👀 सीहोर जिले के प्रमुख पर्यटक स्थल
सीहोर भोपाल संभाग के अंतर्गत आने वाला एक जिला है सीहोर का पुराना नाम सिद्धपुर था। सीहोर का यह नाम इस जिले के गोपालपुरा गांव में स्थित सिद्ध गणेश मंदिर के कारण पड़ा । सिद्ध गणेश मंदिर का निर्माण राजा विक्रमादित्य ने करवाया था। मध्य प्रदेश के प्रसिद्ध क्रांतिकारी चैन सिंह का अंग्रेजी अधिकारी मेड ऑफ से संघर्ष सीहोर के दशहरा मैदान में ही हुआ था। दशहरा मैदान पर उनकी समाधि भी बनाई गई है। मध्य प्रदेश के प्रसिद्ध कुष्ठ धाम अस्पताल का निर्माण 1879 में सीहोर जिले में करवाया गया था।
👀 सीहोर औद्योगिक क्षेत्र के रूप में [ Sehore as Industrial Area ]
सीहोर जिला एमपी की बुधनी तहसील में रेलवे स्लीपर बैड बनाने का कारखाना लगाया गया है । सीहोर जिले की बुधनी तहसील में राज्य सरकार ट्रैक्टर प्रशिक्षण केंद्र स्थापित किया गया है । मध्य प्रदेश के वर्तमान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान बुधनी सीट से चुनाव लड़े थे। देश का पहला आवासीय खेल विद्यालय सीहोर जिले में बनाया गया है।
सीहोर जिले के प्रमुख पर्यटक स्थल | [ Major Tourist Places of Sehore District,] |
देश | भारत ✔ |
राज्य | मध्य प्रदेश ✔ |
जिला | सीहोर ✔ |
सीहोर जिले का पुराना नाम | सिद्धपुर ✔ |
सिद्ध गणेश मंदिर का निर्माण | राजा विक्रमादित्य ✔ |
कुष्ठ धाम अस्पताल | सीहोर ✔ |
रेलवे स्लीपर बेड बनाने का कारखाना | बुधनी तहसील सीहोर ✔ |
ट्रैक्टर प्रशिक्षण केंद्र | बुधनी तहसील सीहोर ✔ |
सलकनपुर का मेला | सीहोर ✔ |
बिजासन माता का मंदिर | सीहोर ✔ |
कोलार बांध | सीहोर ✔ |
भोपाल शुगर मिल | सीहोर ✔ |
तहसील | 8 ✔ |
विधानसभा | 4 ✔ |
☑️ सीहोर – मेला, जलाशय एवं नदियाँ [ Sehore – Fair, Reservoir and Rivers ]
सीहोर जिले में लगने वाला सलकनपुर का मेला और बिजासेन देवी का मंदिर अत्यंत प्रसिद्ध है । सीहोर के अंतर्गत आने वाला गिन्नौरगढ़ का किला अपने बोलने वाले तोते के लिए प्रसिद्ध है। मध्यप्रदेश में बहने वाली कोलार नदी का उद्गम सीहोर से ही होता है। कोलार जलाशय और कोलार बांध यह दोनों ही सीहोर जिले में स्थित है । सीहोर जिले की बुधनी तहसील में स्थित पान गोडारिया एक जगह है यहीं से सम्राट अशोक के सारो मारो अभिलेख प्राप्त हुआ है । राज्य की प्रसिद्ध भोपाल शुगर मिल सीहोर में स्थित है । सीहोर जिले की तहसील आष्टा पार्वती नदी के किनारे बसी हुई है।
☑️ सीहोर – प्रदेश में प्रथम की दृष्टि से [ Sehore – From the point of view of the first in the state ]
कुंवर चैन सिंह को मध्य प्रदेश का मंगल पांडे और नरसिंहपुर का युवराज भी कहा जाता है। मध्य प्रदेश के पहले मुख्य न्यायाधीश रहे हिदायतुल्ला सीहोर जिले से ही है। स्कॉटलैंड के समान चर्च हमें सीहोर जिले में ही देखने को मिलता है । मध्य प्रदेश का प्रसिद्ध रफी अहमद किदबयी कॉलेज ऑफ़ एग्रीकल्चर सीहोर जिले में स्थित है । मध्यप्रदेश में आंवला हर्रा आदि त्रिफला बनाने के लिए सर्वाधिक कारखाने सीहोर जिले में ही है।

सीहोर जिले के अंतर्गत 8 तहसीलें और 4 विधानसभा आती हैं। सीहोर मध्य प्रदेश का एक ऐसा जिला जहां पर एशिया महाद्वीप का सबसे बड़ा दलहन शोध अनुसंधान केंद्र 2015 में स्थापित किया गया जो चाइना में स्थापित होना था। मध्य प्रदेश की सबसे बड़ी अनाज मंडी सीहोर में बनाई गई है। और मध्य प्रदेश के गठन से पहले सीहोर निजामत ए मसरीफ के नाम से जाना जाता था। सीहोर मैं प्रसिद्ध रामलला का मंदिर स्थित है । जो भारत के 84 मठों मे से एक हैं। सन 2009 में सीहोर स्थित सलकनपुर को पवित्र स्थल घोषित किया गया था जो सलकनपुर मेले के लिए अत्यधिक प्रसिद्ध है।
☑️ सीहोर जिले के प्रमुख पर्यटक स्थल [ Major Tourist Places of Sehore District ]
सीहोर जिले के प्रमुख पर्यटक स्थल निम्न है
- ⚫ गिन्नौरगढ़ का किला
- ⚫ सलकनपुर धाम
- ⚫ सारू मारू की गुफाए
- ⚫ सिद्धिविनायक गणेश मंदिर
- ⚫ कोलार बांध
- ⚫ शहीद कुंवर चैन सिंह की समाधि या छतरी
- ⚫ ऑल सेंट्स चर्च
- ⚫ रामलला का मंदिर
- ⚫ रफी अहमद किदवई कॉलेज ऑफ़ एग्रीकल्चर सीहोर
- ⚫ सलकनपुर का मेला
☑️ गिन्नौरगढ़ का किला
गिन्नौरगढ़ का किला एक ऐतिहासिक किला है। गिन्नौरगढ़ का किला करीब 1127 मीटर लंबी और 266 मीटर चौड़ी पहाड़ी पर बना है । सीहोर जिले के तीलावडी गांव में स्थित एक महत्वपूर्ण किला है। इस किले की विशालता देखने योग्य है । इस किले का निर्माण परमार वंश के राजाओं ने करवाया था । बाद में इसे निजाम शाह ने किले को नया रूप देकर इसे अपनी राजधानी बना लिया था । गौड शासन की स्थापना निजाम शाह ने की थी। यह किला 17वीं और 18वीं शताब्दी में गोंड राजाओं की अधिपत्य में था। बाद में भोपाल रियासत के नवाब मोहम्मद ने इस पर अपना अधिकार कर लिया था। इस किले की दीवार 82 फीट ऊंची और 20 फीट चौड़ी है इस किले में मुगल वास्तुकला की छाप दिखाई देती है। यदि आप इतिहासिक प्रेमी है और आप किलो को देखना पसंद करते हैं तो यह जगह घूमने के लिए बेहद खास है। गिन्नौरगढ़ का किला बोलते हुए तोतो के लिए प्रसिद्ध है।

☑️ सलकनपुर धाम
सलकनपुर धाम रहटी तहसील मुख्यालय के पास सलकनपुर गांव में एक पहाड़ी पर बना बहुत ही प्राचीन मंदिर है। यहां विंध्यवासिनी बिजासन देवी का यह मंदिर सिद्ध पीठ के नाम से जाना जाता है। ऐसी मान्यता है कि महिषासुर मर्दिनी के रूप में मां दुर्गा ने रक्तबीज नाम के राक्षस का वध इसी स्थान पर करके यहां विजय मुद्रा में तपस्या की थी। इसलिए यह बिजासन देवी के नाम से जाना जाता है। यहां पर नवरात्रि के अवसर पर मेला लगता है । मंदिर तक पहुंचने के लिए पैदल मार्ग और सीड़िया भी मनाई गई है । यहां आकर के आप रोप वे का आनंद भी ले सकते हैं । रोप वे से आप चारों तरफ का सुंदर नजारा भी देख सकते हैं।

☑️ सारू मारू की गुफाए
सारू मारू की गुफाए सीहोर जिले की बुधनी तहसील के ग्राम पानगोडारिया के पास स्थित है । सारो मारो एक प्राचीन मठ परिसर और बौद्ध गुफाओं का पुरातात्विक स्थल है । इस जगह पर कई रूपों के साथ-साथ बौद्ध भिक्षुओं के लिए प्राकृतिक गुफाएं भी हैं । गुफाओं में कई बौद्ध भित्ति चित्र पाए गए हैं । मुख्य गुफा में अशोक के शिलालिख पाए गए थे। एक शिलालेख में अशोक के पुत्र महेंद्र कुमार की यात्रा का उल्लेख है। अन्य शिलालेख के अनुसार सम्राट अशोक विदिशा में निवास करते थे। उस समय उनकी इस यात्रा का उल्लेख भी मिलता है।

☑️ सिद्धिविनायक गणेश मंदिर
सिद्धिविनायक गणेश मंदिर जिला मुख्यालय सीहोर से 3 किलोमीटर दूर गोपालपुर गांव में स्थित है । ऐसा कहा जाता है कि यह मंदिर उज्जैन के विक्रमादित्य के समय का है और मराठा पेशवा बाजीराव के द्वारा इसे नवीनीकृत किया गया था। प्रत्येक बुधवार को बड़ी संख्या में भक्त यहां दर्शन के लिए आते हैं। यह मंदिर देखने में बहुत ही सुंदर लगता है। सिद्धिविनायक गणेश मंदिर एक प्रसिद्ध मंदिर है।
☑️ कोलार बांध
कोलार बांध सीहोर जिले का प्रमुख पर्यटन स्थल है। यह भोपाल शहर के दक्षिण पश्चिम में लगभग 50 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है । कोलार बांध कोलार नदी पर बना हुआ है। और यह बहुत ही अच्छी जगह है यहां आपको बरसात के समय चारों तरफ हरियाली देखने को मिलेगी। बरसात में यहां का नजारा बहुत ही मनमोहक होता है। आप यहां की प्राकृतिक सुंदरता को देखने अपने परिवार और दोस्तों के साथ आ सकते हैं। कोलार बांध बहुत बड़ा बांध है।

☑️ शहीद कुमार चैन सिंह की समाधि
शहीद कुंवर चैन सिंह की समाधि स्थल सीहोर इंदौर रोड पर स्थित लुटिया नदी पर दशहरा वाले मैदान से 2 किलोमीटर दूर स्थित है । यह समाधि नरसिंहगढ़ के देशभक्त युवराज चैन सिंह की वीरता की याद दिलाती है। सन 1824 में सर्वप्रथम नरसिंहगढ़ के राजकुमार चैन सिंह द्वारा अंग्रेजों की बगावत की गई थी। जिसमें कुंवर चैन सिंह और उनके साथी हिम्मत खान और बहादुर खान और कुछ वफादार सिपाहियों ने अंग्रेजों के साथ बहादुरी से लड़ते हुए वीरगति को प्राप्त हुए थे। शासन द्वारा प्रतिवर्ष जुलाई महीने में इनके सम्मान में कार्यक्रम आयोजित कर गार्ड ऑफ ऑनर दिया जाता है। और कुवर चैन सिंह को मध्य प्रदेश का मंगल पांडे और नरसिंहगढ़ का युवराज कहा जाता है।

☑️ ऑल सेंट्स चर्च
ऑल सेंट्स चर्च का निर्माण सन 1838 में ब्रिटिश पोलिटिकल एजेंट द्वारा करवाया गया था जो स्कॉटलैंड का रहने वाला था। यह स्कॉटलैंड की एक इमारत के चर्च की हूबहू नकल है । यहां तक कि आसपास की जगह है उसी तरह बनाई गई है। लंबे बांस के पेड़ और हरियाली भी उसी तरह लगाई गई थी। यह चर्च बहुत ही सुंदर और देखने के लायक है।

रामलला का मंदिर
रामलला का मंदिर सीहोर जिले में स्थित है। यह मंदिर बहुत ही सुंदर मंदिर बना हुआ है । रामलला के मंदिर में भगवान राम की मूर्ति स्थापित की गई है।

☑️ सीहोर जिले के प्रमुख पर्यटक स्थल, इतिहास और प्रतियोगिता परीक्षा संबंधित प्रश्न [ Major Tourist Places of Sehore District, History and Competition Exam Related Questions ] FAQ’S
🔵कोलार बांध किस नदी पर बना हुआ है?
उत्तर कोलार नदी पर।

🔵ऑल सेंट्स चर्च मध्य प्रदेश के किस जिले में स्थित है?
उत्तर सीहोर।
🔵शहीद कुवर चैन सिंह की समाधि किस जिले में स्थित है?
उत्तर सीहोर।
🔵सारो मारो की गुफाएं किस जिले में स्थित है?
उत्तर सीहोर।
🔵सलकनपुर धाम मध्य प्रदेश के किस जिले में स्थित है?
उत्तर सीहोर।
🔵प्रसिद्ध गिन्नौरगढ़ का किला किस जिले में है?
उत्तर सीहोर।
🔵सीहोर जिले में कितनी तहसील है?
उत्तर 8
🔵सीहोर जिले में कितनी विधानसभा हैं?
उत्तर 4
🔵मध्य प्रदेश का मंगल पांडे किसे कहते हैं?
उत्तर कुवर चैन सिंह।
🔵नरसिंहपुर का युवराज किसे कहा जाता है?
उत्तर कुवर चैन सिंह।

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