा काफी आकर्षक और यहां पर देखने योग्य बहुत ही सुंदर सुंदर स्थान है | यहां पर जाने के लिए कोई विशेष कथन रास्ता नहीं है यदि कोई चाहे तो इस गुफा तक बड़ी आसानी के साथ जा सकता है |

🌗 रजत जलप्रपात होशंगाबाद

नर्मदा पुरम जिले का रजत जलप्रपात यहां का पर्यटक स्थल है यह पर्यटक स्थल बहुत ही खूबसूरत और सुंदर है | इस धरने का गिरता हुआ पानी एकदम चांदी की तरह सफेद दिखता है पानी बहुत ही स्वच्छ और सुंदर दिखाई देता है | दोस्तों यह झरना लगभग 350 फीट की ऊंचाई से गिरता है जिस कारण से बहुत ज्यादा सुंदर दिखाई देता है | दोस्तों यह प्राकृतिक झरना देखना है इतना आसान नहीं है क्योंकि इस झरने के पास केवल साहस वाले लोग ही जा सकते हैं क्योंकि यहां जाने का रास्ता बहुत ही दुर्गम और कष्टमय रास्ता है | कुछ पर्यटक ऐसे होते हैं जिनको दुर्गम रास्ते में जाना और उन रास्तों पर हमेशा आगे बढ़ना अच्छा लगता है क्योंकि एक कठिन रास्ते के बाद हमेशा एक सुंदर मंजिल प्राप्त होती है इसी मंजिल की आस में भी कठिन रास्ते को ज्यादा पसंद करते हैं |

यह जलप्रपात जंगल में होने के कारण यहां पर पहाड़ियों से ज्यादातर पानी एकत्रित हो जाता है और यही पानी जब झरने के रूप में गिरता हुआ दिखाई देता है तो बहुत सुंदर लगता है | प्रकृति को आप यहां पर दुल्हन की तरह सजा हुआ और बहुत ही बारीकी देख सकते हैं | यहां पर बहुत सुंदर और खूबसूरत लगता है |

🌗 राजेंद्र गिरी होशंगाबाद

दोस्तों राजेंद्र गिरी अथवा राजेंद्र पर्वत के नाम से जाना जाने वाला पचमढ़ी के अंदर एक पर्यटक स्थल है जो बहुत ही खूबसूरत है | इस पहाड़ी के बारे में कहा जाता है कि डॉ राजेंद्र प्रसाद को यह पहाड़ी बहुत ही मनोरम और पसंद थी अक्सर भी यहां पर घूमने के लिए आया करते थे | डॉ राजेंद्र प्रसाद के यहां पर लगातार आते रहने से इस पहाड़ी का नाम वर्तमान में राजेंद्र गिरी जाना जाता है | ऐसा कहा जाता है कि डॉ राजेंद्र प्रसाद को उस पहाड़ी ने बहुत ही आकर्षित किया था जिस कारण से भी जहां पर हमेशा आते रहते थे पहाड़ी पर एक रवि शंकर भवन भी बनवाया गया है |

rajendra giri hosangabad

🌗 मधुमक्खी झरना-

दोस्तों झरना चाहे मध्यप्रदेश का हो या भारत का हो या किसी भी शहर का हो या ऐसा कहें कि दुनिया का कोई भी झरना छोटा हुआ थोड़ा बड़ा प्राकृतिक सुंदरता को बड़ी ही बारीकी से विखेरता है |
होशंगाबाद जिले से लगभग 3 किलोमीटर की दूरी पर स्थित मधुमक्खी झरने को यमुना प्रपात के नाम से भी जाना जाता है | इस झरने की सुंदरता पूरे होशंगाबाद की सुंदरता बढ़ा देती है | यह झरना काफी लोकप्रिय है यहां पर नहाना और इस झरने तक जाना बहुत ही आसान है | शहर से बहुत कम दूरी पर स्थित इस झरने तक जाने का रास्ता बिल्कुल सरल और सुंदर रास्ता है |

होशंगाबाद जिले के प्रमुख पर्यटन स्थल संबंधित FAQ’S

▶️ मध्य प्रदेश का सबसे बड़ा बांध किस जिले में स्थापित है?

मध्यप्रदेश में मध्य प्रदेश का सबसे बड़ा बांध तवा नदी पर स्थित है और यह बांध होशंगाबाद जिले में स्थित है |

▶️ मध्यप्रदेश में बेरी घाटी अभ्यारण किस जिले में स्थित है?

मध्यप्रदेश में बीड़ी घाटी अभ्यारण होशंगाबाद जिले के अंतर्गत आता है इस अभ्यारण में तरह-तरह की जीव जंतु और जंगली पशु तथा जानवर पाए जाते हैं जिनमें शेर ,हिरण, चीता प्रमुख है |

▶️ होशंगाबाद जिले में कुल कितनी तहसील है?

होशंगाबाद जिले के अंतर्गत 8 तहसीलें आते हैं और 4 विधानसभा क्षेत्र यहां के कापी चर्चित विधानसभा क्षेत्र हैं |

▶️ मध्य प्रदेश में सबसे ज्यादा गेहूं कहां पर उगाया जाता है?

मध्य प्रदेश में सबसे ज्यादा गेहूं का उत्पादन होशंगाबाद जिले में होता है यहां पर गेहूं प्रति हेक्टेयर के उत्पादन में सबसे आगे है |

▶️ मध्य प्रदेश की पहली ऑनलाइन सिविल कोर्ट कहां पर शुरू की गई थी?

मध्य प्रदेश की पहली ऑनलाइन सिविल कोर्ट होशंगाबाद जिले से शुरू की गई थी |

▶️ मध्यप्रदेश में एग्रो खाद का कारखाना कहां पर स्थापित है |

मध्यप्रदेश में एग्रो खाद का कारखाना होशंगाबाद जिले में स्थापित किया गया है और यह कारखाना होशंगाबाद की रसेलपुर नामक स्थान पर स्थापित है |

▶️ मध्य प्रदेश का पहला बायोस्फीयर रिजर्व कौन -सा है?

मध्य प्रदेश का पहला बायोस्फीयर रिजर्व पचमढ़ी बायोस्फीयर रिजर्व है |

▶️ भारत में कुल कितने बायोस्फीयर रिजर्व हैं ?

भारत में लगभग 19 बायोस्फीयर रिजर्व हैं जिनमें मध्यप्रदेश में बायोस्फीयर रिजर्व की संख्या 3 है |

▶️ मध्य प्रदेश की पहली खुली जेल कहां पर स्थित है?

मध्य प्रदेश की पहली खुली जेल होशंगाबाद जिले के अंतर्गत आती है और इस जेल का उद्घाटन 2011 के समय की जेल मंत्री जगदीश देवड़ा के द्वारा किया गया था |

▶️ मध्य प्रदेश में सबसे ज्यादा संगठन उत्पादित करने वाला क्षेत्र कौन- सा है?

मध्य प्रदेश में सबसे ज्यादा टंगस्टन उत्पादक क्षेत्र होशंगाबाद जिला है |

▶️ होशंगाबाद संभाग के अंतर्गत कौन-कौन से जिले आते हैं?

होशंगाबाद संभाग के अंतर्गत होशंगाबाद, हरदा और बेतूल जिले आते हैं |

▶️ होशंगाबाद शहर को किसने बसाया?

होशंगाबाद शहर को बस आने का श्री है मालवा की प्रसिद्ध शासक होशंग शाह को जाता है | राजा होशंग शाह की राजधानी उस समय मांडू हुआ करती थी |

▶️ मध्य प्रदेश का’ हिल स्टेशन’ किसे कहा जाता है?

मध्य प्रदेश का हिल स्टेशन पचमढ़ी को कहा जाता है यहां पर पहाड़ियों की सुंदरता और झरनों की सुंदरता होने के कारण प्रतिवर्ष सैकड़ों लोग यहां पर घूमने के लिए आते हैं |

▶️ पचमढ़ी हिल स्टेशन मध्य प्रदेश में कहां पर है?

पचमढ़ी हिल स्टेशन मध्यप्रदेश में होशंगाबाद जिले में हैं यह हिल स्टेशन मध्य प्रदेश का एकमात्र हिल स्टेशन है |

▶️ मध्य प्रदेश में सबसे ज्यादा वर्षा कहां पर होती है?

मध्य प्रदेश में सबसे ज्यादा वर्षा होशंगाबाद जिले में पचमढ़ी नामक स्थान पर होती है यहां पर बहुत घने जंगल है |

▶️ मध्य प्रदेश की सबसे ऊंची चोटी कौन -सी है?

मध्य प्रदेश की सबसे ऊंची चोटी धूपगढ़ को कहा जाता है और यह चोटी होशंगाबाद जिले के पचमढ़ी नामक स्थान पर है |

▶️ मध्य प्रदेश की सर्वाधिक ऊंची चोटी धूपगढ़ की ऊंचाई कितनी है?

मध्य प्रदेश की सबसे ऊंची चोटी धूपगढ़ की ऊंचाई लगभग 1350 मीटर है | धूपगढ़ बहुत ही सुंदर और घूमने योग्य पर्वत है यहां पर बरसात के मौसम में सबसे ज्यादा लोग घूमने के लिए आते हैं |

▶️ मध्य प्रदेश का पचमढ़ी किस पर्वत श्रंखला के अंतर्गत आता है?

मध्य प्रदेश का प्रमुख पर्यटक स्थल पचमढ़ी मध्य प्रदेश के सतपुड़ा पर्वत की महादेव पर्वत श्रृंखला के अधीन आता है | महादेव पर्वत श्रंखला काफी विशाल और लंबी श्रंखला है |

▶️ मध्यप्रदेश में महादेव गुफा कहां पर पाई जाती है?

मध्यप्रदेश में महादेव गुफा को पचमढ़ी के अंतर्गत देखा जा सकता है यह गुफाएं मध्यप्रदेश के होशंगाबाद जिले के अंतर्गत आती हैं | इन गुफाओं में प्रमुख रूप से शैल चित्र पाए गए हैं जिस कारण से यह गुफाएं बहुत ही प्रसिद्ध और चर्चित हैं |

▶️ पचमढ़ी में पाई जाने वाली गुफाओं की खोज किसने की थी?

पचमढ़ी में पाई जाने वाली महादेव गुफा की खोज अंग्रेज अधिकारी डॉ एच. गार्डन ने की थी |

▶️ पचमढ़ी को मध्य प्रदेश का जो मंडल आरक्षित क्षेत्र कब घोषित किया गया है ?

सन 2005 में पचमढ़ी को मध्य प्रदेश का बायोस्फीयर रिजर्व अथवा जैव मंडल आरक्षित क्षेत्र घोषित किया गया है |

▶️ मध्य प्रदेश का पहला बायोस्फीयर रिजर्व कौन- सा है?

मध्य प्रदेश का पहला बायोस्फीयर रिजर्व पचमढ़ी को घोषित किया गया है|

▶️ मध्यप्रदेश में सीआईएसएफ (CISF) ट्रेनिंग स्कूल कहां पर है स्थित है ?

मध्यप्रदेश में सीआईएसएफ ट्रेनिंग स्कूल और फॉरेस्ट गार्ड ट्रेनिंग स्कूल पचमढ़ी में स्थापित किया गया है |

▶️ मध्य प्रदेश की पांडव गुफाएं कहां पर हैं?

मध्य प्रदेश की प्रसिद्ध पांडव गुफाएं होशंगाबाद जिले की पचमढ़ी नामक स्थान पर स्थित हैं |

▶️ मध्य प्रदेश का सबसे बड़ा रेलवे जंक्शन किस जिले में है?

मध्य प्रदेश का सबसे बड़ा रेलवे जंक्शन इटारसी रेलवे जंक्शन है और यह रेलवे जंक्शन होशंगाबाद जिले के अंतर्गत आता है |

▶️ मध्यप्रदेश में सिक्योरिटी पेपर मिल कहां पर स्थित है?

मध्य प्रदेश की सिक्योरिटी पेपर मिल नर्मदा पुरम में स्थित है |

↪️ नर्मदा पुरम किस जिले को कहा जाता है?

नर्मदा पुरम, होशंगाबाद जिले को कहा जाता है |

↪️ मध्यप्रदेश में विश्व का सबसे बड़ा अभ्रक का कारखाना कहां पर लगाया जा रहा है ?

मध्यप्रदेश में विश्व का सबसे बड़ा अभ्रक कारखाना होशंगाबाद जिले की इटारसी में लगाया जा रहा है और यह कारखाना ऊर्जा से संचालित किया जाएगा |

↪️ मध्यप्रदेश में मदर मिल्क बैंक कहां पर स्थित है?

मध्यप्रदेश में मदर मिल्क बैंक होशंगाबाद जिले में स्थित है |

↪️ भारत का पहला मदर मिल्क बैंक कहां पर है?

भारत का पहला मदर मिल्क बैंक महाराष्ट्र के मुंबई शहर की लीलावती नामक स्थान पर स्थित है |

↪️ मध्यप्रदेश में रामजी बाबा मेले का आयोजन कहां पर किया जाता है ?

मध्यप्रदेश में रामजी बाबा मेले का आयोजन होशंगाबाद जिले में किया जाता है प्रतिवर्ष यहां पर सैकड़ों की संख्या में लोग इस मेले में पार्टिसिपेट करते हैं |

↪️ प्रसिद्ध कवि माखनलाल चतुर्वेदी का जन्म मध्य प्रदेश में कहां पर हुआ था ?

माखनलाल चतुर्वेदी जी का जन्म मध्य प्रदेश के होशंगाबाद जिले में हुआ था | इनका जन्म होशंगाबाद जिले की बावई नामक स्थान पर हुआ था |

↪️ मध्य प्रदेश का सबसे बड़ा कृषि फार्म कहां पर स्थित है?

मध्य प्रदेश का सबसे बड़ा कृषि फार्म होशंगाबाद जिले में स्थित है और यह कृषि फार्म होशंगाबाद जिले के बावई नामक स्थान पर स्थित है |

↪️ होशंगाबाद जिले का नाम बदलकर क्या रख दिया गया?

दोस्तों 27 अगस्त 2008 को होशंगाबाद जिले का नाम बदलकर नर्मदा पुरम कर दिया गया है |

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